Sam Altman: पहले भी कई संस्थापकों-CEO को दिखाया गया बाहर का रास्ता! एपल-ट्विटर और फ्लिपकॉर्ट में भी हुआ ये खेल
Sam Altman: ओपनएआई पहली कंपनी नहीं है जिसने अपने संस्थापक या मुख्य कार्यकारी अधिकारी से किनारा किया है। पूर्व में भी बड़ी-बड़ी कंपनियों ने अपनी स्थापना में अहम योगदान देने वाले संस्थापकों और सीईओ को कंपनी से बाहर करने का फैसला किया है। इसका एक अपना अलग इतिहास रहा है। एपल के संस्थापक दिवंगत स्टीव जॉब्स भी कभी अपनी ही बनाई कंपनी से निकाल दिए गए थे।
विस्तार
चैटजीपीटी की निर्माता कंपनी ओपनएआई ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी सैम आल्टमैन को पद से हटा दिया है। ओपनएआई के प्रेसिडेंट ग्रेग ब्रॉकमैन ने भी कंपनी के इस फैसले के विरोध में पद से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने एक ब्लॉग में खुलासा किया कि ओपनएआई के बोर्ड को अब आल्टमैन पर भरोसा नहीं रह गया था। ऐसा पहली बार नहीं है जब किसी कंपनी ने अपने संस्थापक या मुख्य कार्यकारी अधिकारी से किनारा किया है।विज्ञापन
पूर्व में भी बड़ी-बड़ी कंपनियों ने अपनी स्थापना में अहम योगदान देने वाले संस्थापकों और सीईओ को कंपनी से बाहर करने का फैसला किया है। इसका एक अपना अलग इतिहास रहा है। एपल के संस्थापक दिवंगत स्टीव जॉब्स भी कभी अपनी ही बनाई कंपनी से निकाल दिए गए थे। भारत में भी फ्लिपकॉर्ट के संस्थापकों और भारतपे जैसी कंपनियों में हमें ऐसी घटानाएं देखने को मिल चुकी हैं। इस लिस्ट में ताजा नाम ओपनएआई के संस्थापक सैम अल्टमैन का है।
आइए जानते हैं उन बिजनेस लीडर्स के बारे में जिन्हें विभिन्न कारणों से उन्हीं की बनाई कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
स्टीव ज़ॉब्स
1. स्टीव जॉब्स, एपल के संस्थापक
स्टीव जॉब्स पर्सनल कंप्यूटर युग के एक करिश्माई बिजनेस लीडर थे। जॉब्स ने स्टीव वोज्नियाक के साथ मिलकर 1976 में ऐप्पल की स्थापना की और कंपनी को दुनिया की बहुमूल्य कंपनी में बदल दिया। उन्हें व्यापक रूप से एक दूरदर्शी और प्रतिभासंपन्न माना जाता है, उन्हें आईपॉड और आईफोन जैसे क्रांतिकारी उत्पादों को इजाद करने का श्रेय दिया जाता है।
एपल के संस्थापक स्टीव जॉब्स को 1985 में अपनी ही कंपनी से निकाल दिया गया था, लगभग 10 साल बाद उन्होंने इसे अपने माता-पिता के गैरेज में शुरू किया था। हालांकि उन्होंने 90 के दशक के अंत में एपल के सीईओ के रूप में फिर वापसी की।
एपल से दूर रहते हुए, जॉब्स ने दो बहुत सफल कंपनियों, NeXT और Pixar की शुरुआत की और दुनियाभर में जाना माना नाम बन गए। एक स्पीच के दौरान उन्होंने कहा था कि “मुझे पूरा यकीन है कि अगर मुझे एपल से नहीं निकाला गया होता तो शायद मैं इन दो कंपनियों को नहीं बना पाता।
sachin binny bansal
2. सचिन और बिन्नी बंसल, फ्लिपकार्ट के संस्थापक
फ्लिपकार्ट की स्थापना अक्टूबर 2007 में सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने की थी, ये आईआईटी, दिल्ली के पूर्व छात्र और अमेज़ॅन के पूर्व कर्मचारी थे। कंपनी ने शुरू में देशव्यापी शिपिंग के साथ ऑनलाइन पुस्तक बिक्री पर ध्यान केंद्रित किया। धीरे-धीरे फ्लिपकार्ट का विस्तार हुआ और 2008 तक कंपनी को प्रति दिन सैकड़ों ऑर्डर मिलने लगे थे और कंपनी का राजस्व बढ़ने लगा था।
सचिन बंसल का 2018 में वॉलमार्ट से अधिग्रहण डील के दौरान फ्लिपकार्ट के बोर्ड के साथ विवाद हो गया था। उन्होंने कंपनी में अपनी पूरी हिस्सेदारी एक अरब डॉलर से अधिक में बेच दी और कंपनी से बाहर निकल गए। उसके बाद, बिन्नी बंसल ने भी मूल कंपनी वॉलमार्ट द्वारा “गंभीर व्यक्तिगत कदाचार” के आरोपों की जांच के बाद 2018 में फ्लिपकार्ट से इस्तीफा दे दिया।विज्ञापन
अशनीर ग्रोवर की नेट वर्थ – फोटो : instagram/ashneer.grover
3. अशनीर ग्रोवर, सह-संस्थापक, भारतपे
कुछ समय पूर्व ही शार्क टैंक इंडिया के जज रहे अशनीर ग्रोवर को भी भारत पे से बाहर निकाल दिया गया था। वे कंपनी के सह-संस्थापक थे। अशनीर को कंपनी के खिलाफ दायर मध्यस्थता में हारने के बाद कंपनी बोर्ड की सदस्यता छोड़नी पड़ी थी। उनकी पत्नी माधुरी जैन को हाल ही में कंपनी में अनियमितता बरतने के आरोपों के बाद बर्खास्त कर दिया गया था। दंपती के खिलाफ इओडब्ल्यू की ओर से एलओपी जारी किया गया है जिसके कारण उन्हें एक दिन पूर्व ही दिल्ली में हवाई अड्डे पर विदेश जाने से रोक दिया गया था।
जैरी यांग – फोटो : Social Media
4. जैरी यांग, याहू के संस्थापक
जेरी यांग जो एक स्टैनफोर्ड स्नातक हैं उन्होंने याहू सर्च इंजन और वेब सेवा की स्थापना की की सह-स्थापना की है। वर्तमान में वे वेंचर फंड एएमई क्लाउड वेंचर्स के फाउंडिंग पार्टनर हैं, उन्हें स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज का अध्यक्ष भी चुना गया है। यांग को भी 2008 में अपनी ही बनाई कंपनी छोड़नी पड़ी थी।
2008 में, माइक्रोसॉफ्ट की ओर से कंपनी का अधिग्रहण का विरोध करने के बाद, याहू के सह-संस्थापक जेरी यांग ने सीईओ के रूप में अपनी भूमिका से इस्तीफा दे दिया। केवल चार साल बाद ही यांग ने कंपनी से पूरी तरह से इस्तीफा दे दिया जब कंपनी के शेयरधारक कंपनी को बेचना चाह रहे थे जिसका यांग ने विरोध किया था।विज्ञापन
ट्विटर के संस्थापक जैक डोर्सी। – फोटो : Social Media
5. जैक डोर्सी, ट्विटर के संस्थापक और सीईओ
अपनी ही कंपनी से बाहर होने वालों में एक नाम जैक डोर्सी का भी है। जैक पैट्रिक डोर्सी ट्विटर के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ हैं। उन्होंने वित्तीय भुगतान सेवा प्रदान करने वाली कंपनी ब्लॉक भी बनाई है।
जैक डोर्सी, इवान विलियम्स, बिज़ स्टोन और नूह ग्लास ने 2006 में ट्विटर की शुरुआत की थी। उस दौरान डोर्सी कंपनी के सीईओ बने। लेकिन उनकी खराब प्रबंधन शैली, बोर्ड के सदस्यों के साथ संचार की कमी के कारण उनकी आलोचना होने लगी। 2008 में, जैक डोर्सी को सह-संस्थापक इवान विलियम्स ने बाहार का रास्ता दिखा दिया। ईवान कंपनी के मुख्य निवेशक और चेयरमैन थे। हालांकि डोर्सी ने 2015 में कंपनी में फिर से सीईओ के रूप वापसी की।
2021 में जैक डोर्सी ने ट्विटर के सीईओ के रूप में पद छोड़ दिया, उन्होंने ट्विटर (अब एक्स) पर लिखा, “मैंने ट्विटर छोड़ने का फैसला किया है क्योंकि मेरा मानना है कि कंपनी अपने संस्थापकों से आगे बढ़ने के लिए तैयार है।
पराग अग्रवाल
6. पराग अग्रवाल, ट्विटर, सीईओ
जैक डोर्सी के बाद ट्विटर सीईओ बने भारतीय मूल के पराग अग्रवाल को भी गैर-सम्मानजनक तरीके से ट्विटर से विदा होना पड़ा। दरअसल, कंपनी का एलन मस्क की ओर से अधिग्रहण किए जाने के बाद मस्क ने कंपनी की टॉप लीडरशिप को अचानक बाहर निकाल दिया। ऐसे में जिस कंपनी में कभी पराग अग्रवाल सर्वेसर्वा के पद पर पहुंचे वहीं से उन्हें प्रतिकूल परिस्थितियों में बाहर होना पड़ा।
ऊबर सीईओ – फोटो : Social Media
7. ट्रेविस क्लानिक, संस्थापक, ऊबर
ट्रैविस कॉर्डेल कलानिक एक अमेरिकी व्यवसायी हैं जिन्हें उबर के सह-संस्थापक और पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। 2017 में, कंपनी की स्थापना करने के आठ साल बाद, कलानिक को कंपनी में विवादों की एक शृंखला के बाद सीईओ का पद छोड़ना पड़ा। 43 वर्षीय क्लानिक उसके बाद सिटी स्टोरेज सिस्टम्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बने। यह कंपनी संकटग्रस्त रियल एस्टेट का पुनर्विकास करती है।
ग्रुपन सीईओ – फोटो : Social Media
8. एंड्रयू मैसन, ग्रुपन के संस्थापक
एंड्रयू मेसन एक अमेरिकी व्यवसायी और उद्यमी हैं। वह शिकागो स्थित वेबसाइट ग्रुपन के संस्थापक और पूर्व सीईओ हैं। 2013 में, ग्रुपन के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ एंड्रयू मेसन को इसकी स्थापना के साढ़े चार साल बाद वेबसाइट से निकाल दिया गया था। मेसन के नेतृत्व में, कंपनी के शेयरों में गिरावट आई और व्यवसाय को गंभीर वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
मेसन ने कंपनी की खराब वित्तीय स्थिति की जिम्मेदारी ली और निकाले जाने के बाद, अपने कर्मचारियों को एक बयान जारी किया जिसमें लिखा था: “ग्रुपन के सीईओ के रूप में साढ़े चार गहन और अद्भुत वर्षों के बाद, मैंने फैसला किया है कि मैं अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहता हूं। उन्होंने आगे लिखा- बस मजाक कर रहा था- मुझे आज निकाल दिया गया।”
ब्लैकबेरी के संस्थापक। – फोटो : Social Media
9. माइक लजारिडिस, ब्लैकबेरी के संस्थापक
माइक लजारिडिस ने 1984 में ब्लैकबेरी लिमिटेड (जिसे पहले रिसर्च इन मोशन लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) की स्थापना की। उन्होंने व्यापक रूप से सफल ब्लैकबेरी स्मार्टफोन की नींव रखकर कंपनी को आगे बढ़ाया, यह स्मार्टफोन 2000 के दशक के मध्य में अधिकारियों और मशहूर हस्तियों के बीच खासा लोकप्रिय था।
कंपनी तब से संघर्ष कर रही है और लज़ारिडिस ने 2012 में कंपनी का नेतृत्व छोड़ दिया। कंपनी तब से संघर्ष कर रही है। 2013 में, ब्लैकबेरी के सह-संस्थापक लजारिडिस उपाध्यक्ष और निदेशक के पद से भी सेवानिवृत्त हो गए। लजारिडिस ने बाद में एक निवेश फंड शुरू किया।
ब्रेंडन ईच – फोटो : Social Media
10. ब्रेंडन ईच, संस्थापक, मोजिला कॉर्प
फायरफॉक्स ब्राउजर के लिए जानी जाने वाली कंपनी मोजिला के सह-संस्थापक ब्रेंडन ईच को भी मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद छोड़ छोड़ना पड़ा था। उन्होंने 2002 में मोजिला की सह-स्थापना की थी। ब्रेंडन ईच ने समलैंगिक विवाह के खिलाफ अपने विचारों की आलोचना का सामना करने के बाद पद छोड़ दिया था और इस तरह वे अपनी ही बनाई कंपनी से बाहर हो गए।
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