दुबई: संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में भारत के राजदूत संजय सुधीर ने कहा कि अबू धाबी के हवाई अड्डे के पास संदिग्ध हूती ड्रोन हमले में मारे गए दो भारतीयों के परिवार को भारत हर संभव सहायता मुहैया कराएगा. यमन के हुती विद्रोहियों ने सोमवार को हुए हमले की जिम्मेदारी ली है, जिसमें दो भारतीय, एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई जबकि छह अन्य लोग घायल हो गए थे. विस्फोट छोटी-छोटी उड़ने वाली वस्तुओं (संभवत: ड्रोन) के संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में तीन पेट्रोलियम टैंकर पर गिरने से हुआ.
संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत संजय सुधीर ने सोमवार को ‘द नेशनल’ समाचारपत्र से बात करते हुए कहा कि भारत सरकार दो मृत भारतीय नागरिकों के परिवारों को ‘‘जो भी सहायता संभव होगी’’ मुहैया कराएगा. भारतीय दूतावास ने हमले में मारे गए भारतीयों की पहचान अभी तक उजागर नहीं की है. इस बीच, हमले के एक दिन बाद विभन्न क्षेत्रों के लोगों ने इसकी निंदा की और पीड़ितों के प्रति एकजुटता व्यक्त की. सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई सशस्त्र बलों के उप सर्वोच्च कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से बात की. सऊदी क्राउन प्रिंस ने मृतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने भी हमले की ‘‘कड़े शब्दों में’’ निंदा की.
यूएई के विदेश मंत्रालय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय के एक बयान में कहा कि यूएई के पास इन आतंकवादी हमलों और आपराधिक कृत्यों के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार है. विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद ने कहा कि ‘अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी’ (एडीएनओसी) ईंधन सुविधाओं और हवाई अड्डे पर हुए ड्रोन हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. यूएई, 2015 से यमन के हुती विद्रोहियों के खिलाफ सऊदी के नेतृत्व वाले सैन्य अभियान का हिस्सा है. अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद को जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला ने भी फोन किया और यूएई में सुविधाओं और नागरिक क्षेत्रों पर हुती विद्रोहियों के हमले की निंदा की. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने भी शेख मोहम्मद बिन जायद को फोन किया और हमले की निंदा की.
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