अमेजन के डिलीवरी बॉय ने चुराया 1.83 लाख का कैमरा:अपने ही दोस्त से ऑर्डर करवाया था; एक गलती से फेल हुआ शातिर का प्लान
जयपुर में अमेजन कंपनी के डिलीवरी बॉय पर 1.83 लाख का कैमरा चोरी करने का आरोप है। कंपनी के सुपरवाइजर की शिकायत पर झोटवाड़ा थाना पुलिस ने डिलीवरी बॉय के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया है।
दोस्त के साथ रची साजिश
झोटवाड़ा थाना पुलिस ने बताया कि कम्पनी के सुपरवाइजर कुलदीप सिंह की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। कुलदीप सिंह ने पुलिस को बताया है कि 27 फरवरी 2023 को अमेजन में डिलीवरी बॉय का काम करने वाले रवि शर्मा ने अपने दोस्त झोटवाड़ा निवासी विशाल चौधरी से एक कैमरा बुक कराया।
इस कैमरे की कीमत करीब 1 लाख 83 हजार रुपए थी। कैमरा डिलीवर होने से पहले ही चोरी कर लिया गया और फिर उसकी जगह डमी कैमरा रख दिया।
कैमरा बदलने पहले ही पहुंचा वेयरहाउस
कैमरे की डिलीवरी को लेकर आरोपी रवि को इसकी जानकारी पहले से थी। वो कैमरे के वेयरहाउस से डिलीवरी तक जाने की पूरी जानकारी जुटा रहा था। जिस दिन कैमरा डिलीवर होना था। रवि पहले से ही कंपनी के वेयरहाउस पहुंच गया।
डिलीवरी के दौरान वह अन्य लोगों से नजरें बचाते हुए डिलीवरी वैन तक गया। वहां पर उसने अपने बनाए हुए डमी कैमरे के बॉक्स को रख दिया। जिसके बाद आरोपी ने असली कैमरा चुरा लिया।
प्लान का सबसे मजबूत पॉइंट- ‘कैश ऑन डिलीवरी’
दरअसल, दोनों आरोपी अमेजन की वर्किंग पॉलिसी से अच्छी तरह परिचित थे। उन्हें मालूम था कि कैश ऑन डिलीवरी के जरिए जब वे डमी कैमरा लौटाएंगे तो उन्हें किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं करना होगा और वे चुराए गए कैमरे को बेचकर पैसा कमा लेंगे।
विशाल मूलतः नागौर का रहने वाला है, ऐसे में कोई कर्मचारी उसकी पहचान रवि के दोस्त के रूप में नहीं कर पाएगा। लेकिन, एक गलती ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया।
दोस्त ने देखा तो कहा- मजबूर हूं, इसी गलती से फंसा
इसी दौरान उससे एक चूक हो गई, बताया गया कि चोरी करने के दौरान जब आरोपी रवि वैन की तरफ गया और डमी कैमरा वहां रख रहा था। तब उसे यहां काम कर रहे एक कर्मचारी महेश ने भी देखा था।
दोनों काफी समय से साथ काम कर रहे थे, इसपर रवि ने उस कर्मचारी से अपनी मजबूरी और पैसों की किल्लत का बहाना लगा कर उसे पूरा मामला समझा दिया। लेकिन, जब सारा मामला खुला तो कर्मचारी ने पूरी बात मैनेजमेंट को बता दी।
कंपनी में डमी कैमरा मिलने की शिकायत दी
अब जब डमी कैमरा जिसे आरोपी रवि ने बॉक्स में रखा था। वो संबंधित पते पर पहुंचा तो उसी के दोस्त यानी मामले में दूसरे आरोपी विशाल ने कंपनी को डमी कैमरा मिलने की शिकायत दर्ज कराई।
अब जब आरोपी ने कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन सिलेक्ट किया था तो उसे कोई पेमेंट नहीं करनी थी। मामला जब अमेजन कंपनी में पहुंचा और पूछताछ हुई तो एक-एक कर सारी कड़ियां खुलती गई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी रवि को पकड़ा। रवि ने पुलिस के सामने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया। वहीं उसका साथी अभी इस मामले में फरार है।
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