कोटा में 28 वां सुसाइड ! नीट स्टूडेंट्स का आज होगा पोस्टमार्टम
कोटा में एक पश्चिम बंगाल मूल के कोचिंग स्टूडेंट फोरीद हुसैन के सुसाइड के बाद आज पुलिस ने पोस्टमार्टम की कार्रवाई पूरी करवाई गई। पुलिस ने बताया है कि जिस बिल्डिंग में जहां यह स्टूडेंट रहता था। वहां अधिकांश स्टूडेंट पश्चिम बंगाल के हैं।
हाइलाइट्स
- कोटा में पश्चिम बंगाल के स्टूडेंट ने किया सुसाइड
- कोटा में सुसाइड करने वालों का संख्या अब 28 हुई
- पश्चिम बंगाल के स्टूडेंट फोरीद ने किया सुसाइड
कोटा:राजस्थान के कोटा में पश्चिम बंगाल मूल के कोचिंग स्टूडेंट सुसाइड करने के मामले में ताजा अपडेट मंगलवार को सामने आया। आज देर रात तक मृतक स्टूडेंट फोरीद हुसैन के परिजन कोटा पहुंचेंगे। दादाबाड़ी थाना प्रभारी राजेश पाठक ने बताया कि स्टूडेंट के परिजनों के कोटा पहुंचने पर पुलिस शव का पोस्टमार्टम करवाएगी। थाना प्रभारी ने कहा कि परिजन ट्रेन के जरिए कोटा आ रहे हैं। परिजनों को स्टूडेंट के द्वारा मौत को गले लगाने के बाद घटना की जानकारी दे दी गई थी। फोरीद हुसैन ने यह कदम क्यों उठाया ? इस बार में पुलिस कुछ नहीं बता पा रही। परिजनों के कोटा पहुंचने पर ही इस बारे में स्पष्ट हो पाएगा।
अब तक 28 स्टूडेंट्स ने किया सुसाइड
थाना प्रभारी ने कहा कि मृतक स्टूडेंट जिस बिल्डिंग में रहता है। वहां पर अधिकतर स्टूडेंट पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। परिजन बंगाल के होने की वजह से बातचीत भी ठीक से नहीं हो पा रही है, लैंग्वेज की दिक्कत आ रही है। स्टूडेंट ने सोमवार को अपने कमरे के अंदर ही फंदा लगाकर जान दे दी थी। उसका शव पुलिस ने एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। सबसे बड़ी चिंता यह है कि साल 2023 में अब तक कोटा में मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम हो या इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करने वाले 28 स्टूडेंट अपनी जान दे चुके हैं। राज्य सरकार ने भी इस पूरे मामले में चिंता जाहिर करते हुए एक विशेष जांच कमेटी भी बनाई थी और सख्त गाइडलाइन जारी की थी।
कई स्टूडेंट्स की प्रशासन ने करवाई काउंसलिंग
जिला प्रशासन ने भी यहां पर साप्ताहिक टेस्ट पर भी रोक लगा दी थी। लेकिन स्टूडेंट की डिमांड पर उसे वापस शुरू किया गया था। इधर, हाईकोर्ट के संज्ञान लेने के बाद चिकित्सा विभाग ने भी कोटा में स्टूडेंट की मेडिकल काउंसलिंग तक करवाई थी। करीब 200 हॉस्टल्स में पहुंचकर मेडिकल टीमों ने बच्चों का मेडिकल सर्वे किया था। करीब 80 स्टूडेंट को फाइंड आउट किया था। दो स्टूडेंट रेड जोन में मिले थे, मतलब बहुत ज्यादा तनाव में थे, जिनका ट्रीटमेंट भी चिकित्सा विभाग की टीमों ने किया था। लेकिन इतना सब होने के बाद भी कोटा में अभी भी सुसाइड हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
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