बीकानेर, 26मार्च। भारत की स्वतंत्रता और राष्ट्र निर्माण में सहयोग देने वाली महिलाओं पर आधारित पुस्तक ‘राष्ट्रवादी शक्तिपुंज महिलाएं’ का विमोचन संजय पैलेस में किया गया।
लेखिका चन्द्रकला आचार्य द्वारा लिखी गई इस पुस्तक में भारत के राष्ट्र निर्माण में सहयोग करने वाली 75 स्वतंत्रता सैनानी एवं विदूषियों की जीवनियों का संकलन है। इस पुस्तक का विमोचन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय संपर्क सह प्रमुख योगेंद्र कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि देश के स्वाधीनता संग्राम और इसके बाद स्वतंत्र भारत को विश्व पटल पर विशेष पहचान दिलाने में महिलाओं ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर भारत की 75 राष्ट्रवादी महिलाओं के योगदान का संकलन इस पुस्तक में किया गया है। युवा पीढ़ी तक इनके कृतित्व की जानकारी उपलब्ध करवाने में यह पुस्तक सहायक सिद्ध होगी। इसका अध्ययन कर युवा पीढ़ी भी राष्ट्र निर्माण के पथ पर आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। यह भारत के लिए गौरवान्वित करने वाले क्षण हैं।
बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास ने कहा कि भारत में आदिकाल से नारी को विशेष दर्जा प्राप्त है। महिलाएं परिवार की धुरी होती हैं। उन्होंने कहा कि आज के अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों, खासकर बेटियों को खूब पढ़ाएं। जिससे हमारी बेटियां दो घरों को रोशन कर सकें।
कार्यक्रम का संचालन मोनिका गौड़ ने किया। पत्रवाचन डॉ. कृष्णा आचार्य ने किया।
इस दौरान राष्ट्रीय स्वय सेवक संघ के विभाग कार्यवाह टेकचंद बरड़िया, मनमोहन कल्याणी, भारत स्काउट गाइड की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. विमला डुकवाल, साहित्यकार रवि पुरोहित, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा ने भी महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार रखे।
सार्वजनिक निर्माण विभाग के सेवानिवृत अतिरिक्त मुख्य अभियंता बसन्त आचार्य ने आभार जताया। इससे पहले सेवानिवृत बैंक अधिकारी शिव कुमार आचार्य ने स्वागत उद्बोधन देते हुए पुस्तक की पृष्ठभूमि पर अपनी बात रखी।
कार्यक्रम में ममता पुरोहित, शिक्षक नेता रवि आचार्य,उमेश व्यास, ज्योतिषाचार्य सुरेश कुमार आचार्य, डॉ. रेणुका व्यास सहित शिक्षा, साहित्य, आरएसएस से जुड़े पदाधिकारी एवं शहर के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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