पहली बार पिता के घर आ रही बेटी की मौत:मां की गोद से उछलकर ट्रक के नीचे आई मासूम; देवताओं के दर्शन कराकर लाए थे नाना
जन्म लेने के 6 महीने बाद पहली बार अपने पिता के घर आ रही बच्ची की मौत हो गई। छह महीने की मासूम बेटी को देवताओं का आशीर्वाद दिलाकर बाइक से घर लौट रहा परिवार हादसे का शिकार हो गया। एक ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बच्ची को ट्रक ने कुचल दिया। उसकी मौत हो गई। बच्ची की मां और नाना गंभीर घायल हो गए। हादसा शुक्रवार दोपहर 1 बजे नागौर जिले के मेड़ता में नेशनल हाईवे-58 पर रेण कस्बे के पास हुआ।
जानकारी के अनुसार मेड़ता के जारोड़ा गांव निवासी प्रेमाराम (45) अपनी बेटी संजू (21) और 6 महीने की दोहिती हर्षिता को बाइक पर लेकर गांव निम्बड़ी स्थित बायांसा के धार्मिक स्थल पर गया था। वहां से जारोड़ा लौटते वक्त दोपहर 1 बजे रेण कस्बे के पास नेशनल हाईवे-58 पर ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में मां की गोद से उछलकर बच्ची ट्रक के नीचे आ गई। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि संजू और प्रेमाराम गिरकर घायल हो गए।
ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में 6 महीने की मासूम की मौत हो गई। पास में प्रेमाराम की बाइक।
प्रत्यक्षदर्शी दयाराम चौधरी ने बताया- वे और रामकिशोर कार से वहां से गुजर रहे थे। रेण कस्बे में को-ऑपरेटिव गोदाम के पास हादसा हुआ था। बाइक ट्रक के पास ही पड़ी थी। उसे ट्रक ने कुचल दिया था। महिला और उसका पिता सड़क किनारे घायल पड़े थे। लोगों से पूछा तो बताया कि ट्रक मेड़ता की तरफ जा रहा था। घायल महिला और उसके पिता को रेण हॉस्पिटल ले गए। जहां से दोपहर 2.30 बजे दोनों को अजमेर के लिए रेफर कर दिया गया।
घायल मां और नाना को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया।
सूचना मिलने पर रेण चौकी प्रभारी दूदाराम पिंडेल, शंकरलाल भादू, रामनिवास, सफी मोहम्मद अस्पताल पहुंचें। रेण में प्राथमिक इलाज के बाद घायल प्रेमाराम और संजू को मेड़ता रेफर किया गया। प्रेमाराम के सिर और संजू के पैर में गहरी चोटें आई हैं। मेड़ता हॉस्पिटल से दोनों को अजमेर रेफर कर दिया गया। पुलिस ने क्षतिग्रस्त बाइक और ट्रक जब्त कर लिए है। मामले की जांच जारी है।
जानकारी के अनुसार संजू की शादी डेढ़ साल पहले जैतारण तहसील (ब्यावर जिला) के गरनिया गांव में हुई थी। हर्षिता उसकी पहली संतान थी। प्रसव के लिए वह अपने पीहर जारोड़ा (मेड़ता, नागौर) आई थी। वहां हर्षिता का जन्म हुआ। हर्षिता 6 महीने की हुई तो उसकी जामणे की सीख नाम की परंपरा करनी थी। इसी के लिए उसे मां संजू बायांसा के धार्मिक स्थल लेकर गई थी। प्रसव के बाद पहली बार बेटी नवजात को लेकर ससुराल जाती है तो संतान की जामणे की सीख रस्म निभाई जाती है।
हादसे में मासूम हर्षिता को ट्रक ने कुचल दिया। जन्म के बाद पहली बार वह अपने पिता के घर जाने वाली थी।
शुक्रवार को प्रेमाराम बेटी और दोहिती को लेकर जारोड़ा से निकला। धार्मिक स्थल बायांसा गांव (निंबड़ी) से 50 किलोमीटर है। दर्शन कर वे 35 किलोमीटर लौट आए थे। जारोड़ा से 15 किलोमीटर पहले रेण में हादसा हो गया। संजू का पति मजदूरी करता है। परिजनों को सूचना दे दी गई है।
हादसे में संजू के दोनों पैरों में गंभीर चोट लगी। वहीं उसके पिता प्रेमाराम के सिर में चोट आई है।
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