पार्टियों ने की तस्वीर साफ, बागी कर रहे धुंधली
संभाग के तीनों केबिनेट मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला, आपदा प्रबंधन मंत्री व पार्टी की चुनाव कैम्पेन कमेटी के चेयरमैन गोविन्दराम मेघवाल और ऊर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी कड़े मुकाबले में नजर आ रहे हैं।
पार्टियों ने की तस्वीर साफ, बागी कर रहे धुंधली
शुरुआत में बेहद नीरस लग रहा चुनाव अब नामांकन के दौरान रोचक ही नहीं, रोमांचक भी हो गया है। पार्टियों ने टिकट देकर पूरी तस्वीर साफ कर दी है, लेकिन बागी इसे धुंधली कर रहे हैं। संभाग के तीनों केबिनेट मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला, आपदा प्रबंधन मंत्री व पार्टी की चुनाव कैम्पेन कमेटी के चेयरमैन गोविन्दराम मेघवाल और ऊर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी कड़े मुकाबले में नजर आ रहे हैं। बीकानेर पश्चिम में मंत्री कल्ला के सामने भाजपा के हिंदूवादी चेहरे जेठानंद व्यास तो चुनौती दे ही रहे है, शहर जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष अब्दुल मजीद खोखर आरएलपी से ताल ठोक समीकरण बिगाड़ते दिख रहे हैं।
कोलायत में भाजपा ने देवीसिंह भाटी की पुत्रवधू पूनम कंवर का टिकट बदल कर अब भाटी के पौत्र युवा और नए चेहरे अंशुमान सिंह को देकर मुकाबला कड़ा कर दिया है। भाटी शुरू से ही खुद चुनाव लड़ने या पौत्र को चुनाव में उतारने की बात कह रहे थे। कोलायत से भाटी परिवार की यह तीसरी पीढ़ी चुनाव लड़ रही है। उनके पुत्र महेंद्र सिंह सांसद रहे हैं और पुत्रवधू पूनम कंवर पिछला चुनाव लड़ चुकी है।
यहां से कांग्रेस छोड़ आरएलपी में शामिल हुए रेंवतराम पंवार मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं।खाजूवाला में मंत्री गोविंदराम को भाजपा के डॉ. विश्वनाथ टक्कर दे रहे हैं। लूणकरनसर में कांग्रेस को वीरेंद्र बेनीवाल के रूप में इस बार की बगावत और भाजपा को प्रभुदयाल के रूप में पिछले चुनाव से चल रही अदावत ने परेशानी में डाल रखा है। श्रीडूंगरगढ़ में माकपा, भाजपा और कांग्रेस के वही पुराने चेहरे मैदान में हैं। इस बार भी त्रिकोणीय मुकाबले की िस्थति बन चुकी है। वहीं नोखा में कांग्रेस-भाजपा के साथ विकास मंच के कन्हैयालाल झंवर ने ताल ठोककर चुनावी रंगत जमा दी है।
बागी बिगाड़ रहे गणित
इधर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ में भी बागी गणित बिगाड़ रहे हैं। सादुलशहर में कांग्रेस के ओम विश्नोई ने बागी बन ताल ठोक दी है तो बीजेपी के बृजमोहन सहारण ने चुनाव लड़ने की घोषणा कर रखी है। श्रीगंगानगर में कांग्रेस की नगर परिषद सभापति करुणा चांडक और अनूपगढ़ में भाजपा की पूर्व विधायक शिमला बावरी भी बगावत कर मैदान में है। वहीं कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष तथा पिछला चुनाव श्रीकरणपुर से निर्दलीय लड़कर दूसरे स्थान पर रहे पृथ्वीपाल सिंह ने टिकट न मिलने पर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। संगरिया में टिकट की उम्मीद टूटने के बाद भाजपा जिला उपाध्यक्ष गुलाब सींवर निर्दलीय पर्चा भर चुकी है। इधर, सूरतगढ़ से कांग्रेस के पूर्व विधायक गंगाजल मील ने भाजपा प्रत्याशी को समर्थन देने की घोषणा कर कांग्रेस को परेशानी में डाल दिया है।
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