पेपर लीक SIT के फैसले का पायलट ने किया स्वागत:बोले- युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ का अधिकार किसी को नहीं
भाजपा सरकार की ओर से पेपर लीक को लेकर बनी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) के फैसले का पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने स्वागत किया है। साथ ही, उन्होंने पेपर लीक मामले में कार्रवाई को तेज गति से करने का भी सुझाव दिया है।
सचिन पायलट विधानसभा में विधायक पद की शपथ लेने के बाद टोंक के लिए निकले थे। बुधवार को उनका टोंक जिले के अलग-अलग गांवों में दौरा था। शाम करीब साढ़े चार बजे वे टोंक बाइपास पहुंचे। यहां मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने पेपर लीक पर अपना पुराना स्टैंड दोहराते हुए कहा- तह तक जाकर निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ का अधिकार किसी को नहीं है।
टोंक बाइपास पर एक मिड-वे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से स्वागत कार्यक्रम रखा गया था। इसमें पायलट ने खुद ही साफा बांधा।
पायलट बाले- नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं
बातचीत के दौरान पायलट बोले- हमने तो शुरू से मेंटेन किया है कि किसी ने कोई गलत काम किया तो उसकी तह तक जाएं। नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है। चाहे वह किसी बड़े पद पर हो, चाहे किसी दल का हो। अधिकारी हो। नेता हो। कोई भी हो। नौजवानों का भविष्य सुरक्षित रखना हम सब की जिम्मेदारी है।
पायलट ने कहा- मैं तो स्वागत करता हूं कि इसकी तह तक जाएं और जो भी जिम्मेदार हो उस पर कार्रवाई हो। लेकिन, जो काम हो वह प्रतिशोध की भावना से नहीं होना चाहिए। सच्चाई को जानने के लिए निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उस जांच में जो तथ्य सामने आए उसके आधार पर कार्रवाई हो। जांच पहले भी चल रही थी। उसे और गति दी जानी चाहिए, ताकि नौजवानों का आने वाला भविष्य सुरक्षित हो सके।
बुधवार को शपथ लेने के बाद पायलट टोंक जिले के दौरे पर निकले थे। अपने क्षेत्र में पायलट ने जनता की समस्याएं सुनीं।
पायलट ने इसी साल मई में निकाली थी यात्रा
सचिन पायलट ने पेपर लीक और आरपीएससी में बदलाव की मांग को लेकर 7 महीने पहले मई 2023 में अजमेर से जयपुर तक यात्रा निकाली थी। पायलट ने जयपुर में धरना और अनशन भी किया था। पायलट की यात्रा से कांग्रेस की सियासत में हलचल मच गई थी। बाद में कांग्रेस हाईकमान ने सुलह करवाई। पायलट की कुछ मांगों को माना गया।
भजनलाल सरकार ने किया है SIT का गठन
बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में पेपर लीक की जांच के लिए एसआईटी बनाने का वादा किया था। सीएम भजनलाल शर्मा ने चार्ज लेते ही एसआईटी गठित करने का फैसला किया। अगले ही दिन एसआईटी बनाने के आदेश भी हो गए। टीम ने पेपर लीक की जांच शुरू कर दी है।
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सीएम भजनलाल शर्मा ने कामकाज संभालने के कुछ ही घंटों के भीतर पेपर लीक की जांच के लिए एसआईटी का गठन करने का फैसला किया है। सीएम भजनलाल ने कहा- युवाओं के भविष्य को अंधकार में डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। भविष्य में पेपर लीक नहीं हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा। पेपर लीक करने वालों को सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा- आज ही हमने पेपर लीक की जांच के लिए एसआईटी बनाने का फैसला किया है।
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