NATIONAL NEWS

बीकानेर के दोहिते ने किया कमाल, आरएएस टॉपर विक्रांत शर्मा ने चौड़ा किया बीकानेर का सीना

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare


बीकानेर। आरएएस परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त कर गंगानगर में रहने वाले बीकानेर के दोहिते विक्रांत शर्मा की उपलब्धि से बीकानेर आह्लादित है।विक्रांत शर्मा की माता जी सुषमा शर्मा तथा पिता जी स्वर्गीय प्रदीप शर्मा निवासी गंगानगर निवासी हैं और वो बीकानेर के जाने माने पंडित स्वर्गीय पंडित टेकचंद जी शर्मा का दोहिता है।
विक्रांत की बीकानेर वासी मौसी इंदु शर्मा ने बताया कि विक्रांत शुरू से ही पढ़ाई में तेज रहा तथा 2012 में राजस्थान बोर्ड में स्टेट मेरिट में विज्ञान वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया।यह उसका दूसरा अटेम्प्ट था पहले अटेम्प्ट में उसकी 681 भी रैंक आई और अब वह पूरे राजस्थान में प्रथम आया।
विक्रांत से फोन पर हुई बातचीत में उसने बताया कि उनके पिता प्रदीप शर्मा फोटो स्टेट की दुकान चलाते थे। उन्होंने साल 2012 में साइंस स्ट्रीम से बारहवीं की परीक्षा पास की थी। जिसमें राज्य में पहला स्थान हासिल किया था। इसके बाद पिता ने इंजीनियरिंग करने बिट्स (पिलानी) भेज दिया।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री लेने के बाद कैंपस प्लेसमेंट के जरिए जमशेदपुर में टाटा स्टील्स में सिलेक्शन हो गया। साल 2016 में करीब आठ लाख रुपए के पैकेज की नौकरी से इस्तीफा देकर 2018 में आरएएस की तैयारी शुरू कर दी।
वे आरएएस की तैयारी के लिए पदमपुर आ गए। इसके कुछ समय बाद ही पिता का निधन हो गया। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा परंतु पिता के निधन से भी उनकी इरादे नही डिगे और टाटा स्टील में नौकरी के दौरान की गई बचत से घर चलाया। वहीं, मां सुषमा शर्मा ने प्रबोधक की नौकरी की।
विक्रांत बताते हैं कि उनका इरादा यूपीएससी की तैयारी का था लेकिन पिता का निधन हो जाने पर पहले आरएएस क्वालीफाई करने का प्लान किया। पहले अटेम्प्ट में साल 2018 में 688वीं रैंक मिली, लेकिन अलॉटमेंट नहीं हुआ।
इस बार सेकेंड अटेम्प्ट में मॉक इंटरव्यू की खूब तैयारी की और सफलता भी मिली। विक्रांत ने बताया कि परीक्षा को टॉप करने पर बहुत खुशी हैं। विक्रांत की एक बहन याशिका शर्मा और बहनोई ओमप्रकाश टीचर हैं।

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare
error: Content is protected !!