प्राईवेट स्कूल्स के संगठनों की एकजुटता, आरटीई, कोचिंग एक्ट, डमी प्रवेश एवं स्कूल फाईनेंसिएल मैनेजमेंट से संबंधित हुई सार्थक चर्चा – परिचर्चा
शीघ्र बनेंगे एक्शन प्लान्स
बीकानेर। प्राईवेट स्कूल्स के विभिन्न संगठनों के लीडर्स एवं क्रिएटिव स्कूल डायरेक्टर्स की तीसरी “सार्थक संगत” जयपुर के वैशाली नगर स्थित होटल रॉयल ललित में आयोजित हुई। सार्थक संगत के समन्वयक गिरिराज खैरीवाल ने बताया कि प्राइवेट एज्यूकेशनल इंस्टीट्यूट्स प्रोसपैरिटी एलायंस (पैपा), नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल अलायंस (निसा) एवं स्वयं सेवी शिक्षण संस्था संरक्षण समिति, जयपुर के संयुक्त तत्वावधान तथा अपॉर्च्यूनिटी एज्यू फायनान्स व एवांस एज्यूकेशन लोन्स के सहयोग से आयोजित हुई इस अभिनव “सार्थक संगत” में राजस्थान के विभिन्न जिलों के 108 लीडर्स एवं क्रिएटिव स्कूल डायरेक्टर्स ने सक्रिय संभागित्व किया।प्राईवेट स्कूल्स के संगठनों की एकजुटता, आरटीई, कोचिंग एक्ट, डमी प्रवेश एवं स्कूल फाईनेंसिएल मैनेजमेंट पर सात सत्रों में विशद विचार विमर्श तथा विशेषज्ञों के व्याख्यानों का आयोजन किया गया। विशेषज्ञों द्वारा संभागियों की जिज्ञासाओं का प्रभावी समाधान भी किया गया। आरटीई के अंतर्गत यूनिट कॉस्ट को तर्क संगत बनवाने, वर्तमान सत्र 2024-25 में पुस्तकों की पुनर्भरण राशि स्कूल्स के अकाउंट में ही ट्रांसफर करने, आरटीई का भुगतान तय शेड्यूल से किए जाने, जबरन थोपे गए बैरियर्स हटवाने तथा भुगतान समय पर करवाने, राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में प्रवर समिति में विचारणीय कोचिंग एक्ट को केंद्रीय सरकार द्वारा जारी गाईडलाईंस के मुताबिक राजस्थान में पूरी सख्ती के साथ तुरंत लागू करवाने के लिए शीघ्र ही एक्शन प्लान्स बनाकर क्रियान्वयन के सार्थक प्रयास किए जाने हेतु सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं के संगठनों की सामूहिक एकजुटता के लिए मंथन किया गया। “सांगठनिक सामूहिक समन्वय” विषयक इस सत्र का विषय प्रवर्तन स्वयं सेवी शिक्षण संस्था संरक्षण समिति, जयपुर के अध्यक्ष डॉ. भूपराम शर्मा ने किया। पैपा के प्रदेश समन्वयक गिरिराज खैरीवाल ने कहा कि प्राईवेट स्कूल्स के विभिन्न संगठनों को एक जाजम पर लाने के लिए समय समय पर किए गए प्रयासों से निराश नहीं होते हुए पुनः इनकी एकजुटता के लिए प्रभावी सार्थक प्रयास अत्यावश्यक हो गए हैं। स्वयं सेवी शिक्षण संस्था संघ के प्रदेश अध्यक्ष एल. सी. भारतीय ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में सभी संगठनों को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। निसा के राजस्थान प्रभारी डॉ. दिलीप मोदी, इनइंडिपेंडेंट स्कूल अलायंस एवं वेलफेअर सोसाइटी के कार्यवाहक अध्यक्ष के. एन. भाटी, गैर सरकारी विद्यालय वेलफेअर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेन्द्र अरोड़ा, प्राईवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेअर एसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती रितिका राठौड़, न्यू आल राजस्थान स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष भरत कुमार भाटी, प्राईवेट प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन, कोटा के कपिल विजय सहित अनेक जिला एवं ब्लॉक संगठनों के प्रतिनिधियों ने विचार व्यक्त किए तथा प्राईवेट स्कूल्स के संगठनों के सामूहिक समन्वयन हेतु अपनी सहमति अभिव्यक्त की। इस सत्र की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ शिक्षाविद गोपीदास रामावत ने संगठन – संघर्ष में आम विद्यालय संचालक की भूमिका विषय पर प्रभावी व्याख्यान भी प्रस्तुत किया। आयोजन के अगले सत्र की अध्यक्षता करते हुए रिटायर्ड उपनिदेशक (आरटीई) सत्येन्द्र सिंह पंवार ने आरटीई से संबंधित जिज्ञासाओं का प्रभावी समाधान प्रस्तुत किया। उन्होंनें आरटीई के अंतर्गत नवीन अपडेट्स भी साझा किए तथा मान्यता व क्रमोन्नति से संबंधित जानकारी भी दी। पैपा के प्रदेश समन्वयक गिरिराज खैरीवाल ने सत्र का विषय प्रवर्तन करते हुए
आरटीई के अंतर्गत यूनिट कॉस्ट की दर तर्क संगत करने, आरटीई के अंतर्गत जबरन थोपे गए बैरियर्स हटाने, सत्र 2020-21 के अंतर्गत आफलाइन तरीके से शिक्षण कार्य कराने वाले वाले स्कूल्स को बिना शर्त भुगतान कराने हेतु अपने सतत प्रयासों के बारे में बताया तथा कहा कि बिना प्रभावी संघर्ष के इन अधिकारों को प्राप्त करना टेढ़ी खीर है। दयानंद गेपाला ने आरटीई को बजट स्कूल्स के लिए संजीवनी एवं प्रीमियम स्कूल्स के लिए अभिशाप बताया। स्वयं सेवी शिक्षण संस्था संरक्षण समिति के संरक्षक अनूप सिंह शेखावत, सेवानिवृत्त शिक्षा अधिकारी छिगनलाल शर्मा ने भी विचार प्रस्तुत किए। ज्ञान विहार विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ. टी के जैन ने सत्र का समाहार प्रस्तुत करते हुए अपने विचार व्यक्त किए। संगत के नेक्सट सेशन की अध्यक्षता करते हुए नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल अलायंस (निसा) के प्रदेश प्रभारी डॉ. दिलीप मोदी ने अपने विस्तृत संबोधन में वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा प्रवर समिति के पास विचारणीय कोचिंग एक्ट को केवल कोरम पूर्ति एक्ट की संज्ञा देते हुए कहा कि केंद्रीय सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार ही कोचिंग एक्ट राजस्थान में लागू होना चाहिए। इसके लिए हम सभी को सक्रिय संघर्ष की महती आवश्यकता है। उन्होंने
डमी एडमिशन को बहुत ही घटिया प्रवृति बताते हुए पुरजोर शब्दों में कहा कि “डमी एडमिशन ना लेंगे- ना दूसरों को लेने देंगे। डॉ. मोदी ने कहा कि स्कूल समय में कोचिंग या अवैध समानांतर स्कूलें नहीं चलने देंगे। उन्होंने निसा के संकल्प पत्र को दोहराते हुए उपस्थित संभागियों से इस संबंध में लीगल कार्यवाही व उच्च स्तर पर शिकायत करने के लिए स्वच्छ शिक्षा क्रांति मिशन को कामयाब करने की अपील की तथा कहा कि हमें ऐसा करना ही होगा अन्यथा बजट स्कूल्स को खत्म होने से बचाया नहीं जा सकेगा। प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन, कोटा के कपिल विजय ने कोचिंग एक्ट की पालना सुनिश्चित कराने हेतु उनके एसोसिएशन द्वारा किए गए सार्थक प्रयासों से अवगत कराया तथा कहा कि उनका संघर्ष हर स्थिति में जारी रहेगा। उनका संगठन इस संबंध में हर स्थिति में सभी को साथ लेकर चलने में या सभी के साथ संघर्ष करने के लिए सदैव तत्पर है। प्राईवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेअर एसोसिएशन की अध्यक्ष श्रीमती रितिका राठौड़ ने इस सत्र का विषय प्रवर्तन किया। अपोर्च्यूनिटी एज्यू फायनान्स की साक्षी सोढ़ी ने कोचिंग संस्थानों में अध्ययनरत स्टूडेंट्स के शोषण एवं उनके आकर्षक विज्ञापन सिस्टम को उजागर करते हुए कोचिंग संस्थानों के झांसे में नहीं आने की अपनी की। अपोर्च्यूनिटी एज्यू फायनान्स की साक्षी सोढी, एवांस एज्यूकेशन लोन्स के नितिन गोयल, नवीन विजय एवं त्रिलोक विजय ने लगभग 100 मिनिट की कार्यशाला में स्कूल फाईनेंसिएल मैनेजमेंट पर विशिष्ट जानकारी दी तथा उपस्थित संभागियों से प्रभावी इंटरेक्शन करते हुए उनकी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। जयशंकर त्रिवेदी (पाली), श्यामलाल बिडियासर (नागौर), लोकेश जैन (टोंक), राजेंद्र वैष्णव (नागौर), आनंद थोरी, (बाड़मेर), लोकेश मोदी (बीकानेर), संदीप कुमार चंदेल (देवगढ), अर्जुन देवलिया (गुलाबपुरा), रामेश्वर लाल धाकड़ (भीलवाड़ा), रिसाल सिंह पायल (झूंझूनू), कुलदीप सिंह राठौड़ (ब्यावर), मनोज कुमार शर्मा (जयपुर), मनोज ‘अमन’ (जयपुर), बिरेंद्र दीक्षित (धौलपुर), डॉ. डी. एल. साहू (धौलपुर), जयपाल सिंह भाटी (कोलायत), श्री कृष्ण स्वामी (पूगल), मांगीलाल स्वामी (बज्जू), सहित अनेक वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।
एज्यूकेशन एक्सीलेंस अवार्ड “ज्ञान गौरव” सम्मान के अंतर्गत स्कूल डायरेक्टर्स, प्रिंसिपल्स एवं टीचर्स का किया सम्मान
आयोजन के समापन सत्र में एज्यूकेशन एक्सीलेंस अवार्ड “ज्ञान गौरव” का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम विश्व प्रसिद्ध अंक-अंग एवं राजनीतिक ज्योतिषी, साहित्यकार व रंगकर्मी डॉ. कुमार गणेश के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। डॉ. कुमार गणेश ने सार्थक संगत को सार्थक गंगा की संज्ञा देते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों की महती आवश्यकता है। वर्तमान में सांगठनिक एकजुटता की बहुत जरूरत है जो ऐसे आयामों से ही सिद्ध हो सकती है। डॉ. कुमार गणेश, डॉ. टी. के जैन, डॉ. दिलीप मोदी, डॉ. भूपराम शर्मा एवं गिरिराज खैरीवाल, श्रीमती रितिका राठौड़, साक्षी सोढ़ी, नितिन गोयल, नवीन विजय, एवं त्रिलोक विजय ने प्राईवेट स्कूल्स के लीडर्स, क्रिएटिव स्कूल डायरेक्टर्स तथा टीचर्स को ज्ञान गौरव अवार्ड से सम्मानित किया। सम्मान स्वरूप उन्हें मोमेंटो, दुपट्टा एवं एवांस गिफ्ट भेंट किए गए। सभी अतिथियों एवं सहयोगियों को स्मृति चिन्ह, दुपट्टा एवं शाल द्वारा अभिनंदित किया गया। सार्थक संगत का अत्यंत ही प्रभावी एवं कुशल मंच संचालन भरतपुर के विख्यात साहित्यकार व शिक्षाविद् रेणुदीप गौड़ ने किया। संगत का शुभारंभ मां सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।
Add Comment