लॉकडाउन का फैसला केन्द्र सरकार के स्तर पर होना चाहिए था ताकि राज्यों के बीच बेहतर तालमेल होता – CM गहलोत
जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने कहा कि कोरोना (CoronaVirus) महामारी से देश के हालत भयावह बनते जा रहे हैं. ऐसे में संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन (Lockdown) की पहले से अधिक आवश्यकता अभी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि केंद्र सरकार (Central Government) ने इसका फैसला सभी राज्यों पर छोड़ दिया है, जबकि पिछले अनुभव के आधार पर ये फैसला केंद्र सरकार के स्तर पर होना चाहिए था. इससे मजदूरों (Laborer) सहित आम लोगों को कम से कम तकलीफ हो एवं साथ में राज्यों के बीच बेहतर तालमेल हो सके.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज तमिलनाडू, केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली समेत कई राज्य एक के बाद एक लॉकडाउन लगाते जा रहे हैं. इसके साथ ही कई राज्य दूसरे राज्यों के नागरिकों की एंट्री बंद कर रहे हैं. राजस्थान में भी सोमवार से सख्त लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. इस बार यह देखा जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों एवं युवाओं में कोविड का संक्रमण तेजी से फैल रहा है.
उन्होंने कहा कि इस संक्रमण को काबू में करने के लिए सोमवार से प्रदेशभर में 15 दिन के लिए सख्त लॉकडाउन लागू रहेगा. ऐसे में इस दौरान हम सभी का यह कर्तव्य बनता है कि हम अपना नागरिक धर्म निभाएं एवं इस लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करें जिससे राजस्थान को कोविड सक्रमण से बचाया जा सके. इससे आगे सीएम गहलोत ने कहा कि अभी तक आपके सहयोग से राजस्थान अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर स्थिति में है. अगर आप सभी मिलकर सरकार का साथ देंगे तो हम सब मिलकर जल्द से जल्द कोरोना को हरा पाएंगे.
प्रदेश में 10 मई से 24 मई तक लागू रहेगा सख्त लॉकडाउन:
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot ) की अध्यक्षता में गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कोरोना वायरस संक्रमण (Corona epidemic) की कड़ी को तोड़ने के लिए प्रदेश में 10 मई से 24 मई तक सख्त लॉकडाउन (Strict lockdown) लागू करने का निर्णय किया गया है. राज्य में 10 मई सुबह पांच बजे से 24 मई सुबह पांच बजे तक लॉकडाउन (lockdown) लगने के साथ ही विवाह समारोह 31 मई 2021 के बाद ही आयोजित किए जाएंगे. इस दौरान सभी प्रकार के धार्मिक स्थल बंद रहेंगे.
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