इजराइल का हमास के खिलाफ जंग का ऐलान:सुबह गाजा पट्टी से 5 हजार रॉकेट दागे गए थे; अब तक 22 की मौत, 300 से ज्यादा घायल
तेल अवीव
1:28हमास ने शनिवार सुबह गाजा पट्टी से इजराइल पर रॉकेट से हमला किया।
अश्कलोन में रॉकेट हमले के बाद लोग भागते नजर आए।
इजराइल की राजधानी तेल अवीव की एक बिल्डिंग में रॉकेट से हमले के बाद आग लग गई।
अश्कलोन में एक घर पर रॉकेट हमले के बाद मची तबाही को देखकर महिला रो पड़ी।
हमास के हमलों के बीच इजराइली सैनिक अश्कलोन से साउथ इजराइल की तरफ जाते नजर आए।
अश्कलोन में हमास ने कई रॉकेट दागे। इस दौरान वहां रह रहे लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
इजराइल-गाजा बॉर्डर पार करके कई फिलिस्तीनी लड़ाके इजराइल में दाखिल हो चुके हैं।
अश्कलोन में गाजा से आया एक रॉकेट पार्किंग एरिया में आकर गिरा। इससे वहां मौजूद गाड़ियां जलकर खाक हो गईं।
इजराइल के शहर रोहोवोत में हमास के रॉकेट हमलों के बीच धुआं उठता नजर आया।
गाजा पट्टी पर हमास हेडक्वार्टर में टीवी पर हमले की खबर देखने के बाद हमास के लीडर्स ने नमाज पढ़ी।
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इजराइल पर फिलिस्तीनी संगठन हमास के हमलों के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग का ऐलान कर दिया है। कैबिनेट के साथ इमरजेंसी मीटिंग के बाद उन्होंने कहा- इजराइल के नागरिकों, ये जंग है और हम इसे जरूर जीतेंगे। दुश्मनों को इसकी कीमत चुकानी होगी।
हमास की तरफ से हमलों की शुरुआत के करीब 5 घंटे बाद नेतन्याहू का ये पहला बयान है। उन्होंने कहा- हमले में कई लोगों के मारे जाने की खबर मिली है। करीब 300 लोग घायल हैं। हमास के आतंकी हमारे देश में घुसे हैं। इजराइल के पश्चिमी कस्बों में लगातार रॉकेट फायर किए जा रहे हैं।

हमास के हमलों के बाद नेतन्याहू ने कैबिनेट के साथ इमरजेंसी मीटिंग की थी। इसके बाद जंग का ऐलान किया।
इजराइल का ऑपरेशन ‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ ऑपरेशन ‘आयरन स्वॉर्ड’
हमास ने शनिवार सुबह करीब 8 बजे इजराइल राजधानी तेल अवीव, स्देरोट, अश्कलोन समेत 7 शहर में रॉकेट दागे। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, ये रॉकेट रिहायशी इमारतों पर गिरे। अब तक 6 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि, हमास ने भी दावा किया है कि हमले में 30 इजराइली मारे गए हैं।
हमास ने ये भी दावा किया कि उन्होंने इजराइल पर 5 हजार रॉकेट्स से हमला किया है। वहीं, इजराइल की सेना का कहना है कि गाजा पट्टी से 2,200 रॉकेट फायर किए गए।
हमास ने चल रहे ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। इधर, इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘ऑपरेशन आयरन स्वॉर्ड’ शुरू कर दिया है।
हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा- ये हमला येरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। सेना हमास के ठिकानों पर हमले कर रही है।दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।

गाजा पट्टी पर हमास हेडक्वार्टर में टीवी पर हमले की खबर देखने के बाद हमास के लीडर्स ने नमाज पढ़ी।
बड़े अपडेट्स…
- हमास ने दावा किया है कि उसने कई इजराइलियों को बंधक बना लिया है।
- येरूशलम पोस्ट के मुताबिक, हमास लड़ाकों ने कई कस्बों पर कब्जा कर लिया है।
- इजराइल की अनादोलु एजेंसी के मुताबिक, जवाबी कार्रवाई में 4 फिलिस्तीनी मारे गए हैं।

अश्कलोन शहर पर गिरे रॉकेट से हुई तबाही का ये वीडियो वायरल हो रहा है।
सोशल मीडिया पर हमले की तस्वीरें वायरल
हमले से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैं। अश्कलोन शहर में हुए हमले के एक वीडियो में इमारत और सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को जलते देखा जा सकता है। हमले में 5 लोगों की मौत हो गई है। मरने वालों में 70 साल की बुजुर्ग महिला है।

अश्कलोन में रॉकेट हमले के बाद लोग भागते नजर आए।

इजराइल की राजधानी तेल अवीव की एक बिल्डिंग में रॉकेट से हमले के बाद आग लग गई।
सड़कों पर घूमते दिख रहे हमास के लड़ाके
इजराइल हमास को आतंकी संगठन कहता है इसलिए शनिवार को हुए हमले को इजराइल ने आतंकी हमला बताया है। सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आ रहे हैं, जिनमें लड़ाकों को घूमते देखा जा सकता है। हालांकि इन वीडियोज की पुष्टि नहीं हो पाई है। अश्कलोन और तेल अवीव में सैनिकों की संख्या बढ़ा दी गई है।

स्देरोट शहर में घरों की छत पर हमास के लड़ाकों ने घुसपैठ की। इस शहर के एक पुलिस स्टेशन पर कब्जा कर लिया है।

स्देरोट शहर में हमास के लड़ाकों को एक इमारत को घेर लिया है। यहां पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई है। कई लोगों के मारे जाने की आशंका है।
सऊदी देने वाला था इजराइल को मान्यता, इसी बीच हमास ने किया हमला
ये हमला ऐसे समय हो रहा है जब अमेरिका सऊदी अरब और इजराइल के बीच समझौता करवाकर इजराइल को मान्यता दिलाने की कोशिश कर रहा है। दरअसल, कुछ दिन पहले ही सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा था कि वो इजराइल के साथ रिश्ते सामान्य करने के बेहद करीब हैं।
क्राउन प्रिंस ने उन रिपोर्ट्स को भी खारिज कर दिया था, जिसमें कहा गया था कि फिलिस्तीन के मुद्दे को लेकर सऊदी अरब ने इजराइल के साथ रिश्ते सुधारने की बातचीत को रोक दिया है। हालांकि, MBS ने कहा- हमारे लिए ये मुद्दा बेहद अहम है। इस मसले को सुलझाना बहुत जरूरी है, जिससे फिलिस्तीनियों का जीवन आसान हो सके।

अश्कलोन शहर में रॉकेट दागे जाने के तीन घंटे बाद गाड़ियों में लगी आग पर काबू पाया गया।
3 महीने पहले इजराइली हमले में 12 फिलिस्तीनियों की मौत हुई थी
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच जेनिन शहर में 2 दिन के ऑपरेशन में करीब 12 फिलिस्तीनियों की मौत हुई थी। इस रेड के दौरान एक इजराइली सैनिक की भी मौत हो गई थी। इस बीच तेल अवीव में एक हमास सपोर्टर अपनी कार लेकर बस स्टॉप में घुस गया और लोगों पर चाकू से हमला करने लगा था।
नीचे देखिए शनिवार के हमले की तस्वीरें…

अश्कलोन में एक घर पर रॉकेट हमले के बाद मची तबाही को देखकर महिला रो पड़ी।

हमास के हमलों के बीच इजराइली सैनिक अश्कलोन से साउथ इजराइल की तरफ जाते नजर आए।

अश्कलोन में हमास ने कई रॉकेट दागे। इस दौरान वहां रह रहे लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।

इजराइल-गाजा बॉर्डर पार करके कई फिलिस्तीनी लड़ाके इजराइल में दाखिल हो चुके हैं।

अश्कलोन में गाजा से आया एक रॉकेट पार्किंग एरिया में आकर गिरा। इससे वहां मौजूद गाड़ियां जलकर खाक हो गईं।

इजराइल के शहर रोहोवोत में हमास के रॉकेट हमलों के बीच धुआं उठता नजर आया।

अश्कलोन शहर में लगी आग को बुझाया जा रहा है। वहां रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।

तेल अवीव में हुए हमले के बाद आसमान में रॉकेट का धुआं देखा गया।

हमास के हमले के बाद इजराइल में बदले की कार्रवाई के लिए तैयारी की जा रही है। इस बीच तेल अवीव में इजराइली सेना का F-16 विमान उड़ान भरते हुए दिखा।

हमास के हमले के बाद इजराइल की इमारत से उठते धुएं को देखा जा सकता है।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।
गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।
हमास: कैसे और क्यों बना
- 1948 में इजराइल के जन्म के बाद भी फिलिस्तीन से उसका संघर्ष हर स्तर पर जारी रहा। इजराइल को जब लगा कि डिप्लोमैटिक लेवल पर वो फिलिस्तीन के सामने कमजोर पड़ रहा है, तो 1970 के दशक में उसने फिलीस्तीन के एक कट्टरपंथी संगठन को उदारवादी फिलिस्तीन नेताओं के विरोध में खड़ा कर दिया। इसको नाम दिया गया हमास। हालांकि, हमास की औपचारिक स्थापना 1987 में मानी जाती है।
- इजराइल के पूर्व जनरल यित्जाक सेजेव ने कहा था- जहर से जहर मारने की यह नीति एक ऐतिहासिक गलती थी। इजराइली सरकार ने मुझे हमास के लिए बजट भी दिया था। इसका अफसोस हमें आज भी है। सेजेव 1980 के दशक में गाजा के गवर्नर भी रहे।
- हमास ने फिलिस्तीन के लिबरल लीडरशिप को धीरे-धीरे किनारे कर दिया और खुद फिलीस्तीन आंदोलन का झंडाबरदार बन गया। इसमें 90% युवा फिलिस्तीनी हैं।
- हमास को तुर्किये और कतर से फंडिंग मिलती है। हमास के एक नेता खालिद मेशाल ने तो कतर में इसका दफ्तर भी खोला था। ईरान भी हमास को हथियार और पैसा देता है। हालांकि, ईरान शिया मुल्क है, जबकि अरब वर्ल्ड सुन्नी है।
हमास में करीब 27 हजार लोग हैं
- ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ के मुताबिक, हमास में करीब 27 हजार लोग हैं। इन्हें 6 रीजनल ब्रिगेड में बांटा गया है। इसकी 25 बटालियन और 106 कंपनियां हैं। इनके कमांडर बदलते रहते हैं।
- हमास में 4 विंग हैं। मिलिट्री विंग के चीफ हैं- इज अद-दीन अल कासिम। पॉलिटिकल विंग की कमान इस्माइल हानिया के हाथों में हैं। इस विंग में नंबर दो पर हैं मूसा अबु मरजूक। एक और नेता हैं खालिद मशाल। इंटरनेशनल अफेयर्स के लिए यह मुस्लिम ब्रदरहुड पर निर्भर है। एक सोशल विंग भी है।
- इजराइल के उन हिस्सों पर कब्जा करना, जिनमें ज्यादातर फिलीस्तीनी हैं। एक स्वतंत्र देश के रूप में खुद को स्थापित करना।
- कई साल बाद अब हमास इजराइल को परेशान कर पाया है। इसके सदस्य आम लोगों की भीड़ में शामिल होकर इजराइली सैनिकों पर हमले करते हैं। इजराइल की ताकत के चलते अब ज्यादा मदद नहीं मिल पा रही। हर बार झड़प में हमास को ही नुकसान हुआ।
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