गहलोत के करीबी नेता के घर जीएसटी का छापा:एआईसीसी मेंबर बोले-कांग्रेस के कुछ लोग भाजपा से मिले हुए हैं, वे शिकायत करते हैं
डूंगरपुर
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी नेता दिनेश खोड़निया के घर और ऑफिस पर सेंट्रल जीएसटी की टीम ने छापा मारा है। खोड़निया अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी(एआईसीसी) के सदस्य भी हैं। जीएसटी अधिकारियों को कार्रवाई में क्या मिला, इसका पता नहीं चल सका है। छापे के बाद खोड़निया ने कहा कि कांग्रेस के कई लोग भाजपा से मिले हुए हैं। वे कई तरह की शिकायतें करते रहते हैं। खोड़निया का रियल एस्टेट और ज्वेलरी से जुड़ा कारोबार है।
जानकारी के मुताबिक, सेंट्रल जीएसटी के उदयपुर आयुक्त की गाड़ी में अधिकारियों की टीम मंगलवार शाम के समय सागवाड़ा पहुंची थी। टीम ने एआईसीसी मेंबर दिनेश खोड़निया के सुरभि मॉल में स्थित उनके ऑफिस पर छापेमारी की। कार्रवाई के समय खोड़निया सागवाड़ा में नहीं थे। वे जयपुर में थे। जीएसटी के अधिकारियों ने परिवार के लोगों की मौजूदगी में जांच की।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य दिनेश खोड़निया अशोक गहलोत के करीबी माने जाते हैं।
कारोबार से जुड़े कई डॉक्युमेंट ले गई जांच एजेंसी सेंट्रल जीएसटी की टीम ने इस दौरान खोड़निया के कारोबार से जुड़ी फाइलें और उनमें जीएसटी को लेकर नियमों की जांच की। कई डॉक्यूमेंट की कॉपियां भी जीएसटी अधिकारियों ने ली। जीएसटी अधिकारियों की ओर से किस तरह की कार्रवाई की गई है और ऑफिस से किस तरह के डॉक्यूमेंट लिए हैं, इस बारे में जानकारी नहीं दी गई है।
दिनेश खोड़निया ने बताया कि सेंट्रल जीएसटी टीम की ओर से कार्रवाई की गई है। जीएसटी अधिकारियों की टीम उनके ऑफिस पर आई थी। उस समय मैं वहां नहीं था। हमने बोल दिया था कि ऑफिस के दरवाजे खुले हैं, जो जांच करनी है कर लो। अधिकारियों को डॉक्युमेंट, लेखा जोखा, बैलेंस शीट सभी दिखा दिए। कुछ डॉक्युमेंट वे साथ ले गए हैं। रात 11 बजे वे चले गए।
सेंट्रल जीएसटी के अधिकारियों ने रात 11 बजे तक डॉक्युमेंट की जांच की।
ज्वेलरी और रियल स्टेट का कारोबार खोड़निया ज्वेलरी और रियल स्टेट कारोबार से जुड़े हैं। सागवाड़ा सहित कई जगह उनका काम फैला है। जीएसटी की कार्रवाई सागवाड़ा उनके ऑफिस पर हुई है। खोड़निया के भाई नरेंद्र खोड़निया सागवाड़ा नगर पालिका के अध्यक्ष हैं।
साल भर पहले ईडी ने की थी कार्रवाई 13 अक्तूबर 2023 को ईडी की टीम ने दिनेश खोड़निया के सागवाड़ा ऑफिस पर छापेमारी की थी। उस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। पेपर लीक और बाबूलाल कटारा से नाम जुड़ने के बाद ईडी ने उनके ऑफिस पर तलाशी ली गई थी। उस कार्रवाई के बाद से आज तक ईडी की ओर से कोई डिटेल सामने नहीं आई है।
Add Comment