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जयपुर में पत्नी ने NRI पति को दिया जहर:तांत्रिक के चक्कर में स्लो पॉइजन देती रही; अमेरिका तक भेजा, प्लॉट-पैसा लेना चाहती थी

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जयपुर में पत्नी ने NRI पति को दिया जहर:तांत्रिक के चक्कर में स्लो पॉइजन देती रही; अमेरिका तक भेजा, प्लॉट-पैसा लेना चाहती थी

मोतीडूंगरी थाने में NRI पति ने पत्नी के खिलाफ स्लो पॉइजन देकर मारने की कोशिश करने का आरोप लगाकर मामला दर्ज करवाया। (डेमो पिक)

जयपुर में NRI पति की पत्नी ने हत्या करने की कोशिश की। पति के खाने में स्लो पॉइजन मिलाकर देती रही। जयपुर में रहने पर मौत का डर दिखाकर अमेरिका भेज दिया। विदेश जाने के बाद भी उसे जहर भेजती रही। बार-बार दूध में मिलाकर पीने को बोलती रही। पति जब वापस लौटा तो उसे पूरे मामले की जानकारी मिली। मामला मोतीडूंगरी थाना इलाके का है।

पुलिस ने बताया कि तिलक नगर मोतीडूंगरी निवासी 52 वर्षीय NRI नितिन उपाध्याय ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। उन्होंने 50 वर्षीय पत्नी, सांगानेर निवासी शिव पुरुषोत्तम, दुर्गापुरा निवासी रिशि सक्सेना और काल्पनिक बाबा मोहम्मद युसुफ के खिलाफ धोखाधड़ी करने और स्लो पॉइजन देकर हत्या की कोशिश करने की शिकायत दी है।

रिपोर्ट में बताया कि वह NRI/OCI नागरिक है। उज्जैन में जन्म हुआ था। जब दो साल का हुआ तब पिता के साथ अमेरिका चला गया था। वो अमेरिका में डॉक्टर थे। साल 2006 में मेरी शादी हुई थी। मोतीडूंगरी में पत्नी और 15 साल के बेटे के साथ रहता हूं। उसकी कंपनी में साल 2008 से शिव पुरुषोत्तम कम्प्यूटर ऑपरेटर और रिशि सक्सेना नौकर थे।

कालसर्प दोष से मौत होने का दिखाया भय
शादी के करीब 5 साल बाद पत्नी उसे अलग-अलग तरीके के काम करने को कहती थी। पत्नी ने पूछने पर बताया कि बाबा मोहम्मद युसुफ ने आपके कालसर्प दोष बताया है। जिसका इलाज करवाना पड़ा। उसे डरा-धमकाकर गुमराह करके यह कहा जाता था कि बाबा का आदेश है, आप अभी गार्डन घूमने चले जाओ।

कभी कहा जाता था उत्तर दिशा में कम से कम 10 किलोमीटर दूर जाकर तीन-चार घंटे बिताकर आओ। भूलकर भी दक्षिण दिशा की ओर मत आना। उसकी पत्नी प्लानिंग के तहत शिव पुरुषोत्तम और रिशि के साथ मिलकर स्लो पॉइजन देने लगी थी। पत्नी पर विश्वास करने के कारण उसके तीनों साथियों की बात पर हर काम करता था। शक नहीं हो इसके लिए गुलाब के फूल, भभूत व अन्य चीजों में स्लो पॉइजन मिलाकर दिया जाता था।

52 वर्षीय NRI नितिन उपाध्याय ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है।

जयपुर में मौत का डर दिखाकर अमेरिका भेजा
स्लो पॉइजन से धीरे-धीरे उसकी हेल्थ डाउन होने लगी। बॉडी के कई पार्ट पर प्रभाव दिखने लगा। हेवी डायबिटीज और आंखों में रेटीना आ गया।

प्लान के तहत उसे जयपुर से अमेरिका भेजने की योजना भी बनाई गई। कहा गया कि आपके ऊपर कालसर्प दोष है। अगर आप जयपुर के घर पर रहोगे तो आपकी कभी-भी मौत हो सकती है। इसलिए आप अमेरिका चले जाओ। साल 2014 के आखिरी में पत्नी पर विश्वास और परिवार का भला सोचकर अमेरिका चला गया।

अमेरिका जाने के बाद उसे सोशल मीडिया के जरिए बाबाओं से बात करवाते थे। उसके कमरे में और बेड पर सांप बैठा हुआ दिखाते थे। घर के बेड पर फूल के गुच्छे दिखाते थे। कहते थे कि ये सब कालसर्प दोष के कारण हो रहा है। वापस इंडिया मत आना। जो हमने भभूत देकर भेजी है, उसको दूध में मिलाकर पीते रहना। स्लो पॉइजन मिली भभूत को दूध में मिलाकर पीता रहा।

वापस लौटा तो धोखे का पता चला
परिवार का भला सोचने के कारण ऐसा ही करता रहा जैस वो कहते। मार्च 2015 में अमेरिका से लौटकर इंडिया आ गया। पता चला कि पत्नी ने जयपुर के मुहाना स्थित प्लाॅट के पेपर शिव पुरुषोत्तम को दे दिए हैं। उसने उसके फेक साइन कर प्लाॅट बेच दिया है। धोखे का पता चलने पर शिव पुरुषोत्तम को जॉब से निकाल दिया और मुहाना थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में चालान पेश किया।

उसके बाद से ही पत्नी ने रुखा व्यवहार करना शुरू हो गया। छोटी-छोटी बातों पर पति-बेटे से झगड़ा कर मारपीट करती। उसके बाद भी स्लो पॉइजन दिया जाता रहा। साल 2020 में आरोपियों के बहकाने में आकर बिना किसी बात के उसे और बेटे को छोड़कर चली गई। उसके ऊपर झूठे मुकदमे दर्ज करवाना शुरू कर दिया।

जांच करवाई तो हत्या की कोशिश का चला पता
पत्नी के जाने के बाद शक होने पर टेस्ट कराए। डॉक्टर ने राय दी कि आपको खाने और अन्य चीज में अतिरिक्त पॉइजन दिया गया। इस कारण बॉडी में लेड पॉइजन ज्यादा हो गया है। जो बॉडी को नुकसान पहुंचा रहा है। उसके बाद धीरे-धीरे समझ में आया कि पत्नी उसे अपने साथियों के साथ मिलकर धीरे-धीरे प्लानिंग के तहत मारना चाहती थी।

सालभर तक नहीं किया मामला दर्ज
पीड़ित ने शिकायत में बताया कि मोतीडूंगरी थाने में शिकायत देने पर भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। कहा कि अफसरों को दो, वहां से हमारे पास आ जाएगी। इसके बाद 5 जनवरी 2022 को एडीजी क्राइम ब्रांच में रिपोर्ट दी। उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। 4 मई 2022 को डीसीपी (ईस्ट) जयपुर को डाक के जरिए रिपोर्ट दी। उस पर भी थाने वालों ने कोई कार्रवाई नहीं की। आखिरी में कोर्ट के जरिए रविवार को मामला दर्ज करवाया गया।

SHO मोतीडूंगरी सुरेन्द्र पंचौली ने बताया कि इस्तगासा के जरिए मिली शिकायत पर FIR दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जाएगी।

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