जयपुर में पहली बार हुआ ड्रोन शो:300 से ज्यादा ड्रोन से अलग-अलग आकृतियां बनाई गईं, दो दिन चलेगी साइबर हैकाथॉन
- 0:41ड्रोन शो के दौरान आसमान में भारत का नक्शा बनाकर उसमें राजस्थान दिखाया गया।
- ड्रोन शो के दौरान आसमान में तिरंगा बनाया गया।
- जयपुर के आसमान में ड्रोन से राजस्थान पुलिस लिखा गया।
- जयपुर के लोग बड़ी संख्या में ड्रोन शो देखने पहुंचे।
- जयपुर में ड्रोन शो के दौरान साइबर एक्सपर्ट की आकृति बनाई गई।
- ड्रोन शो के दौरान आसमान में अलग-अलग आकृतियां बनाई गईं।
- राजस्थान पुलिस की झलक भी देखने के लिए मिली।
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साइबर सुरक्षा पर जयपुर में दो दिन की साइबर हैकाथॉन 1.0 का आयोजन होने जा रहा है। इस कड़ी में जयपुर में पहली बार ड्रोन शो का आयोजन किया गया। जो राजस्थान पुलिस अकादमी में किया गया। इस दौरान 300 से ज्यादा ड्रोन से आसमान में अलग-अलग आकृतियां बनाई गईं। इसमें भारत का नक्शा बनाकर उसमें राजस्थान को दिखाया गया। इस कार्यक्रम को देखने के लिए पुलिस मुख्यालय और जयपुर कमिश्नरेट के अधिकारी भी पहुंचे।
डीजी साइबर रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया- साइबर सुरक्षा क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाने, युवा और प्रतिभाशाली साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों को एक मंच उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 17-18 जनवरी को राजस्थान पुलिस साइबर हैकाथॉन 1.0 आयोजित कर रही है।
ड्रोन शो के दौरान आसमान में तिरंगा बनाया गया।
दो दिन चलने वाले हैकाथॉन में 300 टीमें ले रही भाग
राजस्थान अंतरराष्ट्रीय केंद्र में 17 और 18 जनवरी को आयोजित साइबर हैकाथॉन में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, उद्योगों, रिसर्च लैबों और स्टार्टअप्स के 1665 प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। इसमें करीब 300 टीमें भाग लेगी। यह टीमें 12 साइबर सुरक्षा से संबंधित समस्याओं का समाधान निकालने के लिए 36 घंटे तक काम करेंगी।
जयपुर के आसमान में ड्रोन से राजस्थान पुलिस लिखा गया।
हैकाथॉन में इन 12 चुनौतियों पर होगा मंथन
साइबर हैकाथॉन के दौरान साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट भविष्य की 12 चुनौतियों पर चर्चा कर हल निकालने का प्रयास करेंगे। इन चुनौतियों में पुलिस का फीडबैक सिस्टम विकसित करना, उन्हें एआई/एआर का प्रशिक्षण, कैमरे में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग कर खुद फैसले लेने में सक्षम बनना, एफआईआर का एआई व मशीन प्रोग्रामिंग से एकदम सही अधिनियम एवं धाराएं लगाना, फर्जी वेबसाइटस, आने वाले ऐड एवं कस्टमर केयर के नंबरों की पहचान करना, निजी स्वामित्व वाले कैमरों की जियो टैगिंग करने की प्रणाली विकसित करना, फाइनेनशियल फ्रॉड के डाटा का विश्लेषण करने के लिए सॉफ्टवेयर बनाना, डीप फेक तकनीक का सहारा लेकर अपराध करने वालों को ढूंढना, 1930 हेल्पलाइन को और अधिक विकसित करना, एंटी ड्रोन सिस्टम विकसित करना, डार्क वेब पर डाटा की मॉनिटरिंग एवं क्रिप्टाकरेंसी के पैसे की जांच करना रखा गया है।
ड्रोन के जरिए मोर की आकृति बनाई गई।
जयपुर के लोग बड़ी संख्या में ड्रोन शो देखने पहुंचे।
जयपुर में ड्रोन शो के दौरान साइबर एक्सपर्ट की आकृति बनाई गई।
ड्रोन शो के दौरान आसमान में अलग-अलग आकृतियां बनाई गईं।
जीतने वाले टीमों को मिलेंगे 20 लाख रुपए का इनाम
हैकाथॉन के अंतिम चरण में तीन सर्वश्रेष्ठ टीम को समाधान प्रस्तुत करने का मौका दिया जाएगा। हर एक टीम को इवेंट के अनुसार इनाम दिया जाएगा। इन टीमों के समाधानों का मूल्यांकन विशेषज्ञ समिति द्वारा किया जाएगा। हैकाथॉन के विजेताओं को विभिन्न श्रेणियों में कुल 20 लाख के नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे। साथ ही सभी टीमों को राजस्थान पुलिस के साथ इंटर्नशिप प्रोग्राम में भी शामिल किया जाएगा।
राजस्थान पुलिस की झलक भी देखने के लिए मिली।
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