बीकानेर भारतीय स्टेट बैंक में जिला अग्रणी बैंक अधिकारी श्री वाई एन व्यास का विदाई समारोह न केवल एक औपचारिक कार्यक्रम था, बल्कि यह एक ऐतिहासिक अवसर भी था, जिसमें बैंक के अधिकारियों ने उनके योगदान की सराहना की। श्री व्यास का कार्यकाल बैंकिंग क्षेत्र में सफलता, समर्पण और नेतृत्व का प्रतीक रहा है।
श्री वाई.एन. व्यास ने भारतीय स्टेट बैंक के विभिन्न शाखाओं में कार्य करते हुए अपनी कार्यकुशलता और विशेषज्ञता से बैंक के प्रदर्शन को नया आयाम दिया। उनके द्वारा दी गई सेवा का सबसे महत्वपूर्ण पहलू उनकी सेवाओं का ग्रामीण क्षेत्रों तक विस्तार था। बैंकिंग सेवाओं को आम आदमी तक पहुँचाने के लिए श्री व्यास ने विशेष प्रयास किए, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ बैंकिंग सुविधाएँ सीमित थीं।
श्री व्यास ने बीकानेर, जयपुर, टोंक, दिल्ली और कई अन्य ग्रामीण अंचलों में कार्य किया। उनके कार्यक्षेत्र में ग्रामीण स्वरोजगार, ऋण सुविधा, और वित्तीय साक्षरता जैसे कई कार्यक्रमों का संचालन हुआ। उन्होंने बैंकिंग सेवाओं को केवल शहरों तक सीमित रखने के बजाय, दूरदराज क्षेत्रों में भी पहुंचाया, जहां लोगों को वित्तीय संस्थाओं से संबंधित जानकारी और सेवाओं की आवश्यकता थी।
उनका योगदान खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को बढ़ावा देने में था। आर सेटी के माध्यम से श्री व्यास ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से छोटे व्यवसायों और किसानों को ऋण सुविधा उपलब्ध करवाई, जिससे उनके व्यवसायों को बढ़ावा मिला और आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ। इसके अलावा, उन्होंने वित्तीय साक्षरता अभियान चलाया, जिसके माध्यम से उन्होंने लोगों को बैंकों से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं, जिससे लोगों को अपने वित्तीय निर्णयों में मदद मिली।
विदाई समारोह में श्री व्यास के योगदान की सराहना करते हुए उपमहाप्रबंधक श्री अरविन्द कुमार भट्ट और सहायक महा प्रबंधक आर के गोयल एवं नीरज कुमार ने उनके कार्यों और उनके नेतृत्व की विशेष तारीफ की। उन्होंने बताया कि श्री व्यास की दूरदर्शिता और उनकी कार्यशैली ने भारतीय स्टेट बैंक को एक नई दिशा दी है। सहायक प्रबंधक एवं मुख्य प्रबंधक ने भी श्री व्यास के योगदान को सराहा और उन्हें उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया।
श्री वाई.एन. व्यास ने हमेशा अपने कार्यों में न केवल व्यावसायिक दक्षता, बल्कि एक सामाजिक दृष्टिकोण भी अपनाया। उनका मानना था कि बैंकिंग का उद्देश्य केवल वित्तीय लेन-देन नहीं है, बल्कि यह लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में एक सशक्त उपकरण हो सकता है। उन्होंने अपनी कार्यशैली में यही दृष्टिकोण अपनाया, जिससे न केवल बैंक की सेवाएँ विस्तारित हुईं, बल्कि लोगों के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आया।
विदाई समारोह के दौरान श्री व्यास ने अपने समस्त सहकर्मियों, अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनकी सफलता उनके सहकर्मियों के सहयोग और समर्थन की वजह से ही संभव हो पाई। उन्होंने सभी से अपनी शुभकामनाएँ प्राप्त की और कहा कि उनके लिए यह यात्रा बहुत ही प्रेरणादायक रही। वे भविष्य में भी बैंकिंग क्षेत्र में सेवा देने के लिए प्रेरित रहेंगे।
श्री वाई.एन. व्यास का कार्यकाल भारतीय स्टेट बैंक के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बेदाग छवि का रहा था। उनके द्वारा किए गए कार्यों की छाप लंबे समय तक रहेगी। उनका योगदान केवल बैंकिंग सेवाओं के विस्तार तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों को वित्तीय सशक्तिकरण की दिशा में एक नया मार्ग दिखाया। उनके समर्पण और नेतृत्व की प्रेरणा आने वाली पीढ़ियों के लिए आदर्श बनेगी। श्री व्यास का विदाई समारोह एक यादगार क्षण रहा, जो बैंकिंग क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए अविस्मरणीय योगदान को याद करता रहेगा।
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