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दाऊद पर सबूतों की कमी नहीं, कराची में है ठिकाना… लेकिन PAK है कि मानता नहीं!

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*दाऊद पर सबूतों की कमी नहीं, कराची में है ठिकाना… लेकिन PAK है कि मानता नहीं!*
दाऊद इब्राहिम को लेकर एक बार फिर पाकिस्तान की बोलती बंद हो गई है. दिल्ली में हो रही इंटरपोल की बैठक में आए पाकिस्तानी अधिकारियों से जब दाऊद को लेकर सवाल किया गया, तो वो बिना जवाब दिए ही चले गए. जबकि, दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में ही है. उसके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट है और वो कराची में रह रहा है.
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) पाकिस्तान में ही है. इसके पुख्ता सबूत भी हैं. लेकिन उसके बावजूद पाकिस्तान चुप रहता है. मानता ही नहीं है कि दाऊद उसके यहां एक आलीशान बंगले में बैठा हुआ है. अब एक बार फिर जब दाऊद की मौजूदगी के बारे में पूछा गया तो पाकिस्तान की बोलती बंद हो गई.
हुआ ये कि भारत में 25 साल बाद इंटरपोल की बैठक हो रही है. ये बैठक दिल्ली के प्रगति मैदान में हुई. इस बैठक में शामिल हुए पाकिस्तान के प्रतिनिधियों से जब आजतक ने दाऊद इब्राहिम से जुड़ा सवाल पूछा, तो वो खामोश हो गए. इस सवाल का जवाब दिए बिना ही पाकिस्तान के प्रतिनिधि वहां से चले गए.
दाऊद इब्राहिम 1993 के मुंबई ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है. अमेरिका ने भी उसे आतंकी घोषित कर रखा है. मुंबई ब्लास्ट के बाद दाऊद भारत से भाग गया था. वो कराची में रह रहा है. भारत ने कई बार इसके सबूत दिए हैं. पाकिस्तान ने भी एक बार दाऊद की मौजूदगी की बात मानी थी. ये अलग बात है कि एक दिन बाद ही वो अपनी बात से पलट गया था.
*जब पाकिस्तान ने मानी दाऊद उसके यहां है*
तारीख 22 अगस्त 2020. पाकिस्तान ने माना कि भारत का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी कराची में रहता है. वो जिस बिल्डिंग में रहता है, उसका नाम ‘व्हाइट हाउस’ है.
पाकिस्तान ने माना था कि दाऊद इब्राहिम कराची में सऊदी मस्जिद के बगल में बनी व्हाइट हाउस बिल्डिंग में रहता है. उसका हाउस नंबर 37-30 स्ट्रीट है.
पाकिस्तान ने अगस्त 2020 में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) को एक लिस्ट सौंपी थी. इसमें दाऊद इब्राहिम का नाम भी लिखा था.
हालांकि, एक दिन बाद ही पाकिस्तान इससे पलट गया. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय मीडिया गलत बात बता रहा है. दाऊद इब्राहिम के उसके यहां होने की बात निराधार और गुमराह करने वाली है.
जब पाकिस्तान ने मानी थी दाऊद उसके यहां है.
भारत ने सौंपी थी डोजियर डिटेल
अगस्त 2015 को भारत ने पाकिस्तान में दाऊद की मौजूदगी के पुख्ता सबूत सौंपे थे. उस समय एनएसए लेवल की बातचीत में भारतीय अधिकारियों ने पाकिस्तान को डोजियर डिटेल दी थी.
इस डोजियर में भारत ने बताया था कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में अपने ठिकाने बदलने में माहिर है, क्योंकि उसने वहां काफी संपत्ति जमा कर ली है.
इस डोजियर में उसके नए ठिकाने और पासपोर्ट की जानकारी थी. इसमें बताया था कि दाऊद इब्राहिम राजधानी इस्लामाबाद से 20 किमी दूर एक घर में रह रहा है. उसकी सुरक्षा में आईएसआई के अधिकारी लगे हैं.
भारत ने कहा था कि दाऊद इब्राहिम भारतीय नागरिक है और उसे पाकिस्तान ने अपना पासपोर्ट जारी किया है, जो बताता है कि वो पाकिस्तान में मजे कर रहा है.
इससे पहले 2012 में भी भारत ने पाकिस्तान को दाऊद के ठिकानों और संपत्तियों के बारे में बताया था. उस समय भारत ने बताया था कि दाऊद ने कराची में जियाउद्दीन अस्पताल के पास शिरीन जिन्ना कॉलोनी में प्रॉपर्टी खरीदी है. जरूरत पड़ने पर दाऊद जियाउद्दीन अस्पताल में ही इलाज करवाता है. भारत ने ये भी बताया था कि दाऊद ने बिलावल भुट्टो के घर के पास भी एक संपत्ति खरीदी है. इसके अलावा दाऊद ने इस्लामाबाद की मेन मरगला रोड पर भी एक घर खरीदा था.
*फिर भी नहीं मानता पाकिस्तान*
इतने सबूत होने के बावजूद पाकिस्तान मानने को तैयार नहीं है कि दाऊद उसके यहां है. भारत बार-बार कहता आया है कि दाऊद 1993 से भगोड़ा है और पाकिस्तान में छिपा बैठा है. पाकिस्तान को उसे पनाह देनी बंद कर देनी चाहिए और भारत को सौंप देना चाहिए, ताकि उसपर मुकदमा चलाया जा सके.
पाकिस्तान में दुनिया के खूंखार आतंकी पनाह लिए हुए हैं. इनमें हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकी भी शामिल हैं. ये आतंकी पाकिस्तान की धरती से भारत के खिलाफ साजिश रचते हैं. लेकिन इन पर कोई एक्शन लेने की बात तो दूर, पाकिस्तान इन्हें आतंकी भी नहीं मानता है.
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पाकिस्तान को दुनिया का सबसे खतरनाक देश बताया था. इस पर पाकिस्तान बौखला गया था. पाकिस्तान की मीडिया से लेकर सेना और प्रधानमंत्री तक ने बाइडेन को जवाब दिया था. पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि बाइडेन ने जो कहा, वो भ्रामक और तथ्यामक रूप से गलत है.

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