DEFENCE / PARAMILITARY / NATIONAL & INTERNATIONAL SECURITY AGENCY / FOREIGN AFFAIRS / MILITARY AFFAIRS

देश को पहला CDS देने वाले उत्‍तराखंड की बेटी का कमाल, बनी ऐसा करने वाली पहली महिला अधिकारी

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

देश को पहला CDS देने वाले उत्‍तराखंड की बेटी का कमाल, बनी ऐसा करने वाली पहली महिला अधिकारी

Independent Field Battalion देश को पहला सीडीएस देने वाले इस राज्य से अब एक महिला अधिकारी के रूप में पहली सैन्य कमांडर मिली हैं। कर्नल गीता वर्तमान में कोर आफ इलेक्ट्रानिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स में तैनात हैं।

देहरादून: Colonel Geeta Rana: उत्तराखंड वीरों की ही नहीं, बल्कि वीरांगनाओं की भी भूमि है। आज भी बेटों के समान यहां की बेटियां भी सैन्य परंपरा का हिस्सा बन रही हैं। देश को पहला सीडीएस देने वाले इस राज्य से अब एक महिला अधिकारी के रूप में पहली सैन्य कमांडर मिली हैं।

कर्नल गीता राणा नेगी पूर्वी लद्दाख में एलएसी से सटे क्षेत्र में तैनात स्वतंत्र फील्ड बटालियन (कोर आफ इंजीनियर की बटालियन) की कमान संभालने वाली पहली महिला अधिकारी बनी हैं। भारतीय सेना के इतिहास में पहली बार किसी महिला अधिकारी बतौर कमांडर इस तरह की कमान सौंपी गई है। कर्नल गीता वर्तमान में कोर आफ इलेक्ट्रानिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स में तैनात हैं।

मूलरूप से पौड़ी गढ़वाल की हैं कर्नल गीता राणा

कर्नल गीता का परिवार मूलरूप से पौड़ी गढ़वाल के दुगड्डा ब्लाक अंतर्गत ग्रामसभा खोलकंडी के तोकग्राम डंगू का रहने वाला है। उनके पिता कृपाल सिंह राणा सेना की महार रेजीमेंट से आनरेरी कैप्टन रैंक से रिटायर हुए हैं।

कर्नल गीता के चचेरे भाई प्रदीप राणा ने बताया कि उनके ताऊ कृपाल सिंह की तीन बेटियां हैं, जिनमें बड़ी बेटी किरन बरेली में सरकारी विद्यालय में शिक्षिका, जबकि सबसे छोटी बेटी मीना बरेली कैंट के केंद्रीय विद्यालय में उप प्रधानाचार्या हैं।

गीता दूसरे नंबर की बेटी हैं। उन्होंने कानपुर कैंट के केंद्रीय विद्यालय से वर्ष 1992 में हाईस्कूल, वर्ष 1994 में बरेली कैंट के केंद्रीय विद्यालय से इंटरमीडिएट परीक्षा पास की। वर्ष 1997 में रूहेलखंड विश्वविद्यालय से बीएससी की परीक्षा पास की।

इसके बाद ओटीए परीक्षा पास की व प्रशिक्षण के बाद सितंबर 1999 में उन्हें इलेक्ट्रानिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स में तैनाती मिली। वर्तमान में उनके माता-पिता बरेली में निवास करते हैं।

कर्नल गीता का विवाह चमोली जनपद के नारायणबगड़ के केवर तल्ला गांव निवासी सिद्धार्थ नेगी से हुआ है। वह समाजसेवा से जुड़े हुए हैं । वर्तमान में नारायणबगड़ के ब्लाक प्रमुख यशपाल नेगी व समाजसेवी डा. हरपाल नेगी भी कर्नल गीता के परिवार से ही हैं।

नाते-रिश्तेदारों में हर्ष

कर्नल गीता को कमांड की जिम्मेदारी मिलने की सूचना के बाद से ही नाते-रिश्तदार खुश हैं। पौड़ी जनपद के कोटद्वार क्षेत्र के पदमपुर में रह रहे चाचा आरनेरी कैप्टन जगदीश राणा व कोटला निवासी मोहन सिंह नेगी ने अपनी बेटी की इस सफलता पर हर्ष जताया है।

बताया कि कृपाल सिंह का लगातार गांव के साथ ही कोटद्वार में भी आना-जाना है। प्रदीप ने बताया कि उनके ताऊ ने कोटला में एक भूखंड भी लिया हुआ है। इधर, ग्राम डंगू में भी बेटी की इस सफलता से हर्ष का माहौल है।

ससुराल में भी जश्न

कर्नल गीता को सेना में बतौर पहली महिला कमांडर की जिम्मेदारी मिलने पर उनके चमोली जिले में स्थित ससुराल केवर तल्ला क्षेत्र में खुशी की लहर है। गांव की प्रधान पुष्पा देवी, विधायक प्रतिनिधि दलीप सिंह नेगी आदि ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की। ग्रामीणों ने उनकी इस कामयाबी पर एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई।

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare
error: Content is protected !!