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*दो दिवसीय जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ,गांधीजी के विचार घर-घर तक पहुंचाएं – जिला कलक्टर: प्रेम का समाज बनाता है गांधी दर्शन-ठाकरे

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बीकानेर, 10 फरवरी। शांति और अहिंसा विभाग द्वारा दो दिवसीय जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर शुक्रवार को रवींद्र रंगमंच पर शुरू हुआ।शिविर के उद्घाटन समारोह में जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने कहा कि गांधी दर्शन समाज में शांति स्थापना का उपकरण है। उन्होंने कहा कि मानव की मूल प्रकृति सात्विक है, गांधीजी ने हमें सात्विक प्रकृति से जीवन जीने की कला सिखाई। गांधी दर्शन समाज में प्रेम, शांति, सद्भावना के विचार को और मजबूत बनाता हैं। उन्होंने कहा कि सभ्यता का आधार मानव की सामूहिक शक्ति है और विकास का आधार शांति है। माहत्मा गांधी शांति के अग्रदूत थे।जिला कलक्टर ने कहा कि इस शिविर का उद्देश्य गांधी के जीवन दर्शन को प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाना है जिससे समाज में समरसता, सद्भावना और सोहार्द स्थापित हो सके। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागी गांधी दर्शन के अंत्योदय सिद्धान्त पर आधारित राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लें और उन योजनाओं से अधिकाधिक पात्र लोगों को जोड़ने में अपनी जिम्मेदारी निभाएं।कार्यक्रम में गांधीवादी विचारक मनोज ठाकरे ने कहा कि भारत धर्म, जाति, भाषा और सांस्कृतिक विविधता वाला देश है, विविधतापूर्ण समाज का अस्तित्व और विकास शांति पर टिका है। राजस्थान सरकार ने शांति और अहिंसा विभाग बनाकर समाज में अच्छी सोच पैदा करने की दिशा में एक अभिनव पहल की है। उन्होंने कहा कि गांधीजी प्रेम का समाज बनाते हैं , यदि हमें प्रेम चाहते तो हमें गांधीजी के जीवन दर्शन को अपनाना होगा। जब लोगों की सोच शांत, विवेकशील और सकारात्मक होगी तभी हर व्यक्ति का उत्थान हो सकेगा।कार्यक्रम में साजिद सुलेमानी ने कहा कि गांधी एक व्यक्ति नहीं विचार है। यह विचार विश्वभर में शांति का मार्गदर्शक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में गांधीजी की महत्ता और बढ़ गई है। देश को विश्वगुरु बनाने के लिए गांधीजी का दिखाया मार्ग ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने गांव- गांव, गली- गली में गांधी के विचारों को पहुंचाने और लोगों से उनके विचार आत्मसात करने की अपील की।अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) पंकज शर्मा ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि शिविर में अगले दो दिन में गांधी दर्शन के विभिन्न सैद्धांतिक और व्यावहारिक पहलूओं पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा की जानकारी दी और गांधी जी के जीवन दर्शन का अधिक से अधिक प्रचार -प्रसार करने की बात कही।कार्यक्रम में गांधी जीवन दर्शन जिला समिति के सहसंयोजक जाकिर पठान, इकबाल पठान, शेख नजाकत अली, जाकिर नागौरी, इकबाल बलवान, अरविंद व्यास, ट्रेनर सुनील शर्मा, मुमताज शेख सहित अन्य प्रतिभागी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में ज्योति प्रकाश रंगा ने गांधी जी के जीवन आदर्शाें के पहलूओं पर विस्तृत बात करते हुए संचालन किया।*विभिन्न सत्रों में गांधी दर्शन पर हुआ विमर्श*शिविर के पहले दिन आयोजित विभिन्न सत्रों में गांधीजी के जीवन के विभिन्न पहलूओं और सिद्धान्तों पर विस्तार से विमर्श किया गया। विशेष सत्र को सम्बोधित करते हुए गांधीवादी विचारक मनोज ठाकरे ने कहा कि गांधी दर्शन को हम अपने आचरण से ही जीवंत कर सकते हैं। गांधी एक चित्र नहीं बल्कि एक चरित्र है जिसे हमें अपने जीवन में उतारने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के समापन पर ठाकरे ने जय जगत-जय जगत गान प्रस्तुत किया। बालिका ममता ने गांधीजी पर एक कविता का वाचन किया। शांति और अहिंसा विभाग के ट्रेनर सुनील शर्मा ने अपनी बात रखी। आयुक्त नगर निगम अरूण प्रकाश शर्मा ने गांधी दर्शन की वर्तमान प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। साजिद सुलेमानी ने गांधीजी की आजादी के आंदोलन में भूमिका पर उद्बोधन दिया। इस दौरान गांधीजी के सिद्धान्तों पर आधारित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की भी जानकारी दी गई।*गांधी पार्क में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का होगा आयोजन*शिविर के पहले दिन सायं 6.30 बजे से गांधी पार्क में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन होगा। जिसमें पुखराज एंड पार्टी व गाइड कैडट्स की ओर से गांधीजी के प्रिय भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। शिविर के दूसरे दिन शनिवार को श्रमदान सहित अन्य सत्र आयोजित होंगे।

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