धमकियों से परेशान होकर जहर खाया था, मौत:वीडियो में कहा- पुलिस को देख लूं तो घबराहट होती है; सुसाइड नोट में लिखा- बेटे को झूठा फंसाया जा रहा
अजमेर

अस्पताल में जांच करती पुलिस।
अजमेर में एक व्यक्ति ने बदमाशों की धमकियों से परेशान होकर 1 अगस्त की सुबह 8 बजे को जहर खा लिया था, जिसके बाद से वह जेएलएन हॉस्पिटल में भर्ती था। शुक्रवार 11 अगस्त की रात उसकी मौत हो गई। मृतक का सुसाइड नोट और एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें वो आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है। अपने सुसाइड नोट में मृतक ने लिखा है कि मेरे बेटे को झूठा फंसाया जा रहा है। वहीं वीडियो में वो किसी बात पर पुलिस को लेकर उसके दिल में बैठे खौफ की बात कर रहा है। मामला अजमेर के आदर्श नगर थाना इलाके के माखुपुरा का है।
आदर्श नगर थाना प्रभारी चैनाराम बेड़ा ने बताया कि माखुपुरा निवासी फूलचंद रावत (45) 1 अगस्त की सुबह 8 बजे सुसाइड का प्रयास किया था जिसके बाद से वह जेएलएन हॉस्पिटल में एडमिट था। शुक्रवार रात 10 बजे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक के परिवार से उसके काका के लड़के सोहन सिंह ने शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही मृतक के पास से सुसाइड नोट मिला है और मोबाइल में एक वीडियो भी मिला है। जिसके आधार पर जांच की जाएगी। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक के परिवार वालों माखुपुरा के निवासी रणवीर सिंह और मोहन सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दी है। फिलहाल मामले की जांच जारी है। पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
विवाद क्या था ?
फूलचंद सुसाइड मामले को लेकर आदर्श नगर थाना प्रभारी चैनाराम बेड़ा ने कहा कि जून माह में मोहन सिंह ने रिपोर्ट दी थी कि उसका 17 साल का बेटा घर से 15-20 लाख रुपए लेकर चला गया है। जिसे लेकर उसके बेटे को बहला-फुसलाकर घर से गायब करने का इल्जाम फूलचंद के 16 साल के बेटे व अन्य साथियों पर लगाया था। उसने रिपोर्ट में कहा था कि ये लड़के आपस में दोस्त थे और इन्होंने मोहन सिंह के बेटे को किडनैप किया है। रिपोर्ट में मोहन सिंह ने फूलचंद के बेटे पर खुद के नाबालिग बेटे से रुपए ऐंठने का आरोप भी लगाया था। इसके बाद अब फूलचंद के परिजनों का आरोप है कि उसी मामले को लेकर मृतक को परेशान किया जा रहा था।

मृतक फूलचंद ने सुसाइड नोट में आरोपियों के नाम लिखे हैं और अजमेर दक्षिण विधायक अनीता भदेल से अपने बच्चों की सुरक्षा की मांग की है।
भाई बोला- झूठा फंसाना चाह रहे थे आरोपी
फूलचंद के भाई (काका के लड़के) भाजपा पार्षद वार्ड-37 सोहन सिंह रावत ने बताया कि 2 महीने पहले माखुपुरा के ही मोहन सिंह का बेटा भाग गया था। जिसके बाद मोहन सिंह और उसके रिश्तेदारी में लगने वाले रणवीर सिंह ने फूलचंद और उसके बेटे पर इल्जाम लगाना शुरू कर दिया। वे दोनों को परेशान करते थे और कहते थे कि तुम दोनों ने मिलकर मेरे बेटे को गायब किया है और उससे 6-7 लाख रुपए वसूले हैं। वो फूलचंद को धमकाते थे कि पुलिस तो तुम दोनों को रिमांड पर ले नहीं रही। लेकिन अब हम तुम्हें रिमांड पर लेंगे। मोहन सिंह एक कॉलेज में गार्ड की नौकरी करता है। वहीं उसकी रिश्तेदारी में लगने वाला रणवीर सिंह का ट्रांसपोर्ट का काम है।
पार्षद सोहन सिंह रावत ने बताया कि फूलचंद ने जहर खाने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा और अपने मोबाइल में आत्महत्या करने वाले के लिए मजबूर करने वाले व्यक्तियों का नाम उजागर किया है। इन लोगों ने मेरे भाई को बहुत परेशान किया था और उसे आए दिन धमकी दी जा रही थी। इससे परेशान होकर उसने यह कदम उठाया है। वार्ड पार्षद ने जिला पुलिस से परिवार को न्याय और उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है।

विडियो में क्या कहा-
वीडियो में मृतक फूलचंद कहता नजर आ रहा है कि- मुझे पुलिस से डर लगता है, मुझे घबराहट होने लगती है। मैं सीधा काम पर जाता हूं और घर आता हू़ं, मुझे तो पुलिस की शक्ल से ही डर लगता है। फूलचंद मजदूरी करके घर का गुजारा चलाता था। उसके 1 बेटा और 2 बेटियां हैं। परिवार में उसकी पत्नी और मां का रो-रोकर बुरा हाल है।
सुसाइड नोट भी लिखा
मृतक फूलचंद रावत जहर खाने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था। मृतक ने आरोपियों के नाम लिखे हैं। सुसाइड नोट के जरिए अपने बच्चे को झूठे में फंसाने की बात लिखी है। फूलचंद ने लिखा है कि- यह तो पैसे वाले हैं और मेरे पास एक रुपए भी नहीं है लगाने के लिए। मेरे बच्चे की जिंदगी खराब करने में तुले हुए हैं। अब मेरे बेटे की जवाबदारी पार्षद सोहन सिंह रावत और विधायक अनीता भदेल की है। मृतक फूलचंद अपने भाई सोहन सिंह और अजमेर दक्षिण विधायक अनिता भदेल से अपने परिवार की सुरक्षा करने की मांग की है।
Add Comment