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पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस एक महीने में दूसरी बार फेल:अपने ऑफिस पर रॉकेट अटैक का पता नहीं चला; अब मूसेवाला की सुरक्षा में चूके

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*पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस एक महीने में दूसरी बार फेल:अपने ऑफिस पर रॉकेट अटैक का पता नहीं चला; अब मूसेवाला की सुरक्षा में चूके*
पंजाब पुलिस की इंटेलिजेंस इस महीने में दूसरी बार फेल रही। पहले उनके अपने ही ऑफिस पर रॉकेट अटैक हो गया। इसके बारे में वह पहले अलर्ट नहीं दे सके। अब मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के खतरे को नहीं भांप सके। उनकी सिक्योरिटी में कटौती करवा दी गई। इससे पंजाब पुलिस की कारगुजारी को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। मूसेवाला के मामले में DGP वीके भावरा ने सुरक्षा चूक का सवाल ही नहीं सुना। उन्होंने कहा कि घल्लूघारा दिवस की वजह से कमांडो वापस लिए थे। मूसेवाला के पास 2 गनमैन थे, वह उन्हें साथ नहीं ले गए थे।

*दोनों बार गैंगस्टर्स के आगे बौनी साबित हुई पंजाब पुलिस*

*रॉकेट अटैक के पीछे निकला गैंगस्टर लंडा*
पंजाब पुलिस के मोहाली स्थित इंटेलिजेंस विंग के हेडक्वार्टर पर 9 मई को अटैक हुआ था। बिल्डिंग पर रॉकेट दागा गया था। पुलिस ने इसकी जांच की तो पता चला कि यह हमला कनाडा में बैठे गैंगस्टर लखबीर सिंह लंडा ने करवाया। उसी ने रॉकेट पंजाब तक पहुंचाया। पुलिस अभी तक रॉकेट दागने वाले हमलावरों को नहीं पकड़ सकी है।

*मूसेवाला की हत्या के पीछे लॉरेंस गैंग और गोल्डी बराड़*
शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला की सिक्योरिटी में मान सरकार ने कल ही कटौती की थी। उनकी सुरक्षा में पहले 10 पुलिसकर्मी थे। जिन्हें कम कर पहले 4 किया गया। इसके बाद उन्हें भी घटाकर 2 कर दिया गया। मूसेवाला गैंगस्टर्स के निशाने पर थे। इसके बावजूद पुलिस ने उन्हें हाई सिक्योरिटी थ्रैट से बाहर निकाल दिया। उनके पास सिर्फ 2 गनमैन छोड़ दिए। सीधे तौर पर यहां भी पुलिस की इंटेलिजेंस खतरे को नहीं भांप सकी। इसकी जिम्मेदारी कनाडा बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली है, जो जेल में बंद लॉरेंस विश्नोई का साथी है।

*DGP ने दी घल्लूघारा दिवस की दुहाई, सवाल नहीं सुने*
DGP वीके भावरा ने कहा कि मूसेवाला साढ़े 4 बजे घर से निकले। साढ़े 5 बजे वह खुद थार चलाकर जा रहे थे। उनके साथ 2 लोग थे। इनके पीछे एक गाड़ी थी और 2 गाड़ियां सामने से आई। उन्हें गोलियां मारी गई। अस्पताल पहुंचने तक उनकी मौत हो चुकी थी। यह मामला गैंगवार का है। सिद्धू मूसेवाला के मैनेजर शगनप्रीत का नाम मोहाली में हुए विक्की मिड्‌डूखेड़ा के मर्डर में आया था। शगनप्रीत ऑस्ट्रेलिया में है। उसका बदला लेने के लिए लॉरेंस विश्नोई गैंग ने यह मर्डर करवाया है। इसकी जिम्मेदारी कनाडा बैठे गैंगस्टर ने ले ली है।DGP ने कहा कि मूसेवाला के पास पंजाब पुलिस के 4 कमांडोज हैं। घल्लूघारा दिवस की वजह से उनके 2 कमांडों वापस लिए गए थे। 2 कमांडों उनके पास थे। जब वह गए तो कमांडों को साथ नहीं ले गए। कमांडों को कहा कि उन्हें साथ आने की जरूरत नहीं है। मूसेवाला के पास प्राइवेट बुलेट प्रूफ गाड़ी थी, उसे भी मूसेवाला साथ नहीं ले गए। CM भगवंत मान के आदेश पर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई जा रही है। इसके लिए रेंज के IG को कह दिया गया है। मौके से 3 तरह के हथियार के खोल मिले हैं। इस दौरान 30 से ज्यादा फायर हुए।

*लॉरेंस गैंग का पोस्ट- अपने भाई की मौत का बदला लिया*
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। गैंग ने पोस्ट में लिखा कि आज जो सिद्धू मूसेवाला का कत्ल हुआ है उसकी जिम्मेदारी मैं और मेरा भाई गोल्डी बराड़ ले रहे हैं। आज लोग हमें चाहे जो कहें लेकिन इसने हमारे भाई विक्की मिड्‌ढूखेड़ा की हत्या में हेल्प की थी। हमने आज अपने भाई की हत्या का बदला ले लिया। मैंने इसे जयपुर से कॉल भी की थी और कहा था कि तुमने गलत किया है।इसने मुझे कहा कि मैं किसी की परवाह नहीं करता, तुम जो कर सकते हो कर लेना। मैंने भी वैपन लोड करके रख दिया था और आज हमने अपने भाई विक्की की हत्या का बदला ले लिया। ये तो स्टार्टिंग है अभी जो उस कत्ल में शामिल थे वह भी तैयार रहें। बाकी जो मीडिया कह रहा है कि AK-47 चली ये बिल्कुल गलत है। फेक न्यूज न चलाओ। आज हमने सभी के वहम निकाल दिए हैं… जय बलकारी….

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