प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के पशुओं हेतु 13 हजार करोड़ राशि से पशुओं में कोरोना वैक्सीनेशन के प्रबंध किए गए हैं: केन्द्रीय मंत्री मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी पुरषोत्तम रूपाला
बीकानेर। केन्द्रीय मंत्री, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी पुरुषोत्तम रूपाला राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में शिरकत करने आज बीकानेर पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने एनआरसी में कैमल प्रोडक्ट प्रोसेसिंग यूटिलाइजेशन एंड ट्रेनिंग विंग का शुभारंभ किया तथा घुमंतु पशुपालकों के साथ चर्चा की। शुभारंभ के दौरान केंद्रीय कला एवं संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल, बीएसएफ डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़, एनआरसीसी केन्द्र निदेशक डॉ.आर्तबन्धु साहू भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर संवाददाता से विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के पशुपालकों एवं पशुओं के लिए विशेष रूप से चिंतित है जिसको देखते हुए उन्होंने देश के आम नागरिकों को कोरोना वैक्सीन मुफ्त उपलब्ध करवाने के साथ ही देश के सभी पशुओं हेतु भी भारत सरकार के खर्च पर 13000 करोड़ राशि से कोरोना वैक्सीनेशन की व्यवस्था करवाई है। इसके साथ ही पशुओं हेतु मोबाइल वेटरनरी यूनिट की भी स्थापना को मंजूरी दी गई है। पूरे देश में 4000 से ज्यादा इस प्रकार की मोबाइल वेटरनरी यूनिट को मंजूरी मिली है जो भारत सरकार के खर्चे पर कार्य करेगी तथा इसे राज्य सरकार के माध्यम से संचालित करवाया जाएगा।इस पर राज्य सरकार द्वारा चिकित्सा इत्यादि की व्यवस्था की भी सिफारिश की गई थी जिसको देखते हुए उसका खर्च भी साठ प्रतिशत तक भारत सरकार वहन करेगी।साथ ही बदलाव तथा इस क्षेत्र में सुधार एवं संरक्षण पर बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि इस दिशा में विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में ऊंटों के दूध इत्यादि से बनाए जा रहे उत्पादों को तालीमबद्ध कर आज ये लोकार्पण किया गया है। इस अवसर पर उन्होंने पौधारोपण भी किया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि घुमंतू जाति हेतु एक अलग सेल की स्थापना की गई है जो कि उनका रजिस्ट्रेशन उनकी संख्या उनकी समस्याएं एवं उनके संरक्षण हेतु प्रयास करेगी ।इसके साथ-साथ पशु संख्या बढ़ोतरी हेतु भी अन्य उपाय किए जाएंगे।
केन्द्र निदेशक डॉ.आर्तबन्धु साहू ने बताया कि यहां उन्होंने भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद के बीकानेर स्थित पशु विज्ञान संबद्ध संस्थानों/केन्द्रों यथा- भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र सहित भाकृअनुप-राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र, केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान तथा विविध संगठनों जैसे- सहजीवन संस्था, गुजरात, उरमूल (बज्जू), नाबार्ड बीकानेर आदि की उन्नत व अभिनव प्रौद्योगिकी एवं योजनाओं की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने घुमंतू पशुपालकों से भी विशेष परिचर्चा के साथ एनआरसीसी की अनुसंधान से जुड़ी गतिविधियों का अवलोकन करते हुए वैज्ञानिकों से भी चर्चा की । कार्यक्रम में उपस्थित बीएसएफ डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि बीएसएफ द्वारा ऊंटों की ट्रेनिंग से लेकर ऊंटों के संरक्षण को लेकर विशेष प्रयास किए जा रहे है तथा जल्द ही ऊंटों की बीमारियों और चेकअप हेतु कैंप भी लगाया जाएगा।
पशुपालकों में ऊंट पालक गेंदा राम, जोहराराम बिश्नोई भेड़पालक कायमदीन, ने पशुओं के पालन में आ रही समस्याओं का जिक्र करते हुए इन से निदान पाने के लिए केंद्रीय मंत्री से आयोजित परिचर्चा में भाग लिया।

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