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प्री-डीएलएड परीक्षा 2024: अलर्ट! प्रश्नपत्र की भाषा चयन में बरतें सावधानी

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• प्री-डीएलएड परीक्षा 2024 : जिस भाषा को लॉक करेंगे, प्रश्नपत्र उसी में मिलेगा, किसी भी दशा में दूसरी भाषा का पेपर नहीं मिलेगा
• अब तक आवेदन की संख्या पहुंची एक लाख, अंग्रेजी के केवल तीन हजार फॉर्म आए

कोटा। वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय द्वारा इस बार आयोजित की जाने वाली प्री-डीएलएड परीक्षा 2024 मंे प्रश्नपत्र हिन्दी और अंग्रेजी में अलग-अलग आएंगे। बीते दिनों उच्चस्तरीय निर्देशों के बाद इस पर अगल शुरू हो गया है। प्री-डीएलएड परीक्षा 2024 के समन्वयक डॉ रवि गुप्ता ने बताया कि अभ्यर्थियों को आवेदन फार्म भरते समय यह सावधानी बरतनी होगी कि उन्हें किस भाषा में प्रश्नपत्र चाहिए। अभ्यर्थी एक बार में जो भी भाषा लॉक कर देगा, उसे उसी भाषा का प्रश्नपत्र दिया जाएगा और यह किसी भी दशा में बदला नहीं जाएगा। पूर्व में यह व्यवस्था थी कि हिन्दी और अंग्रेजी भाषा का एक ही प्रश्नपत्र छपता था और इसमें करीब 32 से 40 पेज छपते थे। अब दोनों भाषाओं के अलग-अलग प्रश्नपत्र छपेंगे तो पृष्ठों की संख्या कम होने से कागज की बचत होगी। बीती 11 मई से लगातार आवेदन वीएमओयू को प्राप्त हो रहे हैं। अब तक एक लाख आवेदन प्राप्त हो चुके हैं जिसमें अंग्रेजी माध्यम के लगभग तीन हजार फार्म ही आए हैं। हिन्दी और अंग्रेजी में अलग-अलग प्रश्नपत्र छपने से कागज की बर्बादी भी रूकेगी और हर अभ्यर्थी को उसी भाषा का प्रश्नपत्र मिलेगा जो उसने अपने आवेदन फार्म में मांगा है। ऐसे में अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि आवेदन करते वक्त प्रश्नपत्र की भाषा का चयन ढंग से करें, परीक्षा केन्द्र पर प्रश्नपत्र बदला नहीं जाएगा। अलग-अलग भाषा में पेपर बनने से करीब 16 से 20 पेज में पूरी बुकलेट बन जाएगी जिसमें छपाई का खर्चा भी पहले से काफी कम हो जाएगा और परीक्षार्थियों को भी काफी सहूलियत रहेगी।

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