फौजी के बेटे को किया परीक्षा से वंचित:ऑफिस के सामने धरने पर बैठा जवान, 1.40 लाख फीस ली, एक साल खराब कर दिया
झुंझनू:एक फौजी न्याय के लिए भटक रहा है। फौजी आज एसपी ऑफिस के सामने धरने पर बैठा है। आरोप है कि निजी स्कूल संचालक ने पूरी फीस लेने के बाद भी उसके बेटे को परीक्षा से वंचित कर दिया। बेटे का एक साल खराब हो गया। एक माह से फौजी चक्कर लगा रहा है। जवान ने एसपी से स्कूल संचालक के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।खेतड़ी में रवां के धर्मवीर गुर्जर भारतीय फौज में है। अभी छुट्टी आया हुआ है। फौजी ने बताया- टोडी की निजी संस्थान में अपने बेटे का एडमिशन कराया था। तीन किस्तों में फीस के 1.16 लाख व 5 हजार रुपए ड्रेस किट के जमा करवाए थे। पूरी फीस लेने के बावजूद स्कूल ने बेटे को परीक्षा से वंचित कर दिया। बेटे का एडमिशन पांचवीं कक्षा में था। इस बार पांचवीं कक्षा बोर्ड है। बच्चे को परीक्षा से वंचित रख दिया गया है। इस सम्बन्ध में कलेक्टर को अवगत करवाया था, कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए थे।कलेक्टर के आदेश पर जिला शिक्षाधिकारी पितराम काला ने जांच के आदेश दिए थे। जिला शिक्षा अधिकारी ने उदयपुरवाटी शिक्षा अधिकारी को जांच कर दो दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इन आदेशों को 15 दिन से अधिक का वक्त बीत गया है। फौजी ने बताया कि अब न्याय के लिए राष्ट्रपति के पास जाऊंगा।फौजी ने स्कूल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उसने जो फीस जमा करवाई है, उसमें स्कूल ने बच्चे पर जो खर्च किया, उसे छोड़ बाकी रकम लौटाने की मांग की है। फौजी ने बताया कि स्कूल संचालक उसको धमकी भी दे रहे हैं। इस सम्बन्ध में एसपी को भी अवगत करवाया दिया है। दूसरी ओर संस्थान पदाधिकारियों का कहना है कि विद्यालय ने पूरी फीस ली है। लेकिन ओरिजिनल टीसी नहीं देने के कारण छात्र का एडमिशन निरस्त हो गया।

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