बीकानेर 24 दिसंबर 2024 जिला कांग्रेस कमेटी शहर एवं देहात के तत्वावधान में तथा शहर अध्यक्ष यशपाल गहलोत एवं देहात अध्यक्ष बिशनाराम सियाग प्रतिनिधि उपाध्यक्ष मुखराम धतरवाल की संयुक्त अध्यक्षता में बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर 07 परिक्रमा देकर देश के गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा एवं उनके विरुद्ध राष्ट्रद्रोह की कार्रवाई करने हेतु प्रदर्शन किया।
जिला संगठन महासचिव मार्शल प्रहलाद सिंह ने बताया कि बताया कि इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रेषित विज्ञप्ति का वाचन किया किया गया।जिसमें कहा गया कि 18वीं लोकसभा के शीतकालीन सत्र सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी द्वारा संविधान और संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के अपमान के लिए देश के संसदीय इतिहास में दर्द हो गया है।भाजपा हमेशा से लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों के प्रति तिरस्कार दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ती। इस बार तो हद ही पार कर दी संविधान के 75 वर्ष पूर्ण होने के होने पर कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के दलों ने संसद में सरकार से संविधान पर चर्चा की मांग रखी। अडानी,मणिपुर,संभल जैसे मामलों पर सदन में बहस की मांग लगातार ठुकराए जाने के बाद प्रतिपक्ष की संविधान पर चर्चा की मांग मान ली गई। इस मौके पर कांग्रेस समेत सभी दलों में सरकार को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों की प्रतिबद्धता याद दिलाई। समता, समानता और न्याय के डॉ.अंबेडकर के आदर्शों पर चलने की सलाह बीजेपी को कतई राश नहीं आई।सत्तापक्ष ने लगातार विपक्ष को बोलने से रोकने की कोशिश की। यही नहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने डॉ अंबेडकर का अपमान कर संघ और बीजेपी की मनुवादी मानसिकता उजागर कर दी।
अमित शाह ने कहा कि “अभी एक फैशन हो गया है-अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता”।
आरक्षण खत्म करने की साजिश के तहत बीजेपी की संविधान बदलने की कोशिश को 2024 के आम चुनाव में जनता ने नाकाम कर दिया था और बैसाखी सरकार बनाकर लोकतांत्रिक मूल्यों का पाठ पढ़ाया था। लेकिन बीजेपी यह खीज अब संविधान निर्माता पर निकल रही है और बाबा साहेब का अपमान किया गया है। लेकिन दुख की बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमित शाह को सीख देने के बजाय आरोप प्रत्यारोप की राजनीति तेज कर दी।
कांग्रेस समेत प्रतिपक्ष ने पीएम मोदी से अमित शाह के स्थिति की मांग की है, लेकिन मोदी सरकार डॉ आंबेडकर के अपमान को अपराध मानने को तैयार नहीं है।उल्टे बीजेपी ने संसद की कार्रवाई ठप्प रखी। यही नहीं अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों के साथ धक्कामुक्की की गई। पार्टी अध्यक्ष मलिक का अर्जुन खड़गे को गिरा दिया गया। बीजेपी ने षड्यंत्र के तहत नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर दी गई।
बीजेपी और उसकी मातृसंस्था आरएसएस हमेशा से डॉक्टर अंबेडकर और संविधान विरोधी रही है। इन्होंने न सिर्फ संविधान के निर्माण के समय से ही विरोध किया, बल्कि इससे पहले डॉक्टर अंबेडकर को चुनाव हरवाया था।
कांग्रेस डॉक्टर अंबेडकर के अपमान को लेकर अमित शाह के इस्तीफे की मांग पर अटल हैं। जब तक अमित शाह इस्तीफा नहीं देंगे,तब तक कांग्रेस विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगी।
जिला संगठन महासचिव नितिन वत्सस ने बताया कि आज के विरोध प्रदर्शन में अध्यक्षों के साथ केशराराम गोदारा गजेन्द्र सांखला,इकबाल मालवान ,सलीम भाटी, लेखराम धतरवाल,साजिद सुलेमानी, अर्जुनराम कूकणा,सांगिलाल वर्मा, तोलाराम सियाग,गुमानाराम जाखड़, ओमप्रकाश लोहिया, हेतराम जाखड़, महेन्द्र देवड़ा, सत्तू खां पड़िहार, राजकुमारी व्यास, श्रीकृष्ण गोदारा, आशा स्वामी, सीताराम डूडी,जावेद पड़िहार,वन्दना गुप्ता, शिवराज गोदारा, आनन्द जोशी, भवानी सिंह, हरजी राम सारण, जहूरद्दीन,ब्लॉक अध्यक्ष शहज़ाद भुट्टा, सुमित कोचर,मदनलाल चौहान, अजय गोदारा, विकास चौधरी, ख्यालीराम सुथार,मुरली गोदारा,मुरली पन्नू,मूलाराम थोरी, बीरजाराम भील, दिलीप बांठिया,हरिप्रकाश बाल्मीकि, बंसीधर हुड्डा, रघुवीर चौधरी, हाजिर खान, अहमद अली भाटी,मैक्स नायक, पन्नालाल नायक, मनोज कुमार, हारून कुरेशी, मुजाहिद हुसैन,चम्पालाल बारूपाल, संजय गोयल, मालचंद कस्वां, मानक, सुरेश बाल्मीकि, राहुल जादुसांगत,मनोज,यूनस अली,मनोज कुमार व्यास, मुकेश जोशी, मनोज किराडू,रामप्रताप भादू, हरिराम, गोपीराम,रोहित, राजू जाखड़,सुनील सारस्वत, हजारीराम सारण, मनफूल, राजेश मण्डा, मनोज पारख, श्यामसुंदर दर्जी, सन्दीप नाई, अयूब खान, प्रकाश दुसाद, रिछपाल सीगड़ सहित अनेक कांग्रेसी उपस्थित रहे।
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