बिल्डर के ट्रांसफॉर्मर लगाए बिना ही जारी कर दिए कनेक्शन:10 से ज्यादा मल्टी स्टोरी में अवैध कनेक्शन दिए, बिजली निगम को 25 लाख राजस्व नुकसान

बिजली विभाग में आवेदन करने वाले उपभोक्ताओं को समय पर अधिकारी कनेक्शन जारी नहीं कर रहे हैं। कनेक्शन के लिए उपभोक्ता जोन स्तर पर आफिस में चक्कर लगा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ विभाग के झोटवाड़ा जोन में अधिकारियों की ओर से मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में अवैध कनेक्शन देने का मामला सामने आया है। जोन के एक्सईएन डीके पुंडीर, एईएन राजेश वर्मा और जेईएन ने बिल्डर से सांठगांठ करके नियमों के ताक में रख कर कनेक्शन जारी कर दिए।
मामले का खुलासा शिकायत के बाद दो एक्सईएन आरके मीना और टीसी सिंघल के नेतृत्व में बनी जांच कमेटी की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट में नियम विरुद्ध कनेक्शन देने से बिजली विभाग को करीब 25 लाख रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है। विभाग में सितंबर महीने में शिकायत की गई कि झोटवाड़ा क्षेत्र में मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में अवैध तरीके से बिजली कनेक्शन दिए जा रहे हैं। शिकायत के तुरंत बाद जांच कमेटी का गठन किया गया। कमेटी ने 4 सितंबर को अधिकारियों को जांच रिपोर्ट सौंप दी।
ऐसे दिए नियम विरुद्ध कनेक्शन
मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में कनेक्शन के लिए बिल्डर को खुद का ट्रांसफार्मर लगाना होता है। इसमें लगने वाले पैनल, बॉक्स और केबिल बिल्डर की होती है। इन सभी की पहले बिजली विभाग की लैब में जांच होती है। जांच के लिए राशि जमा करानी होती है। ये सब बिजली विभाग के अधिकारियों के सुपरविजन में होता है। इसके लिए बिल्डर को राशि जमा करानी पड़ती है। अधिकारियों ने इसके विपरीत जाकर बिल्डर की ओर से बिना ट्रांसफार्मर, पैनल, बॉक्स और केबिन डाली मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में बिजली विभाग के ट्रांसफॉर्मर से कनेक्शन जारी कर दिए। इस तरह से करीब 10 से अधिक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में अवैध तरीके से कनेक्शन देने का मामला सामने आया है।
अवैध कनेक्शन से यह हो रहा है नुकसान, लोड बढ़ गया
मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में अवैध तरीके से कनेक्शन देने की वजह से सरकार को तो राजस्व का नुकसान हुआ ही है। वहीं विभाग के ट्रांसफॉर्मर पर लोड बढ़ गया है। इस वजह से फाल्ट की समस्या बढ़ गई है और बिजली गुल हो रही है। इतना ही बार-बार बिजली गुल होने की वजह से उपकरण फूंक रहे हैं।
किस बिल्डिंग में कितने का हुआ नुकसान
झोटवाड़ा पुलिया के पास बनी गणेशपुरी सेकंड कॉलोनी और इसके आसपास बनी बिल्डिंग में अवैध कनेक्शन दिए गए। प्लांट नंबर सी-35, 36, और सी -37 में 91 हजार रुपए, सी-30, सी 31 एवं 34 में 91 हजार रुपए, सी-3,4,5 में 1 लाख 36 हजार, सी-6ख 7,8,9, 13 च 14 में करीब 3 लाख रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है।
अभी जांच रिपोर्ट मेरे पास नहीं आई
इस पूरे मामले पर जयपुर डिस्कॉम के एमडी आरएन कुमावत ने कहा- जांच रिपोर्ट में अवैध तरीके से कनेक्शन देने की बात सामने आई है। हालांकि अभी तक मेरे पास रिपोर्ट नहीं आई है। जैसे ही रिपोर्ट आएगी, आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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