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मिसाइलें, बम…’इजरायली ब्रह्मास्‍त्र’ से बेदम होगा चीनी ड्रैगन, भारत आ रहे हेरोन ड्रोन

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REPORT BY SAHIL PATHAN
भारत को जल्‍द ही इजरायल के अत्‍याधुनिक हेरोन मार्क-2 ड्रोन‍ विमान मिलने जा रहे हैं। ये ड्रोन विमान 45 घंटे तक हवा में रह सकते हैं और इन्‍हें मिसाइलों तथा लेजर गाइडेड बमों से लैस किया जा सकता है।
लद्दाख में भारत और चीन में बढ़ते तनाव के बीच भारतीय सेना ने अपनी तैयारी को पुख्‍ता करना तेज कर दिया है। भारत ने इजरायल से 4 हेरोन मार्क-2 ड्रोन खरीदा है। भारत पहले से ही हेरोन ड्रोन का इस्‍तेमाल करता रहा है लेकिन ये 4 ड्रोन अपग्रेड वर्जन हैं और इसमें लेजर गाइडेड बम और मिसाइलें भी लगाई जा सकती हैं। माना जा रहा है कि भारत इस ड्रोन को लद्दाख में तैनात करेगा। इजरायली ड्रोन विमान के लिए इस साल जनवरी में समझौता हुआ था लेकिन कोरोना संकट की वजह से विमान मिल नहीं पाए थे। अब अगले दो से तीन महीने में इजरायल दो हेरोन मार्क 2 ड्रोन विमान दे सकता है। दो अन्‍य ड्रोन विमान साल के अंत तक मिल सकते हैं। आइए जानते हैं कि कितना खतरनाक है हेरोन मार्क 2 ड्रोन विमान….
​इजरायल से भारत को मिले एक से बढ़कर ड्रोन
भारत और इजरायली कंपनी आईएआई के बीच पहले करीब 20 करोड़ डॉलर का लीज होना था लेकिन चीन के साथ लद्दाख में तनाव के बाद मोदी सरकार ने इन विमानों को खरीदने का फैसला किया। भारतीय वायुसेना की ‘प्रॉजेक्‍ट चीता’ योजना के तहत 90 हेरोन ड्रोन लिए जाने हैं। इनको लेजर गाइडेड बम, हवा से जमीन में हमला करने वाली मिसाइलें और हवा से दागी जाने वाली टैंक रोधी मिसाइलें तैनात करने की योजना है। भारतीय वायुसेना के पास पहले से ही 180 इजरायल निर्मित यूएवी है, इसमें 108 सर्चर और 68 हेरोन 1 सर्विलांस और जासूसी ड्रोन शामिल हैं। ये ड्रोन किसी हथियार से लैस नहीं हैं। इसके अलावा इजरायली कंपनी आईएआई ने भारत को हार्पी ड्रोन दिया है जो बेहद घातक विस्‍फोटक ले जाने में सक्षम हैं। ये ड्रोन विमान अपने लक्ष्‍य जैसे रेडार स्‍टेशन आदि के पास पहुंचते ही खुद को नष्‍ट कर लेते हैं।
​जानें कितना खतरनाक है हेरोन मार्क-2 ड्रोन
इजरायली कंपनी आईएआई के सीईओ बोआज लेवी ने कहा कि यह दर्शाता है कि भारत हेरोन ड्रोन को लेकर बहुत संतुष्‍ट है। इजरायली मीडिया के मुताबिक हेरोन मार्क-2 ड्रोन दुनिया की सबसे उन्‍नत तकनीक से लैस है। यह एक रणनीतिक और कई तरह के मिशन को अंजाम देने में सक्षम ड्रोन है। यही नहीं अपने साथ ये विमान कई तरह के पेलोड ले जाने में सक्षम हैं। इस ड्रोन विमान में रोटेक्‍स 915 आईएस इंजन लगे हैं जो इसे 10 हजार मीटर की ऊंचाई पर ले जाने में मदद करते हैं। इसकी अधिकतम स्‍पीड 140 नॉट्स प्रतिघंटे है। यह विमान 45 घंटे तक लगातार हवा में रह सकता है। हेरोन मार्क-2 विमान पहले बनाए गए हेरोन यूएवी का अपडेटेड मॉडल है। हेरोन यूएवी का इस्‍तेमाल इजरायली एयरफोर्स समेत दुनिया के 20 संगठन करते हैं। अब इसके सेंसर को बड़ा किया गया है और सुधारा गया है जिससे यह बेहद खतरनाक हो गया है। इससे अब भारत बिना सीमा रेखा पार किए अपने दुश्‍मन के ठिकानों की काफी दूरी से ही टोह ले सकेगा।
​समुद्र में पनडुब्‍ब‍ियों का पता लगाने में सक्षम
हेरोन मार्क-2 ड्रोन विमान में एक सर्वर लगा हुआ है जिससे यह अपने अंदर बड़ी मात्रा में डेटा को इकट्ठा कर सकता है। इसका टेकऑफ के समय अधिकतम वजन 1,350 किलोग्राम है। इसकी गति भी पहले के मुकाबले बेहतर हो गई है। हेरोन मार्क-2 ड्रोन को काफी चौड़ा और मजबूत बॉडी बनाया गया है। इससे यह इतना मजबूत हो गया है कि आसानी से पनडुब्‍बी की टोह लेने वाले सोनोबओय मॉनिटरिंग सिस्‍टम को ले जा सकता है। साथ ही यह पानी के अंदर भी लक्ष्‍य का पता लगा सकता है। हेरोन मार्क-2 ड्रोन विमान लंबी दूरी तक आसानी से नजर रख सकता है। इस ड्रोन के सिस्‍टम को दूर बैठकर ही सैटलाइट की मदद से बंद किया जा सकता है और उसे फिर से स्‍टार्ट किया जा सकता है। इजरायली ड्रोन विमान को भारत के अलावा कनाडा, चिली, कोलंबिया, फ्रांस, जर्मनी, मेक्सिको, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया इस्‍तेमाल करते हैं।

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