बीकानेर। बीकानेर में दिनांक 18 से 22 मार्च 2024 तक आयोजित होने वाला बीकानेर थिएटर फेस्टिवल राजस्थान के प्रसिद्ध रंगकर्मी सरताज माथुर को समर्पित किया जाएगा। सरताज माथुर राजस्थान के वरिष्ठ नाट्य निर्देशक हैं जिन्हें हाल ही में उपराष्ट्रपति द्वारा संगीत नाटक अकादमी के सर्वोच्च सम्मान अमृत अवार्ड से नवाजा गया है। उन्हें राजस्थान संगीत नाटक अकादमी अवार्ड, सवाई मानसिंह अवार्ड एवं कई महत्वपूर्ण सम्मान मिल चुके हैं। सरताज माथुर 100 से अधिक नाटकों का निर्देशन एवं करीब 300 से अधिक नाटकों में अभिनय करने के साथ करीब 15 नाटकों का लेखन भी कर चुके हैं। उनके काम से संबंधित एक प्रदर्शनी भी हंशा गेस्ट हाउस में लगाई जाएगी। सरताज माथुर ने दूरदर्शन में काम करने के साथ जवाहर कला केंद्र में भी नाटक प्रभारी के रूप में कार्य किया। इस दौरान राज्य स्तरीय नाट्य और नाट्य लेखन प्रतियोगिता जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लिये, साथ ही फ्राइडे थिएटर की शुरुआत भी उनके द्वारा ही की गई। इला अरुण, अनूप सोनी जैसे सिनेमा के कलाकार भी उनके निर्देशन में कार्य कर चुके है।
आयोजन समिति के सुरेन्द्र धारणीया ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साल के बीकानेर थिएटर फेस्टिवल के पांच दिनों में देश के 20 चर्चित नाटको का मंचन किया जाएगा। बीकानेर के रंगप्रेमियों और दर्शकों के लिए यह देश के प्रसिद्ध नाटक अपने ही शहर में देखने का अवसर होगा. सभी नाटको में दर्शकों का प्रवेश निशुल्क होगा। इन नाटको के मंचन के बहाने देश के प्रसिद्ध रंगकर्मी भी बीकानेर आएंगे और नाट्य मंचन के साथ ही रंग-चर्चाओ में हिस्सा लेंगे। फेस्टिवल में भाग लेने के लिए दिल्ली, जयपुर, मुंबई, बरेली, चंडीगढ़, भीलवाड़ा, जोधपुर, जबलपुर जैसे शहरों से नाट्य दल बीकानेर आकर फेस्टिवल में अपने नाटको की प्रस्तुतियां देंगे। बीकानेर थिएटर फेस्टिवल का इस बार आठवा साल होगा। सुरेन्द्र धारणीया ने बताया कि बीकानेर के रंगकर्मियों के इस सामूहिक आयोजन से देश में बीकानेर के नाट्य जगत की सक्रियता से अवगत कराया है।
आयोजन समिति के सदस्य और आर्थिक मामलो के जानकर डॉ पी एस वोरा ने बताया जानकारी देते हुए बताया कि जिला प्रशासन, अनुराग कला केन्द्र, श्री तौलाराम हंसराज डागा चैरिटेबल ट्रस्ट, विरासत संवर्द्वन संस्थान, विलसम इंटरनेशनल स्कूल, श्री तोलाराम बाफना स्कूल और उतर पश्चिम रेलवे, बीकानेर मंडल द्वारा आयोजित इस फेस्टिवल में राष्ट्रीय नाट्य विधालय, नई दिल्ली, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर, उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, पटियाला का भी सहयोग लिया गया है। नाट्य मंचन के अलावा हंशा गेस्ट हाउस में सेमीनार, प्रदर्शनी, रंग चर्चा और व्याखयान के कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।
अतिथि रंगकर्मियों को दिखाया जाएगा बीकानेर का वैभव, खिलायेंगे स्थानीय खाना
समारोह के हंसराज डागा ने बताया कि फेस्टिवल में भाग लेने के लिए बीकानेर आने वाले सभी अतिथियों को कैर सांगरी, गट्टे, दानमेथी, बड़ी, भुजिया, पापड़ की सब्जी परोसी जायेगी ताकि उन्हें बीकानेर के स्वाद से परिचय कराया जा सके। विनसम इंटरनेशनल स्कूल, श्री तोलाराम बाफना एकेडमी के मुख्य सहयोग से आयोजित होने वाले इस फेस्टिवल में अभिनय और निर्देशन की निःशुल्क कार्यशाला आयोजित की जायेगी, साथ ही बीकानेर आने वाले गुणी कलाकारों की एक दिन की मास्टर क्लास भी लगाईं जायेगी जिससे शहर के युवा रंगकर्मी और कलाकार लाभान्वित हो सके। आयोजन के सफल क्रियान्वयन के लिए विभिन्न कमेटियों का गठन कर आयोजन समिति में मन्दाकिनी जोशी, राजेंद्र झुंझ, सुरेन्द्र स्वामी, अशोक व्यास, राहुल चावला, आमिर हुसैन, मुकेश सेवग, श्री बल्लभ पुरोहित, नावेद भाटी, मनीष अग्रवाल, गौरव सोनी, राजशेखर शर्मा, सुमित मोहिल, भगवती स्वामी, मीनू गौर, पूनम चौधरी, भरत राजपुरोहित, अमित सोनी, सौरभ आचार्य, बंटी हर्ष जैसे रंगकर्मियों को शामिल किया गया है।
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