सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में पुलिस ने एक आरोपी को और गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया युवक मास्टर माइंड भूपेंद्र सारण को 40 लाख रुपए में पेपर बेचने वाले फरार टीचर अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा का साथी है। पुलिस ने सोमवार शाम 6 बजे कोर्ट में पेश में पेश किया। कोर्ट ने 7 दिन के रिमांड पर सौंप दिया।
मामले की जांच कर रहे एडिशनल एसपी महेद्र पारीख ने बताया कि रामगोपाल (34) को रविवार रात 9 जे जयपुर से गिरफ्तार किया गया है। पकड़ा गया रामगोपाल पेशे से प्रॉपर्टी कारोबारी है। वह शेरसिंह के साथ मिलकर बिजनेस करता है। दोनों में गहरी दोस्ती है। पेपर लीक से जुड़ी हर जानकारी रामगोपाल को पहले से होती थी। वह शेरसिंह का साथ भी देता था।
पुलिस ने बताया कि शेरसिंह का पूरा बिजनेस और उसके खाते रामगोपाल ही देखता था। पुलिस यह भी संभावना जता रही है कि सीनियर टीचर भर्ती से पहले भी इन्होंने अन्य सरकारी भर्तियों के पेपर लीक करवाए हैं।
एक लाख रुपए के इनामी सुरेश ढाका ने लगाई अग्रिम जमानत याचिका
पेपर लीक मामले के मुख्य सरगना सुरेश ढाका की तरफ से अग्रिम जमानत याचिका लगाई गई है, जिस पर सुनवाई मंगलवार को होगी। सरकार ने ढाका पर 1 लाख रुपए का और उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने 25000 रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। पेपर लीक में सहयोग करने वाले पूर्व में गिरफ्तार लूणाराम सारणा निवासी सांचोर की भी जमानत याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होगी।
राजीव की जमानत खारिज, पेपर सॉल्व के लिए उपलब्ध कराया था रिसॉर्ट
भूपेंद्र सारण के सहयोगी मानें जाने वाले राजीव उपाध्याय की सोमवार को जमानत याचिका खारिज कर दी गई। कोर्ट ने माना कि राजीव की ओर से पेपर सॉल्व कराने के लिए जैन तीर्थ के पास पदमपुरा स्थित ग्रीन फील्ड रिसॉर्ट बुक कराया गया था। इस हॉल को गोपाल सारण और ओमप्रकाश के हवाले किया था। राजीव उपाध्याय को पेपर लीक की पूरी जानकारी थी। वह भूपेंद्र सारण का बिजनेस पार्टनर भी है। इस दौरान राजीव की पत्नी आशा ज्योति दुबे और उसकी बहन कोर्ट में मौजूद थी।
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