सैन्य छावनी में बड़ा खेल: आर्मी की वर्दी में ‘सेना की नौकरी’ बांट रहा था यूपी का युवक; ज्वाइनिंग लेटर भी फर्जी

Bihar News : उसे देखकर अंदाजा लगाना मुश्किल था कि वह सेना का जवान नहीं। बाकायदा वर्दी, आईकार्ड के साथ सैन्य छावनी में युवकों को बुलाता और फिर सेना में नौकरी के नाम पर पैसे लेता। बिहार में पकड़ा गया यूपी का यह युवक। पढ़ें ठगी का ट्रेंड।

सेना में बहाली करने के नाम पर भोले-भाले युवकों से ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को आर्मी इंटेलिजेंस और दानापुर के संयुक्त ऑपरेशन में गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस गिरफ्तार युवक से उनके अन्य सदस्यों के बारे में भी गहराई से पूछताछ कर रही है। गिरफ्तार युवक की पहचान उत्तर प्रदेश के निवासी गंगा सेवक के रूप में हुई है।
जानकारी के मुताबिक, आर्मी इंटेलिजेंस को कुछ वर्ष पूर्व यह सूचना मिली थी कि आर्मी में बहाली के नाम पर भोले-भाले छात्रों को ठगने का काम किया जा रहा है। आर्मी इंटेलिजेंस ऐसे गिरोह के सदस्यों को पकड़ने के लिए कई महीने से जाल बिछा रही थी। शुक्रवार को आर्मी इंटेलिजेंस के अधिकारियों को यह सूचना मिली कि आर्मी में बहाली के नाम पर ठगी करने वाला युवक कुछ छात्रों से ठगी करने की योजना बना रहा है।
बताया जा रहा है कि इस बात की सूचना दानापुर थाना पुलिस को दी गई। दानापुर थाना पुलिस और आर्मी इंटेलिजेंस के अधिकारियों ने जाल बिछाकर ठगी करने वाले शातिर को दानापुर कैंट इलाके से धर दबोचा है। पता चला है कि गिरफ्तार शातिर शख्स आर्मी की वर्दी पहनकर और आई कार्ड दिखाकर भोले-भाले युवकों से बहाली के नाम पर मोटी रकम की वसूली करता था। पुलिस ने गिरफ्तार युवक के पास से सेना का आई कार्ड सहित कई महत्वपूर्ण कागजात भी जब्त किए हैं।
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि दानापुर थाने में फर्जी बहाली के नाम पर कई लोगों ने पूर्व में शिकायत दर्ज कर रखी थी। उसमें वैशाली के प्रियरंजन ने भी इस बात की शिकायत दानापुर थाने में की थी। बताया जा रहा है कि वैशाली के प्रियरंजन ने भी तीन लाख 75 हजार रुपये अपने बेटे को नौकरी दिलवाने के नाम पर उस ठग को दिए थे। उसके बाद उसे जॉइनिंग लेटर भी दिया गया, लेकिन वह फर्जी साबित हुआ।
पूछताछ में पता चला है कि गिरफ्तार ठग इतना बड़ा शातिर है कि उसने अपनी पत्नी का इलाज भी आर्मी अस्पताल में कराया था। अब इंटेलिजेंस ने उस बात की भी छानबीन करना शुरू कर दी है।
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