सोमालिया के तट के पास लापता 2 अमेरिकी नेवी कमांडो:3 दिन पहले संदिग्ध जहाज की जांच करने गए थे; सर्च ऑपरेशन जारी

अमेरिकी नेवी के 2 कमांडो के लापता होने के बाद से कई नेवी शिप और एयरक्राफ्ट्स के साथ सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। (फाइल)
अमेरिका के 2 नेवी कमांडो पिछले 3 दिन से लापता हैं। ये सोमालिया के तट पर एक ऑपरेशन में शामिल थे। दोनों सेलर एक जहाज पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे, जिसके बाद वे 11 जनवरी को लापता हो गए। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि SEAL टीम के सदस्यों को गुरुवार को सोमालिया तट के करीब एक संदिग्ध जहाज के पास जाने के लिए भेजा गया था।
वहां पहुंचने पर कमांडोज ने जहाज को बारीकी से जांच करने के फैसला किया। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के एक अधिकारी ने बताया कि गुरुवार रात जब दोनों सेलर समुद्र से जहाज पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे, तब उनमें से एक कमांडो बोर्डिंग सीढ़ी से फिसल गया। इसके बाद दूसरा कमांडो उसे बचाने के लिए पानी में कूद गया।
इसके बाद से दोनों नेवी सेलर गायब हैं। अधिकारियों ने कहा कि नौसेना के जहाजों और विमानों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया, जहां सर्च और रेस्क्यू मिशन चलाया जा रहा है। हालांकि, अमेरिकी मिलिट्री सेंट्रल कमांड में दोनों सेलरों के नेवी सील टीम का हिस्सा होने से जुड़ा कोई बयान नहीं दिया है।

संदिग्ध जहाज की लोकेशन के पास पहुंचने के बाद लापता हुए दोनों अमेरिकी नेवी कमांडो ने जहाज की करीब से जांच करने का फैसला किया था। (फाइल)
पेंटागन बोला- मामला हूतियों या समुद्री लुटेरों से जुड़ी घटनाओं से अलग
पेंटागन के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि यह घटना पिछले दिनों हुईं हूतियों या समुद्री लुटेरों से जुड़े मामलों से अलग है। हालांकि, उन्होंने ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया। पिछले कुछ हफ्तों से हूती विद्रोहियों और सोमालिया के समुद्री डकैतों ने लाल सागर, अदन की खाड़ी और सोमालिया तट पर जहाजों पर हमला या उन्हें अगवा किया है।
हूतियों का कहना है कि वे गाजा में फिलिस्तीनियों को समर्थन देने के लिए ऐसा कर रहे हैं। लाल सागर में जहाजों पर हूतियों के बढ़ते हमले के बीच अमेरिका और ब्रिटेन ने मिलकर यमन में उनके ठिकानों पर हमले किए।

फुटेज 12 जनवरी की है जब अमेरिका और ब्रिटेन ने मिलकर यमन में हूतियों के ठिकानों पर हमला किया था।
अमेरिका ने दूसरे दिन भी हूतियों की रडार साइट पर मिसाइल अटैक किया था। समुद्र में जहाजों पर हूतियों और समुद्री लुटेरों के हमले का असर भारत पर भी पड़ रहा है। दोनों गुटों ने कई बार भारत आ रहे जहाजों या फिर भारतीय क्रू वाले जहाजों पर हमला किया है। ऐसे कुछ मामलों पर एक नजर…
5 जनवरी 2024
4 जनवरी को सोमालिया के समुद्री लुटेरों ने अरब सागर में लाइबेरिया के फ्लैग वाले लीला नोर्फोक जहाज को हाईजैक कर लिया था। भारतीय नौसेना ने 5 जनवरी को बताया कि जहाज ने ब्रिटेन के मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशन्स (UKMTO) पोर्टल पर एक संदेश भेजा था। इसमें कहा गया था कि 4 जनवरी की शाम को 5-6 समुद्री लुटेरे हथियारों के साथ जहाज पर उतरे थे।
जानकारी मिलते ही भारतीय नौसेना ने हाईजैक किए गए जहाज को छुड़ाने के लिए वॉरशिप INS चेन्नई और मैरिटाइम पेट्रोलिंग एयरक्राफ्ट P8I को रवाना किया गया था। इसके बाद इसमें सवार 15 भारतीयों समेत सभी 21 क्रू मेंबर्स को सुरक्षित निकाल लिया गया।

यह फुटेज उस समय का है जब भारतीय नौसेना की बोट हाईजैक हुए जहाज के बेहद करीब पहुंच गई थी।
23 दिसंबर 2023
इससे पहले 23 दिसंबर को हिंद महासागर में भारत आ रहे मालवाहक जहाज केम प्लूटो पर हमला हुआ था। इसमें 21 भारतीय और एक वियतनामी क्रू मेंबर सवार थे। सऊदी अरब से तेल लेकर भारत आ रहा यह जहाज जापान का था और लाइबेरिया के फ्लैग से ऑपरेट हो रहा था। हमले के वक्त जहाज पोरबंदर तट से 217 नॉटिकल मील (करीब 400 किमी) दूर था।
14 दिसंबर 2023
समुद्री लुटेरों ने माल्टा के एक जहाज को हाईजैक कर लिया था। इसके बाद भारतीय नौसेना ने अपने एक युद्धपोत को अदन की खाड़ी में हाइजैक हुए जहाज MV रुएन की मदद के लिए भेजा था। जहाज को 6 लोगों ने अगवा किया था। भारतीय नौसेना ने माल्टा के जहाज से एक नाविक को रेस्क्यू किया था।
द मैरीटाइम एग्जीक्यूटिव की रिपोर्ट के मुताबिक हाइजैक हुआ जहाज कोरिया से तुर्किये की तरफ जा रहा था। तभी सोमालिया के समुद्री लुटेरों ने उस पर हमला किया था।
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