गोला-बारूद से भरे सेना के ट्रक में लगी आग, हाईवे पर हो रहे धमाके, दोनों ओर लगा लंबा जाम
सेना के ट्रक में गोला बारूद रखा हुआ है। आग लगने के बाद से ट्रक में लगातार धमाके हो रहे हैं। सेना और पुलिस के जवान हालात को काबू करने में लगे हुए हैं।
राजस्थान के उदयपुर जिले में गोगुंदा-पिंडवाड़ा हाईवे पर एक सेना के ट्रक में आग लग गई। ट्रक में गोला-बारूद और हथियार रखे हैं। आग लगने से ट्रक में ब्लास्ट हो रहे हैं। हादसे के कारण हाईवे पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। पुलिस मौके पर पहुंची है, लेकिन बार-बार हो रहे ब्लास्ट के कारण आसपास के इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस और सेना के जवान हालात को काबू करने में जुटे हुए हैं।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिंडवाड़ा की तरफ से सेना के ट्रकों का काफिला उदयपुर आ रहा था। काफिले में शामिल एक ट्रक में गोगुंदा-पिंडवाड़ा हाईवे पर थामला वेरी बेकरिया थाना सर्किल के पास अचानक आग लग गई। उस ट्रक में करीब दो जवान मौजूद थे। दोनों ही सुरक्षित बताए जा रहे हैं। देखते ही देखते ट्रक में लगी आग ने विकराल रूप ले लिया। इसके बाद उसमें धमाके होने लगे। धमाकों के कारण कोई भी ट्रक के पास नहीं जा पा रहा है। आग की सूचना पर दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं हैं। हालांकि अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि ट्रक में आग किस कारण से लगी है।घटना के बाद से बीएसएफ ने इलाके को अपने कब्जे में ले लिया है। सेना के करीब 40 जवान मौके पर तैनात हैं। इसके अलावा पांच थाने के अधिकारी और पुलिसकर्मी भी घटनास्थल पर मौजूद हैं। हाईवे पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। इससे दोनों तरह करीब 15-15 किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है। ट्रक में बार-बार हो रहे धमाकों के कारण आसपास के लोग सहमे हुए हैं। आग की लपटें भी दूर से नजर आ रही हैं।
अधिकारियों के अनुसार 9 बजे से पहले ट्रक में लगी आग पर काबू पा लिया गया है। ट्रक में आग कैसे लगी इस बात की जांच की जा रही है। हाईवे पर रोके गए ट्रैफिक को भी बहाल कर दिया गया है।
अपडेट
उदयपुर के पास सेना के वाहन में आग लगने की घटना
सेना के पांच वाहनों का काफिला उदयपुर सैन्य स्टेशन की ओर जा रहा था। उदयपुर से 60 किमी दूर गोंडा में 1830 बजे, एक वाहन में तकनीकी खराबी आ गई और उसमें आग लग गई।
आग देखते ही सेना की क्विक रिएक्शन टीम (QRT) हरकत में आई और जलते हुए ट्रक को तुरंत घेर लिया और हाईवे पर ट्रैफिक रोक दिया.
किसी भी तरह के कर्मियों या सेना या नागरिकों के जीवन का नुकसान नहीं हुआ। सेना के जवानों की त्वरित प्रतिक्रिया ने यह भी सुनिश्चित किया कि सार्वजनिक संपत्ति या सड़क पर चलने वाले निजी वाहनों को कोई नुकसान न हो।
नागरिक प्रशासन ने भी सड़क पर यातायात प्रबंधन के लिए अपने संसाधनों से सहायता की है। मामले के तथ्यों का पता लगाने के लिए सेना द्वारा एक आंतरिक जांच का आदेश दिया गया है।
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