जयपुर-मुंबई ट्रेन फायरिंग में सवाई माधोपुर के ASI की मौत:जयपुर के पैसेंजर की भी गई जान; आरपीएफ कॉन्स्टेबल ने चलाईं गोलियां

जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) के कॉन्स्टेबल ने अपनी ऑटोमैटिक राइफल से गोलियां चला दीं। गोलीबारी में आरपीएफ के एएसआई और 3 पैसेंजर की मौत हो गई है। मरने वाले एएसआई टीकाराम मीणा राजस्थान के सवाई माधोपुर में श्यामपुरा के रहने वाले थे। वे घर में इकलौते थे और 6 महीने बाद ही रिटायर होने वाले थे। जिन तीन पैसेंजर की मौत हुई, उनमें से एक जयपुर के भट्टा बस्ती निवासी असगर अली (48) भी थे। असगर मूलत: बिहार मधुबनी का रहने वाले थे।
एक महीने पहले ही गए थे ड्यूटी पर
श्यामपुरा गांव के पूर्व सरपंच रामधन मीणा ने बताया- टीकाराम के पिता का नाम रामकरण मीणा है। इकलौते बेटे थे। एक महीने पहले ड्यूटी पर गए थे। पांच-छह महीने बाद ही रिटायर होने की बात घर पर कहकर गए थे। घर में मां भूरी देवी, पत्नी बर्फी देवी, एक बेटा और बेटी है। बेटे का नाम दिलकुश मीणा है। शादी हो चुकी है। कॉम्पिटिशन एग्जाम की तैयारी कर रहा है। बेटी पूजा की भी शादी हो चुकी है।

गोली चलाने वाला कॉन्स्टेबल चेतन (बाएं) और मृतक आरपीएफ एएसआई टीकाराम मीणा (दाएं)।
मुआवजे का ऐलान
पश्चिमी रेलवे ने बयान जारी कर मुआवजे का ऐलान किया है। पश्चिमी रेलवे ने कहा- दिवंगत एएसआई के परिजनों को 15 लाख रुपए रेलवे सुरक्षा कल्याण निधि, 15 लाख रुपए मृत्यु या रिटायरमेंट निधि से दिए जाएंगे। इनके अलावा मृतक के आश्रितों को 20 हजार रुपए अंतिम संस्कार के लिए और 65 हजार रुपए इंश्योरेंस योजना के तहत दिए जाएंगे।
एएसआई टीकाराम मीणा के गांव श्यामपुरा में ग्रामीण घर से कुछ दूरी पर ही लोगों को रोक रहे हैं ताकि मीणा के परिवार वालों को सदमा न लगे।
ट्रेन के बी-5 कोच में फायरिंग
घटना पर पश्चिमी रेलवे की ओर से एएनआई पर बयान जारी किया गया। बताया- पालघर स्टेशन पार करने के बाद आरपीएफ कॉन्स्टेबल चेतन ने चलती ट्रेन के अंदर गोलीबारी कर दी। घटना महाराष्ट्र के पालघर में वापी से बोरीवली-मीरा रोड के बीच ट्रेन के कोच बी-5 में फायरिंग हुई थी। हत्या के बाद दहिसर स्टेशन के पास कॉन्स्टेबल ट्रेन से कूद गया था। मीरा रोड-बोरीवली के बीच GRP मुंबई के जवानों ने कॉन्स्टेबल को राउंडअप कर लिया है।
फायरिंग में जयपुर के असगर की भी हुई मौत। मई में ही जयपुर आए थे।
मई में ही जयपुर आए थे
मृतक असगर अली के भाई अशवाक ने बताया- असगर करीब 6 साल पहले मुंबई की मस्जिद में साफ-सफाई करते थे। कोरोना में कामकाज छोड़कर अपने गांव चले गए। काम की तलाश में मई, 2022 में जयपुर आ गए। मदीना होटल भट्टा बस्ती के पास रहने वाले रिश्तेदार के पड़ोस में किराए से रहने लगे। यहां उनकी पत्नी उमैसा खातून (36), बेटी आमना (16), अमीना (14), साबरा खातून (12), सोफिया प्रवीण (3) और बेटे अब्दुल रहमान (5) के साथ रहते थे। जयपुर में मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे। रोजगार को लेकर उन्होंने मुंबई स्थित मस्जिद में भी कॉल किया था। जगह खाली होने के चलते काम मिलने पर मुंबई जाना तय किया।
जीआरपी के जवानों ने पकड़ा
GRP मुंबई के जवानों ने कॉन्स्टेबल चेतन का पीछा कर उसे पकड़कर हथियार बरामद कर लिया। फिलहाल जीआरपी जांच में जुटी है कि जवान ने ऐसा क्यों किया? ट्रेन में अचानक हुई फायरिंग के बाद लोग दहशत में आ गए थे।जानकारी के अनुसार आरोपी कॉन्स्टेबल चेतन का गुजरात से ट्रांसफर मुंबई सेंट्रल हो गया था। ट्रांसफर को लेकर वह नाराज था। परिवार में दिक्कत को लेकर वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था।
दोनों थे ऑन ड्यूटी
जयपुर से मुंबई जा रही ट्रेन में एएसआई टीकाराम एस्कॉर्ट प्रभारी थे और चेतन एस्कॉर्ट ड्यूटी पर तैनात था। सोमवार सुबह करीब 5:15 बजे किसी बात को लेकर कॉन्स्टेबल का एएसआई से झगड़ा हो गया। कहासुनी के बाद गुस्साएं कॉन्स्टेबल ने सर्विस गन से फायरिंग कर दी।
खबर से जुड़ी तस्वीरें…

ट्रेन के कोच की खिड़की के आर-पार निकली गोली।

घटना के बाद ट्रेन के बाहर पुलिसकर्मी तैनात है। फायरिंग वाले डिब्बों को बंद कर दिया गया है।

जीआरपी आरोपी जवान को बोरीवली रेलवे स्टेशन में पूछताछ करने के लिए ले गई।

जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में एएसआई टीकाराम की गोली मारकर हत्या कर दी।

फायरिंग के दौरान मारा गया एक पैसेंजर। रेलवे ने इनकी पहचान नहीं बताई है।

इस तस्वीर में आरोपी जवान अगली कतार में सबसे बाएं दिखाई दे रहा है।
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