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जैसलमेर बॉर्डर पर बीएसएफ जवानों ने मनाई होली, गुलाल उड़ाकर मनाया जश्न

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BSF soldiers celebrated Holi on Jaisalmer border, celebrated by throwing gulal

जैसलमेर बॉर्डर पर बीएसएफ जवानों ने मनाई होली, गुलाल उड़ाकर मनाया जश्न

जैसलमेर: भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जांबाज जवानों ने होली के रंगों में सरहद को भी रंग दिया। राजस्थान के जैसलमेर जिले से लगती सीमा पर देश की रक्षा में तैनात जवानों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर, मिठाई खिलाकर और ढोल-नगाड़ों की धुन पर नाचकर होली का जश्न मनाया।

बीएसएफ के जवानों ने मनाया रंगों का पर्व

बॉर्डर पर होली का यह जश्न जवानों के जोश और उत्साह को दर्शाता है। होली के इस मौके पर जवानों ने पारंपरिक अंदाज में “रंग बरसे भीगे चुनर वाली” और “खईके पान बनारस वाला” जैसे मशहूर गीतों पर जमकर डांस किया और एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर इस त्योहार को खास बनाया।

बीएसएफ जवानों के इस होली सेलिब्रेशन का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें जवान रंगों से सराबोर होकर ढोलक की थाप पर थिरकते नजर आ रहे हैं। उनके चेहरे पर खुशी और ऊर्जा साफ झलक रही थी। जवानों ने मिठाइयों का आदान-प्रदान कर एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं और सरहद पर रहकर भी इस पर्व को पूरे उल्लास के साथ मनाया।

डीआईजी बीएसएफ सेक्टर उत्तर योगेंद्र सिंह राठौड़ ने दी देशवासियों को बधाई

बीएसएफ सेक्टर उत्तर के डीआईजी योगेंद्र सिंह राठौड़ ने इस अवसर पर सभी देशवासियों को होली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा:
“हमारा पहला कर्तव्य देश की सीमाओं की रक्षा करना है। होली का पर्व एक ऐसा अवसर होता है, जो नई ऊर्जा और जोश भर देता है। यह त्योहार आपसी भाईचारे और सौहार्द्र का संदेश देता है। कहते हैं कि होली पर सभी गिले-शिकवे मिट जाते हैं और हर कोई एक रंग में रंग जाता है।”

उन्होंने आगे कहा:
“चाहे कोई भी पर्व हो, हमारी प्राथमिकता हमेशा देश की सुरक्षा रहती है। हमारे जवान 24 घंटे, सातों दिन, 365 दिन लगातार सीमाओं पर तैनात रहते हैं और किसी भी परिस्थिति में अपने कर्तव्य से समझौता नहीं करते। लेकिन इसके बावजूद, हम हर त्योहार को पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाते हैं।”

देश की सेवा पहले, फिर त्योहार

जवानों के लिए यह पर्व जितना खास था, उतना ही यह जिम्मेदारी का दिन भी था। सीमा की सुरक्षा में कोई ढील न हो, इसलिए जवानों ने त्योहार मनाने के साथ ही अपनी ड्यूटी को प्राथमिकता दी। कुछ जवान होली के रंगों में सराबोर होकर जश्न मना रहे थे, तो कुछ अपने हथियारों के साथ देश की सीमाओं की निगरानी कर रहे थे।

यही कारण है कि जब देशभर में लोग अपनों के साथ होली मना रहे होते हैं, तब BSF के जवान सरहद पर तैनात रहकर यह सुनिश्चित करते हैं कि देशवासी सुरक्षित रहें और त्योहार को शांति से मना सकें।

बॉर्डर पर तैनात जवानों के लिए यादगार पल

होली के इस मौके पर जैसलमेर के बॉर्डर पोस्ट पर तैनात जवानों के लिए यह एक यादगार पल बन गया। जवानों ने कहा कि भले ही वे अपने परिवारों से दूर हैं, लेकिन उनके साथी जवान ही उनका परिवार हैं, और उनके साथ त्योहार मनाकर उन्हें खुशी और गर्व दोनों महसूस होता है।

एक जवान ने कहा:
“हम अपने परिवार से दूर रहकर भी यहां अपने भाइयों के साथ इस त्योहार को मना रहे हैं। हमारा कर्तव्य देश की सेवा करना है और यही हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। होली जैसे त्योहार हमें आपसी प्रेम और भाईचारे का संदेश देते हैं, और हम इसे पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।”

होली के रंगों के बीच कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

होली का जश्न मनाने के बावजूद BSF के जवानों ने अपनी सतर्कता में कोई कमी नहीं रखी। सीमा पर पैट्रोलिंग और निगरानी बढ़ा दी गई थी, ताकि पाकिस्तान की ओर से किसी भी तरह की नापाक हरकत का तुरंत जवाब दिया जा सके।

निष्कर्ष

जैसलमेर बॉर्डर पर BSF जवानों द्वारा मनाई गई यह होली सिर्फ रंगों का त्योहार नहीं थी, बल्कि यह उनके समर्पण, कर्तव्यनिष्ठा और देशभक्ति का प्रतीक भी थी। जब देश के नागरिक अपने घरों में सुरक्षित रहकर त्योहार मना रहे थे, तब सरहद पर तैनात जवान यह सुनिश्चित कर रहे थे कि कोई भी दुश्मन देश की शांति भंग न कर सके।

उनकी इसी निष्ठा और त्याग के कारण देश सुरक्षित है और लोग बेफिक्र होकर हर पर्व मना सकते हैं। BSF जवानों का यह जश्न न केवल सीमा पर मौजूद सैनिकों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा देने वाला है।

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