DEFENCE / PARAMILITARY / NATIONAL & INTERNATIONAL SECURITY AGENCY / FOREIGN AFFAIRS / MILITARY AFFAIRS

श्रीगंगानगर में फर्जी आईडी व दस्तावेजों का इस्तेमाल कर करोड़ों की ठगी, पीड़ित ने पुलिस में दर्ज करवाया मामला

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

श्रीगंगानगर में फर्जी आईडी व दस्तावेजों का इस्तेमाल कर करोड़ों की ठगी, पीड़ित ने पुलिस में दर्ज करवाया मामला

श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां ठगों ने फर्जी दस्तावेज और आईडी का उपयोग कर करोड़ों रुपए की ठगी को अंजाम दिया। पीड़ित संजीव उर्फ संजू वाट्स, जो श्रीकरणपुर में ई-मित्र और एसबीआई कियोस्क सेंटर का संचालन करते हैं, पिछले छह वर्षों से ठगों के निशाने पर हैं।

फर्जी दस्तावेजों से की जा रही ठगी

पीड़ित संजीव वाट्स ने पुलिस में दर्ज शिकायत में बताया कि अज्ञात ठगों ने उनके नाम का उपयोग कर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और विभिन्न राज्यों में ठगी को अंजाम दे रहे हैं। वार्ड नंबर 9 निवासी संजीव का कहना है कि उनके नाम से सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फर्जी पेज बनाकर भी ठगी की जा रही है। इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब संजीव ने सोशल मीडिया पर अपने ही नाम का पेज देखा और उसे शक हुआ।

डेयरी फार्म और फाइनेंस कंपनियों के नाम पर ठगी

ठगों ने डेयरी फार्म, फाइनेंस कंपनियों और सोशल मीडिया प्लेटफार्म का सहारा लेकर बड़े स्तर पर लोगों को ठगा है। कई राज्यों में इन जालसाजों ने उनके नाम से फर्जीवाड़ा कर लाखों-करोड़ों रुपये का नुकसान पहुंचाया है।

संजीव ने बताया कि पिछले छह वर्षों में उनके नाम का उपयोग कर अज्ञात लोग विभिन्न राज्यों में ठगी कर रहे हैं। पहले तो उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी, लेकिन जब उनके पास कई लोगों के कॉल आने लगे और उनसे पैसे वापस मांगने लगे, तब उन्हें एहसास हुआ कि उनके नाम का दुरुपयोग किया जा रहा है।

पुलिस और साइबर सेल के चक्कर काटते रहे पीड़ित

पीड़ित ने जब इस मामले की शिकायत करने के लिए स्थानीय पुलिस और साइबर सेल का रुख किया, तो उन्हें वहां से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। श्रीगंगानगर साइबर सेल और जयपुर साइबर सेल के चक्कर लगाने के बावजूद जब कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो आखिरकार उन्होंने एसपी कार्यालय में गुहार लगाई।

एसपी के आदेश के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विभिन्न धाराओं में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी?

श्रीगंगानगर पुलिस के अनुसार, यह मामला साइबर अपराध से जुड़ा हुआ है और इसकी जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की तह तक जाने के लिए तकनीकी सहायता ली जा रही है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

साइबर अपराध बढ़ने से आम जनता परेशान

राजस्थान सहित पूरे देश में साइबर अपराध के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। फर्जी आईडी, फर्जी बैंक अकाउंट और सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर ठग आम जनता को निशाना बना रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जागरूकता की कमी और डिजिटल सुरक्षा उपायों के अभाव के कारण साइबर अपराधी आसानी से अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते हैं।

आगे की कार्रवाई

पीड़ित संजीव वाट्स ने पुलिस से अपील की है कि जल्द से जल्द इस मामले की जांच पूरी कर दोषियों को पकड़ा जाए, ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की ठगी का शिकार न हो। पुलिस का कहना है कि वे डिजिटल फॉरेंसिक की मदद से आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं और इस मामले में गिरफ्तारियां भी जल्द हो सकती हैं।

(रिपोर्ट: थे इंटरनल न्यूज़ नेटवर्क, श्रीगंगानगर)

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

About the author

THE INTERNAL NEWS

Add Comment

Click here to post a comment

error: Content is protected !!