फॉरएवर इन ऑपरेशन्स डिवीजन ने द्रास के बच्चों के लिए जम्मू, दिल्ली और जयपुर में राष्ट्रीय एकता यात्रा आयोजित की
भारतीय सेना की फॉरएवर इन ऑपरेशन्स डिवीजन ने अपने आउटरीच कार्यक्रम के तहत द्रास के बच्चों के लिए एक प्रेरणादायक राष्ट्रीय एकता यात्रा का आयोजन किया। इस पहल का उद्देश्य देश की विविधता में एकता का संदेश फैलाना और भारतीय संस्कृति की समृद्धि को उजागर करना था। इस यात्रा में आर्मी गुडविल स्कूल, द्रास के दो शिक्षकों सहित 15 बच्चे शामिल हुए, जिन्होंने जम्मू की जीवंतता, राजधानी दिल्ली की महानगरीय संस्कृति और गुलाबी नगरी जयपुर की भव्यता का अनुभव किया।
यह यात्रा 25 अक्टूबर को कारगिल युद्ध स्मारक से हरी झंडी दिखाकर शुरू की गई, जो इस यात्रा के प्रतीकात्मक महत्व को और भी बढ़ाती है। अपने देश की आत्मा को नजदीक से देखने और समझने के लिए यह यात्रा बच्चों के जीवन में एक यादगार अनुभव बनी। यात्रा के दौरान छात्रों ने जम्मू के प्रतिष्ठित IIT का दौरा किया, जिससे उन्हें उच्च शिक्षा और तकनीकी क्षेत्र में नए आयामों का पता चला। इसके बाद दिल्ली में, उन्होंने इंडिया गेट और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा किया, जो देश के वीर सैनिकों की बलिदानी गाथा की झलक प्रस्तुत करते हैं। इसके अलावा, छात्रों ने पुराने और नए संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और नेहरू तारामंडल का भी दौरा किया, जिससे वे देश की प्रशासनिक और वैज्ञानिक प्रगति से परिचित हुए।
यात्रा का अगला पड़ाव जयपुर रहा, जहां बच्चों ने आमेर किला, हवा महल और अल्बर्ट हॉल जैसी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों का भ्रमण किया। उन्होंने चोखी ढाणी में राजस्थानी संस्कृति और पारंपरिक व्यंजनों का अनुभव किया, जो इस यात्रा का एक खास हिस्सा बना। इस दौरान बच्चों को भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू और भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करने का भी सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ। अधिकारियों ने बच्चों को प्रोत्साहित किया कि वे शिक्षा, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में देश की प्रगति को अपनाएं और विभिन्न सांस्कृतिक विविधताओं के प्रति सम्मान और समर्पण की भावना विकसित करें।
इस यात्रा ने न केवल इन बच्चों में देशभक्ति की भावना को पुनर्जीवित किया, बल्कि उन्हें जीवन भर के लिए अनमोल स्मृतियों से भी समृद्ध किया। सेना का यह प्रयास निस्संदेह इन युवाओं को भारत के विभिन्न पहलुओं से जोड़ने और उनके जीवन में नए आयाम जोड़ने का काम करेगा। भारतीय सेना को गर्व है कि उसने द्रास के इन बच्चों के लिए इस यात्रा को सफलतापूर्वक आयोजित किया और उनके जीवन पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ने की उम्मीद है।
तीन नवंबर को यात्रा का समापन भारत की एकता और अखंडता के जश्न के साथ हुआ। इस दौरान बच्चों की मुस्कान और उनकी आँखों में सपनों की चमक ने यह साफ किया कि वे न केवल शांति के युवा दूत हैं, बल्कि भविष्य में हमारे देश का गौरव भी बनेंगे।
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