बीकानेर। मातृभूमि की सेवा के लिए समर्पित विश्व की सबसे बड़ी स्वयंसेवी संस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज विजयादशमी पर अपने गौरवमई यात्रा के 100वर्ष पूरे कर रहा है ।
आरएसएस के शताब्दी वर्ष पर इस स्मृति को हमेशा के लिए संरक्षित करने हेतु भारत सरकार ने विशेष डाक टिकट और स्मारक सिक्के का लोकार्पण कल 2 अक्टूबर 2025 को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा डॉ. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, नई दिल्ली में किया गया है ।
सिक्को का संग्रह और अध्यन करने वाले प्रसिद्ध मुद्राशास्त्री बीकानेर के सुधीर लुणावत के अनुसार यह सिक्का 40 ग्राम शुद्ध चांदी से बना है भारत सरकार की कोलकता टकसाल में बने इस सिक्के पर एक तरफ भारत माता को सेल्यूट करते तीन स्वयंसेवक दिखाए गए है जिसकी ऊपरी परिधि पर हिंदी में तथा निचली परिधि पर अंग्रेजी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष लिखा है ।
भारत माता के चित्र के नीचे संस्कृत की एक पंक्ति “राष्ट्राय स्वाहा, इदं राष्ट्राय इदं न मम” उकेरी गई है ।
सिक्के के दूसरी तरफ अशोक स्तम्भ अंकित है जिसके नीचे रुपए के प्रतीक चिन्ह के साथ मूल्यवर्ग 100 लिखा है जिसके दाएं और बाएं हिंदी तथा अंग्रेजी में भारत लिखा है ।
वहीं 5 रुपए का एक डाक टिकट जो प्रधानमंत्री ने कल जारी किया इस स्मारक डाक टिकट पर 1963 की परेड का दृश्य और आरएसएस द्वारा आपदा प्रबंधन और सेवा कार्यों को दिखाया गया है ।
संघ के शताब्दी वर्ष में जारी यह डाक टिकट और स्मारक सिक्का, संघ की राष्ट्रभक्ति, अनुशासन और सेवा की सौ वर्षीय यात्रा के प्रतीक बनकर इतिहास में दर्ज होंगे।
सुधीर के अनुसार देश भर में सिक्को का संग्रह करने वालो के अलावा भाजपा, आरएसएस और राष्ट्रवादी विचारधारा के लोग इस सिक्के को लेकर बहुत उत्साहित है क्योंकि ऐसा पहलीबार हुआ है कि किसी सिक्के पर भारत माता का चित्र अंकित हुआ है ।
यह सिक्का कभी प्रचलन में नहीं आयेगा कुछ समय पश्चात भारत सरकार की कोलकता टकसाल द्वारा इस सिक्के की ऑनलाइन बिक्री शुरू की जाएगी।












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