पूर्व महाराजा का आरोप- पत्नी और बेटा पीटते हैं:विश्वेंद्र सिंह ने कोर्ट में कहा- मेरे कपड़े कुएं में फेंके, पत्नी का करोड़ों की ज्वेलरी पर कब्जा
भरतपुर
भरतपुर के पूर्व राजपरिवार में लंबे समय से प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा है। पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह (बाएं) पर उनकी पत्नी दिव्या सिंह और बेटे अनिरुद्ध ने भी कई आरोप लगाए हैं।
पूर्व कैबिनेट मंत्री और भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वेंद्र सिंह ने वरिष्ठ नागरिक के रूप में पत्नी-बेटे से भरण-पोषण मांगा है।
पत्नी दिव्या सिंह और बेटे अनिरुद्ध सिंह के खिलाफ उन्होंने उपखंड अधिकारी ट्रिब्यूनल में प्रार्थना पत्र दिया है। सिंह का आरोप है कि पत्नी और बेटे मारपीट करते हैं और भरपेट भोजन नहीं देते।
लोगों से मिलने भी नहीं देते हैं। घर (मोती महल) छोड़ने पर मजबूर हो गया हूं। खानाबदोश जैसा जीवन जी रहा हूं। कभी सरकारी आवास में तो कभी होटल में रहना पड़ रहा है।
एक कमरे में सीमित कर दिया गया है। भरतपुर आता हूं तो घर में घुसने नहीं देते। घर में पत्नी बेटे के साथ रहना अब संभव नहीं है। सिंह ने दोनों से 5 लाख रुपए प्रतिमाह दिलाए जाने की मांग की है। वहीं, बेटे अनिरुद्ध सिंह आरोपों को गलत बताया है।
बेटा और पत्नी मुझे मारना चाहते थे :विश्वेंद्र
कोर्ट में दिए एप्लिकेशन में विश्वेंद्र सिंह ने पत्नी और बेटे पर उन्हें मारने की साजिश तक का आरोप लगाया है। इनका मंतव्य है कि मेरी जीवनलीला समाप्त हो जाए। जिसके बाद ये पूरी संपत्ति को हड़प सकें। मुझे उम्मीद थी कि शायद आगे इनका व्यवहार सुधर जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। पत्नी-बेटे ने रहने के मेरे एक कमरे को भी बंद कर दिया और जबरन घर से बाहर कर दिया, इसलिए घर छोड़कर जाना पड़ा। घर से निकलते वक्त जो कुछ कपड़े थे वो लेकर आ गया। मुझे तब से ही ऐसा रहना पड़ रहा है।
‘मैं हार्ट पेशेंट हूं, टेंशन मेरे जीवन के लिए घातक’
सिंह ने लिखा है कि मैं हार्ट पेशेंट हूं। इलाज दौरान दो स्टेंट डले होने के कारण टेंशन सहन नहीं कर सकता। टेंशन मेरे जीवन के लिए घातक है। साल 2021 व 2022 में दो बार कोरोना हुआ, लेकिन बेटे-पत्नी ने कोई शारीरिक, मानसिक, आर्थिक सहायता नहीं की।
पिता से वसीयत में मिली संपत्तियों पर मेरा स्वामित्व है। पत्नी और बेटे ने मेरे पहनने के कपड़े कुएं में फेंक दिए। कागजात, रिकॉर्ड आदि फाड़ दिए और कमरों से सामान बाहर फेंक दिया। चाय पानी बंद करा दिया है। उन्होंने कोर्ट में कहा कि पत्नी-बेटे को सोशल मीडिया के जरिए मुझे बदनाम करने से भी रोका जाए।
भरतपुर का मोती महल काफी पॉपुलर है। इसको लेकर पूर्व राजपरिवार में विवाद है।
9 करोड़ से ज्यादा की ज्वेलरी पत्नी के पास- सिंह
विश्वेंद्र सिंह ने दावा किया उनके घर में करोड़ों की एंटीक चीजें, गहने और पूर्वजों के बेशकीमती फोटोग्राफ हैं। ये सब बेटे और पत्नी के कब्जे में हैं। इनमें से कुछ को या तो बेच दिया या खुर्दबुर्द कर दिया है। मेरे पास 9.12 करोड़ के सोने-चांदी की ज्वेलरी थी। मैंने भी पत्नी को 25 लाख की ज्वेलरी दी थी। ये सब पत्नी-बेटे के कब्जे में हैं। मैं इन सभी को को वापस लेने का हकदार हूं।
पत्नी बेटे की सालाना आय बताई
विश्वेंद्र सिंह ने पत्नी दिव्या व बेटे अनिरुद्ध की सालाना कमाई का भी जिक्र किया है। पत्नी की पेंशन 6 लाख सालाना है। सालाना आय कुल 84 लाख रुपए है। बेटे की आय सालाना 23 लाख के करीब है।
वहीं, इस पूरे मामले पर बेटे अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि वाद में मारपीट और खाना न देने तक के आरोप लगाए गए हैं। ये आरोप सरासर झूठ हैं। पिता के खिलाफ वित्तीय धोखाधड़ी और संपत्ति को गलत तरीके से बेचने के सबूत जरूरत पड़ने पर एसडीएम कोर्ट में पेश करेंगे।
मोती महल में मौजूद कई प्रॉपर्टियों पर कब्जा दिलवाने की मांग
पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह का पत्नी पूर्व सांसद दिव्या सिंह और बेटे अनिरुद्ध सिंह से चार साल से विवाद चल रहा है। सिंह ने एसडीएम को दिए प्रार्थना पत्र में मोती महल पैलेस की कई प्रॉपर्टियों को वापस दिलवाने की मांग की है। इसमें मथुरा गेट थाना इलाके में स्थित मोती महल, कोठी दरबार, गोलबाग परिसर, सूरज महल शामिल हैं।
उन्होंने कोठी इजलास खास के संबंध में 27 अक्टूबर 2020 को दिए दान पत्र व उसके द्वारा किया गया हस्तांतरण को भी रद्द करने की डिमांड की है। पूर्व कैबिनेट मंत्री का कहना है कि दो बंदूकें भी पत्नी बेटे के कब्जे में हैं वे दिलाई जाएं।
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