जेईई एडवांस परीक्षा: मैथ ने उलझाया, केमिस्ट्री रही आसान:स्टूडेंट्स बोले- फिजिक्स भी रही हार्ड; भीषण गर्मी में अभिभावक होते रहे परेशान
कोटा
आईआईटी और देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए जेईई-एडवांस परीक्षा रविवार को सम्पन्न हुई। इस परीक्षा का आयोजन 2 पारियों में हुआ। पहली पारी की परीक्षा सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक हुई। वहीं दूसरी पारी की परीक्षा दोपहर 2.30 से शुरू हुई, जो शाम 5.30 बजे तक हुई।
परीक्षा के दौरान सेंटर्स के बाहर भीषण गर्मी में अभिभावक परेशान होते रहे।
दूसरी पारी का एग्जाम देने के लिए एग्जाम सेंटर में जाते स्टूडेंट्स
दोनों पारियों के बीच 2 घंटे का ब्रेक मिला
स्टूडेंट्स को दोनों पारियों के बीच 2 घंटे का ब्रेक मिला। एग्जाम देकर निकले स्टूडेंटस ने बताया कि पेपर मॉडरेट रहा। केमिस्ट्री आसान रही, लेकिन मैथ्स ने उलझाया। फिजिक्स भी कठिन रही। हालांकि केमिस्ट्री और फिजिक्स को लेकर अलग-अलग स्टूडेंटस की अलग-अलग राय भी सामने आए। किसी के लिए फिजिक्स आसान रही तो किसी को केमिस्ट्री का पेपर सरल रहा। लेकिन मैथ्स में स्टूडेंटस को समय लगा।
परीक्षा केंद्रों के बाहर बच्चों के अभिभावक भीषण गर्मी में परेशान होते रहे।
भीषण गर्मी में अभिभावक होते रहे परेशान
इधर परीक्षा केंद्रों के बाहर स्टूडेंट्स के अभिभावक भीषण गर्मी के कारण परेशान होते रहे। इससे पहले सुबह 7 बजे से परीक्षा केन्द्रों पर रिपोर्टिंग शुरू हो गई थी। कड़ी चैकिंग के बाद परीक्षार्थियों को सेंटर में प्रवेश दिया गया। राजस्थान में 10 शहरों में यह परीक्षा आयोजित की जा रही है। इनमें कोटा, जयपुर, जोधपुर, सीकर, उदयपुर, अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, बीकानेर और हनुमानगढ़ में एग्जाम का आयोजन हो रहा है। परीक्षा के लिए कोटा में 2 सेंटर बनाए गए है।
कोटा में परीक्षा केंद्र के बाहर बच्चों का इंतजार करते अभिभावक भीषण गर्मी के कारण हाथों में छाता लिए नजर आए।
31 मई को जारी किया जाएगा रेस्पांस
पहली पारी का एग्जाम शुरू होने से पहले स्टूडेंट्स को पेपर-1 के लिए कम्प्यूटर और परीक्षा डेस्क सुबह 8.30 बजे अलॉट किया गया। परीक्षा शुरू होने से 25 मिनट पहले विद्यार्थियों ने अपने कम्प्यूटर पर जेईई-एडवांस्ड का रोल नं. एवं जन्म दिनांक डालकर लॉगइन कर इंस्ट्रक्शंस पढ़ा। जेईई-एडवांस्ड परीक्षा का कभी भी परीक्षा पैटर्न एवं मार्किंग स्कीम पहले से निर्धारित नहीं होते हैं। इसलिए कंप्यूटर पर दिए दिशा निर्देश पढ़ना जरूरी है। परीक्षा के बाद 31 मई को रेस्पांस जारी किया जाएगा।
पहली पारी के बाद स्टूडेंट्स को 2 घंटे का ब्रेक मिला। ऐसे में कई स्टूडेंट्स सेंटर के बाहर ही इंतजार करते रहे।
2 जून को जारी की जाएगी प्रोविजनल आंसर की
प्रोविजनल आंसर की 2 जून को जारी की जाएगी, जिसके बाद आपत्तियां भी 2 जून से 3 जून तक ली जाएगी। फाइनल आंसर की 9 जून को जारी होगी। सफल विद्यार्थियों की श्रेणी-वार ऑल इंडिया रैंक जारी होगी। साथ ही विद्यार्थियों को मोबाइल से भी मैसेज भिजवाए जाएंगे। व्यक्तिगत रैंक कार्ड जारी नहीं होंगे।
एग्जाम खत्म होने के बाद अभिभावक के साथ जाती स्टूडेंट, भीषण गर्मी में स्टूडेंट्स और पेरेंट्स परेशान हुए।
17,385 सीटों के लिए हो रहा एग्जाम
देशभर की 23 आईआईटी में 17 हजार 385 सीटें हैं। इनके लिए 1 लाख 91 हजार से अधिक स्टूडेंट्स ने आवेदन किया है। परीक्षा में छात्र-छात्राओं का अनुपात 65 एवं 35 फीसदी रहता है। छात्रों के मुकाबले छात्राओं की आईआईटी में सीट मिलने की संभावना रहती है। परीक्षा देश के 222 शहरों में हो रही है।
कोटा में एक परीक्षा सेंटर पर अभिभावकों के लिए कूलर की व्यवस्था की गई थी।
12 साल से बढ़ रहा रजिस्ट्रेशन
जेईई एडवांस के लिए स्टूडेंट्स में रुझान बढ़ता जा रहा है। स्टूडेंट्स की जेईई एडवांस के लिए रजिस्ट्रेशन की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले 12 साल में स्टूडेंट्स की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। जहां 2012 में 1 लाख 26 हजार 749 स्टूडेंट्स ने एडवांस परीक्षा के लिए आवेदन किया था। वहीं इस साल 1 लाख 91 हजार 283 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।
परीक्षा के लिए कोटा में 2 केन्द्र बनाए गए। इन केन्द्रों पर बालिका परीक्षार्थियों की संख्या ज्यादा रही।
कोटा में 2 परीक्षा केंद्र
जेईई एडवांस परीक्षा के लिए कोटा में 2 एग्जाम सेंटर बनाए गए। इन परीक्षा केंद्रों पर बालिका परीक्षार्थियों की संख्या ज्यादा है। सेंटर पर कड़ी जांच के बाद स्टूडेंट्स को प्रवेश दिया गया।
कड़ी चैकिंग के बाद स्टूडेंट्स को सेंटर में एंट्री दी गई।
स्टूडेंटस के साथ पेरेंट्स भी परीक्षा केंद्र तक पहुंचे।
स्टूडेंट्स के लिए ये रही गाइडलाइन
स्टूडेंट्स को प्रवेश पत्र के साथ ओरिजनल आईडी प्रूफ जैसे आधार कार्ड, स्कूल आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, पासपोर्ट एवं पैन कार्ड ही लेकर आने को कहा गया। स्टूडेंट्स को रफ वर्क के लिए प्रत्येक पेपर में एक स्क्रैंबल पैड दिया गया, जिस पर एडवांस का एप्लीकेशन नंबर एवं स्वयं का नाम लिखना था। स्क्रैंबल पैड को परीक्षा समाप्त होने के बाद स्टूडेंट्स अपने साथ भी ले गए। एक्स्ट्रा स्क्रैंबल पैड नहीं दिया गया। किसी भी तरह की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस परीक्षा के दौरान ले जाने की अनुमति नहीं थी। साथ ही रिंग, ब्रेसलेट, इयररिंग्स, नोज पिन, ताबीज़ आदि पहन के नहीं जाने की सलाह दी गई थी। बड़े बटन वाले कपड़े भी पहन के नहीं जाने की सलाह दी गई थी। इसके अलावा जूतों के स्थान पर चप्पल एवं सैंडल पहन कर आने को कहा गया था। सिंपल घड़ी पहनने की अनुमति दी गई थी।
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