NATIONAL NEWS

JNVU कुलपति ने जमीन पर बैठ लिखा इस्तीफा:ABVP ने वीसी को घेरा, कार में जाने लगे तो नारेबाजी करने लगे, विरोध के बाद पैदल निकले

TIN NETWORK
TIN NETWORK
FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

JNVU कुलपति ने जमीन पर बैठ लिखा इस्तीफा:ABVP ने वीसी को घेरा, कार में जाने लगे तो नारेबाजी करने लगे, विरोध के बाद पैदल निकले

एबीवीपी के विरोध प्रदर्शन के दौरान समझाइश की गई। लेकिन, जब स्टूडेंट नहीं माने तो वीसी ऑफिस के बाहर ही जमीन पर बैठ गए और इस्तीफा साइन किया। - Dainik Bhaskar

एबीवीपी के विरोध प्रदर्शन के दौरान समझाइश की गई। लेकिन, जब स्टूडेंट नहीं माने तो वीसी ऑफिस के बाहर ही जमीन पर बैठ गए और इस्तीफा साइन किया।

जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी के कुलपति केएल श्रीवास्तव ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। लेकिन, विवादों में वीसी श्रीवास्तव के इस्तीफे को लेकर शनिवार को 2 घंटे तक नाटकीय घटनाक्रम चला।

मामला जोधपुर के रेजिडेंसी रोड स्थित यूनिवर्सिटी हेड ऑफिस में शनिवार सुबह 11:30 बजे का है। ABVP के प्रदर्शन के दौरान जब छात्रसंघ के पदाधिकारी नहीं माने तो पीएम को बुला इस्तीफा लिख दिया और उस पर साइन कर दिया। इतना ही नहीं जब वे सरकारी कार से जाने लगे तो फिर विरोध शुरू कर दिया। इसके बाद वे कार से उतर पैदल ही रवाना हो गए।

गौरतलब है कि वीसी श्रीवास्तव चहेते प्रोफेसरों को रिटायरमेंट के बाद भी उनकी कार्यकाल की अ​वधि बढ़ाने, गोपनीय शाखा की गोपनियता भंग करने और नियम विरूद्ध एग्जाम फीस बढ़ाने को लेकर विवादों में आए थे। हालांकि बताया जा रहा है कि अभी तक राजभवन से इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है।

1 घंटे समझाइश के बाद भी नहीं माने तो दिया इस्तीफा

दरअसल, शनिवार को एबीवीपी की ओर से 74 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन चल रहा था। । इस दौरान प्रांत सहमंत्री सचिन राजपुरोहित, इकाई सह सचिव यश शर्मा के नेतृत्व में छात्रों ने वीसी श्रीवास्तव की कार का घेराव कर दिया। इस पर वे नीचे उतरे और सभी को उनके ऑफिस की तरफ चलने को कहा।

यहां वीसी स्टूडेंट के साथ कार से उतर पैदल ऑफिस तक पहुंचे। यहां उनके गेट के बाहर ही सभी ने घेराव कर दिया और नारे लगाना शुरू कर दिया। इस पर उन्होंने सभी को ऑफिस में चलकर बातचीत करने को कहा लेकिन कोई स्टूडेंट राजी नहीं हुआ।

उनका कहना था कि यूनिवर्सिटी में विभिन्न मांगों को लेकर दो महीने से वीसी के चक्कर काट रहे हैं लेकिन हर बार ऑफिस में ले जाकर मामला शांत करवा देते हैं और कोई समाधान नहीं होता। इस पर स्टूडेंट अड़ गए कि आज जो भी बात होगी वो सभी के सामने और ऑफिस के बाहर होगी।

इस पर करीब 12:30 बजे तक वे स्टूडेंट से समझाश करते रहे जब वे नहीं माने तो स्टूडेंट पर झल्लाने लगे। इस पर दोबारा विरोध शुरू कर दिया। इस पर वे ऑफिस के बाहर ही जमीन पर बैठ गए और पीए से डॉक्यूमेंट्स मंगवा सभी बच्चों के सामने राजभवन के नाम का इस्तीफा पीए को सौंप दिया।

वीसी ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन करने एबीवीपी के पदाधिकारी औ स्टूडेंट।

वीसी ऑफिस के बाहर विरोध प्रदर्शन करने एबीवीपी के पदाधिकारी औ स्टूडेंट।

कार में बैठने पर किया विरोध, पैदल बाहर तक जाना पड़ा

पूरा मामला करीब 2 घंटे तक चला। ये घटनाक्रम वीसी के इस्तीफे के बाद भी शांत नहीं हुआ। इस्तीफा साइन करने के बाद वे ऑफिस में भी नहीं गए और वहीं बाहर कार मंगवा ली।

लेकिन, वीसी को कार में बैठा देख छात्रसंघ के पदाधिकारी और स्टूडेंट दोनों ने दोबार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। कहने लगे- जब इस्तीफा दे दिया तो अब किस बात की सरकारी कार। इस पर वे बीच रास्ते में ही सरकारी कार से नीचे उतरे और गेट की तरफ निकल गए। यहां उन्होंने निजी कार मंगवाई थी, जिसमें बैठकर दोपहर करीब डेढ़ बजे वे रवाना हो गए।

कुलपति ने छात्रों के सामने ही अपना इस्तीफा राजभवन को भेज दिया।

कुलपति ने छात्रों के सामने ही अपना इस्तीफा राजभवन को भेज दिया।

इन-इन विवादों से रहा है कुलपति केएल श्रीवास्तव का

केएल श्रीवास्तव ने 14 फरवरी 2022 को जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी के कुलपति के तौर पर पदभार संभाला था। इनके पदभार ग्रहण से ही कई विवाद सामने आए, जो राजभवन तक पहुंचे। बताया जा रहा है कि राजभवन से भी इन्हें लेकर नाराजगी जाहिर की गई थी।

इनमें से एक यूनिवर्सिटी में 2012-13 की विवादित भर्ती और 2017 के प्रोफेसरों को पदोन्नति का मामला, जिसमें यूनिवर्सिटी यूजीसी के 3 साल पुराने रेगुलेशन से पदोन्नति देने की तैयारी में था।जबकि यूजीसी ने साल 2018 के संशोधित रेगुलेशन के लागू होने के 3 साल बाद किसी भी पुराने रेगुलेशन के उपयोग पर पाबंदी भी लगा रखी है।

इस्तीफा देकर निकलते समय छात्रों ने नारेबाजी की।

इस्तीफा देकर निकलते समय छात्रों ने नारेबाजी की।

गोपनीय शाखा से जुड़ा विवाद, इन मामलों को लेकर आए चर्चा में

यूनिवर्सिटी में केएल श्रीवास्तव के कुलपति रहते गोपनीय शाखा में भी विवाद उठा। गोपनीय शाखा में गोपनीयता भंग होने की वजह से भी राजभवन काफी नाराज चल रहा था। यूनिवर्सिटी में साल 2023 में 2023 की परीक्षाओं में भूगोल विषय में 900 से ज्यादा छात्रों की कॉपी में ज्यादा अंक देने का मामला सामने आया था। इसमें कॉपियों में दिए गए अंक कम थे, लेकिन कॉपी के मुख्य पृष्ठ पर उनकी जोड़ को गलत कर अंक बढ़ा दिए गए थे। इस मामले के खुलासे के बाद यूनिवर्सिटी ने कमेटी गठित कर दी गई थी।

कमेटी की ओर से एग्जामिनर को गलत मानते हुए उसे ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया, लेकिन ना तो जिन्हें गलत अंक दिए गए उनके परिणामों को बदल गया और ना ही गोपनीय शाखा के किसी भी कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई।

यूनिवर्सिटी में खास शिक्षकों को स्टडी सेंटर और सेल की कमान दी गई, जबकि इनकी ग्रांट भी बंद है। इनमें भी वह शिक्षक शामिल है जो विवादित भर्ती प्रक्रिया के शिक्षक हैं। आधा दर्जन से अधिक पद ऐसे शिक्षकों को सौंप दिए गए। इनमें लाखों रुपए का फंड का जिम्मा भी दिया गया था।

यूनिवर्सिटी की ओर से पीएचडी और एमफिल प्रवेश परीक्षा एमपीटी में भी नियमों का मजाक बना दिया गया था। विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऑर्डिनेंस को ताक पर रखकर मन माने नियम तय कर नेट-स्लेट योग्यता धारी के भविष्य से खिलवाड़ करने में भी कोई कमी नहीं रखी और इस प्रक्रिया पर सवाल भी उठे।

यूनिवर्सिटी में आज एबीवीपी की ओर से 64 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया था।

यूनिवर्सिटी में आज एबीवीपी की ओर से 64 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया था।

ये भी आरोप लगा था कि आरोप था कि यूनिवर्सिटी की ओर से एमपीटी में चहेतों के लिए ऑर्डिनेंस को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया। एमपीटी ऑर्डिनेंस में कहीं भी MPET के न्यूनतम 50% उत्तीर्ण अंक में एससी एसटी ओबीसी और पीएच को कोई रियायत का उल्लेख नहीं किया गया। जबकि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने MPET के न्यूनतम उत्तीर्ण अंक में ही एससी एसटी ओबीसी व पीएच को 5% की रियायत दे दी। नहीं नहीं विश्वविद्यालय के विभाग में हड़बड़ी में ही प्रवेश प्रक्रिया निपटा दी गई वाणिज्य संकाय के बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग में तो चहेतों को लाभ देने के लिए इंटरव्यू के आधार पर ही प्रवेश देने का कारनामा कर दिया गया था।

FacebookWhatsAppTelegramLinkedInXPrintCopy LinkGoogle TranslateGmailThreadsShare

About the author

THE INTERNAL NEWS

Add Comment

Click here to post a comment

error: Content is protected !!