MDS यूनिवर्सिटी अजमेर के एग्जाम से पहले पेपर लीक:नकल गिरोह सक्रिय, प्राइवेट कॉलेज पर संदेह; 3 लाख स्टूडेन्ट्स के भविष्य से खिलवाड़
MDSU अजमेर
- यूनिवर्सिटी प्रशासन ने शुरू की जांच, IGP को कार्रवाई के लिए लिखा पत्र
महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी अजमेर की ओर से आयोजित किए जा रहे एग्जाम से पहले पेपर लीक हो रहे हैं। इस बात को यूनिवर्सिटी प्रशासन ने भी मान लिया है। प्रशासन ने अपने स्तर पर जांच शुरू करने के साथ ही अजमेर पुलिस महानिरीक्षक (IGP) को भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
प्रशासन ने प्राइवेट कॉलेज पर संदेह जारी किया है। साथ ही बताया कि नकल गिरोह सक्रिय है। परीक्षा से आधे घंटे या एक घंटे पहले पेपर बाहर आ रहे हैं। इसमें यूनिवर्सिटी की गोपनीयता भंग हो रही है।
गौरतलब है कि महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी अजमेर के अधीन चार जिलों अजमेर, टोंक, नागौर व भीलवाड़ा में करीब 350 कॉलेज है। जहां पर करीब तीन लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं। इनके एग्जाम 27 जुलाई से आयोजित की जा रही है।

MDSU एग्जाम के निर्धारित समय से आधा घंटा या एक घंटा पहले स्टूडेन्ट्स के पास पेपर पहुंच जाता है। इसको लेकर पूर्व में भी छात्रनेताओं की ओर से शिकायत की गई। लेकिन प्रशासन ने केवल जांच कराने की बात कहकर इतिश्री कर ली। परीक्षाएं लगातार आयोजित की जा रही है।
यूनिवर्सिटी एग्जाम कंट्रोलर ने IGP को यह लिखा पत्र
परीक्षा नियंत्रक सुब्रतो दत्ता ने अजमेर आईजीपी को लिखे पत्र में बताया कि एमडीएसयू की ओर से अजमेर, टोंक, नागौर व भीलवाड़ा जिले के निर्धारित परीक्षा केन्द्रों पर 2021-2022 की वार्षिक परीक्षाएं आयोजित की जा रही है। इसमें संगठित नकल गिरोह एवं कुछ परीक्षा केन्द्रों के द्वारा परीक्षाओं की गोपनीय भ्ंग करने एवं गैर-कानूनी रूप से अनुचित लाभ प्रदान करने के लिए परीक्षा शुरू होने से पूर्व ही पेपर लीक किए जाने की जानकारी मिली है।
ऐसी सूचनाएं नागौर जिले के कुचामन, नावां, लाडनूं, भीलवाड़ा, टोंक और अजमेर के कुछ निजी महाविद्यालय के परीक्षा में लगातार प्राप्त हो रही है, जिससे अनुचित प्राप्त कर विश्वविद्यालय की छवि को धूमिल करने एवं परीक्षाओं की गोपनीयता भंग किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। अत: इसकी गहनता से जांच कर इन साजिशकर्ताओं एवं संगठित गिरोहों का भंडाफोड़ हो।

IGP को लिखे पत्र में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने माना कि नकल गिरोह सोशल मीडिया पर पेपर वायरल कर परीक्षा की गोपनीयता भंग कर रहा है। अत: भंडाफोड कर कार्रवाई की जाए।
पहले से पता, अब जांच की खानापूर्ति-चौहान
एमडीएस यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष व एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष भगवानसिंह चौहान ने कहा कि पूर्व में कईं बार पेपर लीक को लेकर प्रशासन को जानकारी दी। प्रशासन लगातार अनदेखी करता रहा। अब जब अधिकांश जगहों पर पेपर लीक के मामले सामने आने लगे तो खानापूर्ति में जांच कराने की बात कह रहे हैं। जबकि यह पहले से चल रहा है।

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पेपर लीक मामले में प्राइवेट कॉलेज पर शक जाहिर किया है। साथ ही नकल गिरोह सक्रिय होने की बात भी मानी है।
पुलिस व यूनिवर्सिटी स्तर पर जांच-दत्ता
परीक्षा नियंत्रक सुब्रतो दत्ता ने कहा कि परीक्षा से कुछ समय पहले पेपर लीक की जानकारी मिल रही थी। ऐसे में पुलिस महानिरीक्षक को पत्र लिखकर जांच कर कार्रवाई के लिए मांग की गई है। ताकि इसका पर्दाफाश हो। साथ ही यूनिवर्सिटी स्तर पर भी मामले की जांच की जा रही है।










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