लिव-इन पार्टनर के साथ मिलकर किया था बॉयफ्रेंड का मर्डर:पैसों के लिए अमीर लड़कों को जाल में फंसाती; प्रोफेसर बनना चाहती थी, काट रही उम्रकैद
जयपुर
10वीं में 82% और 12वीं में 78% मार्क्स।
ये उस लड़की के मार्क्स हैं, जो इस वक्त जेल में उम्रकैद की सजा काट रही है।
प्रोफेसर बनने का सपना लेकर पाली से जयपुर आई यह लड़की लग्जरी लाइफ की चाह में क्रिमिनल बन गई। पैसों के लिए अमीर घरों के लड़कों को अपने जाल में फंसाती।
इन्हीं पैसों के लालच में टिंडर ऐप पर मिले जयपुर के शादीशुदा युवक को दिल्ली का अरबपति बिजनेसमैन समझ उससे नजदीकियां बढ़ाई। मकसद पूरा नहीं हुआ तो उसका मर्डर कर लाश सूटकेस में पैक कर फेंक दी।
पढ़िए पूरी रिपोर्ट…
पाली की रहने वाली प्रिया सेठ को घरवालों ने प्रोफेसर बनने के लिए जयपुर भेजा था।
2 मई 2018, शाम 6 बजे।
जयपुर के झोटवाड़ा में रहने वाला दुष्यंत शर्मा थोड़ी देर पहले ही घर आया था। उसके मोबाइल पर एक कॉल आया और जरूरी काम की बात कहकर कार में बैठकर निकल गया।
सुबह तक दुष्यंत नहीं लौटा। पिता रामेश्वर प्रसाद शर्मा और घरवालों ने काफी तलाश की। दुष्यंत के बिजनेस से जुड़े लोगों और दोस्तों से भी बात की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। उसका मोबाइल फोन भी बंद था।
अचानक सुबह करीब सवा दस बजे रामेश्वर प्रसाद शर्मा के पास दुष्यंत के मोबाइल नंबर से कॉल आया। सामने से रोते हुए दुष्यंत की आवाज आई- ‘पापा ये मुझे मार देंगे या रेप के केस में फंसा देंगे… आप इनको पैसे दे दो।’
रामेश्वर प्रसाद कुछ समझ पाते, इससे पहले ही दुष्यंत से मोबाइल एक लड़की ने छीन लिया- ‘दुष्यंत हमारे कब्जे में है। अभी आधे घंटे में 10 लाख रुपए दुष्यंत के अकाउंट में जमा करा दो। पुलिस को बताया तो इसको मार देंगे।’
इस फोन कॉल से रामेश्वर प्रसाद बुरी तरह घबरा गए। वो लड़की के सामने गिड़गिड़ाए- ‘मेरे पास इतने रुपए तो अभी नहीं हैं, लेकिन अभी मैं 3 लाख रुपए दे सकता हूं।’
ये सुनते ही वो लड़की रामेश्वर प्रसाद शर्मा को जोर-जोर से अपशब्द कहने लगी। उसने कहा- ये पैसे तुरंत दुष्यंत के बैंक अकाउंट में जमा करवा देना।
अगले आधे घंटे में रामेश्वर प्रसाद ने अकाउंट में 3 लाख रुपए जमा कर दिए और दुष्यंत के मोबाइल पर कॉल कर उस लड़की को बता भी दिया। उसने वॉट्सऐप पर डिपॉजिट स्लिप मांगी, जो रामेश्वर प्रसाद ने भेज दी।
इस बीच दुष्यंत की पत्नी विनीता ने पति के किडनैपिंग की बात अपने भाई को बता दी। विनीता के भाई ने बिना कोई देर किए जयपुर पुलिस को सूचना दी।
दुष्यंत के पिता रामेश्वर प्रसाद शर्मा को ही फोन कर प्रिया सेठ ने 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी।
रुपए जमा कराने के बाद भी दुष्यंत को नहीं छोड़ा
रामेश्वर प्रसाद किडनैपर के कहे अनुसार अकाउंट में 3 लाख रुपए जमा करा चुके थे, लेकिन दुष्यंत का कोई अता-पता नहीं था। इधर विनीता के भाई की शिकायत के बाद जयपुर पुलिस अलर्ट मोड पर थी।
तत्कालीन पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) अशोक कुमार गुप्ता ने तत्कालीन ACP (पश्चिम) रतन सिंह, सहायक पुलिस उपायुक्त आस मोहम्मद, करधनी SHO अनिल जसोरिया, झोटवाड़ा SHO गुर भूपेंद्र सिंह, सब इंस्पेक्टर हेमंत व मानसिंह और कॉन्स्टेबल सुरेश, अमन और प्रवीण की स्पेशल टीम गठित की।
पुलिस ने इन्वेस्टिगेशन में सबसे पहले दुष्यंत की कॉल डिटेल्स और मोबाइल लोकेशन निकाली। घरवालों, रिश्तेदारों और दोस्तों से भी पूछताछ की गई।
इस बीच दुष्यंत की लास्ट लोकेशन जयपुर के ही बजाजनगर में अनिता कॉलोनी के आस-पास आ रही थी। काफी प्रयास के बाद भी दुष्यंत का कोई सुराग नहीं मिल पाया।
सूटकेस में मिली लाश
हालांकि रामेश्वर प्रसाद शर्मा ने दुष्यंत के अकाउंट में 3 लाख रुपए जमा करवाए थे और पुलिस को पक्का यकीन था कि जल्दी ही किडनैपर ये पैसे निकालेंगे।
ऐसे में दुष्यंत के अकाउंट को मॉनिटर किया जा रहा था। इस बीच पुलिस को पता चला कि जयपुर में टोंक रोड पर नेहरू उद्यान के पास ATM बूथ से किसी लड़की ने तीन बार में 25 हजार रुपए निकाले हैं।
पुलिस 25 हजार रुपए निकालने वाली लड़की का पता लगाने में ही जुटी थी कि 3 मई की शाम आमेर थाना क्षेत्र में दिल्ली बाईपास रोड पर नई माता मंदिर के पास सुनसान जगह पर ट्रॉली वाले सूटकेस में एक युवक की लाश मिलने की सूचना आई।
शव पर चोटों के कई निशान थे और गला काटा गया था। हाथ-पैर चुनरी और स्कॉर्फ से बांधे गए थे। पुलिस ने दुष्यंत के परिजन से शिनाख्त करवाई। परिजन ने पहचान लिया, वो दुष्यंत का ही शव था।
प्रिया सेठ ने अपने साथियों के साथ मिलकर दुष्यंत का मर्डर किया और उसकी लाश सूटकेस में बंद कर दिल्ली बाईपास पर फेंक दी थी।
गर्लफ्रेंड ने दो साथियों के साथ मिलकर किया मर्डर
अब ये किडनैपिंग का नहीं खौफनाक मर्डर का केस था। पुलिस को दुष्यंत की जेब से एक चाबी मिली, जो संभवतया किसी फ्लैट की थी।
इधर पुलिस को दुष्यंत के एक दोस्त महेश ने बताया कि उसका एक लड़की के साथ अफेयर चल रहा था और वो बजाज नगर में अनिता कॉलोनी के ईडन गार्डन अपार्टमेंट में रहती है।
पुलिस टीम ने तुरंत ही बजाज नगर में अनिता कॉलोनी के ईडन गार्डन अपार्टमेंट में दुष्यंत की गर्लफ्रेंड के फ्लैट में दबिश दी। पुलिस ने 402 नंबर के इस फ्लैट में जांच की तो फर्श पर खून बिखरा हुआ था।
वहां प्रिया सेठ और दीक्षांत कामरा मिले। पूछताछ में पता चला कि दोनों ने मिलकर दुष्यंत काे किडनैप किया और बाद में उसका मर्डर कर दिया।
उन्होंने दुष्यंत की लाश एक ट्रॉली वाले सूटकेस में पैक करके आमेर क्षेत्र में फेंक दी। प्रिया सेठ और दीक्षांत कामरा से हुई पूछताछ के बाद मर्डर में शामिल एक तीसरे युवक लक्ष्य वालिया को भी पकड़ लिया गया।
प्रोफेसर बनने जयपुर आई थी प्रिया
पुलिस पड़ताल में सामने आया कि प्रिया सेठ पाली जिले के फालना की रहने वाली थी। उसके पिता अशोक सेठ सरकारी कॉलेज में लेक्चरर थे।
उसकी मां भी टीचर थी और दादा सिरोही में प्रिंसिपल रहे थे। फूफा जोधपुर की यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे। प्रिया के एक भाई और एक बहन थी।
तीनों में बड़ी प्रिया ने दसवीं में 82 प्रतिशत और बारहवीं में 78 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। माता-पिता ने प्रोफेसर बनने के लिए आगे पढ़ाई करने साल 2011 में जयपुर भेजा।
प्रिया जयपुर आई, तब महज 20 साल की थी। प्रिया सबसे पहले यहां एक रिश्तेदार के घर रही और यहीं उसने मानसरोवर में एक प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन ले लिया था।
प्रिया इसी बिल्डिंग में बने फ्लैट में रहती थी और यहीं पर उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर दुष्यंत का मर्डर किया।
शौक पूरे करने के लिए गलत रास्ते पर उतरी
जयपुर आने के कुछ वक्त बाद ही पढ़ाई से उसका ध्यान हट गया। उसने रिश्तेदार का घर छोड़ दिया और मानसरोवर इलाके में ही पेइंग गेस्ट बनकर रहने लगी।
जो रुपए उसे मम्मी-पापा भेजते, उनसे उसके मनचाहे शौक पूरे नहीं हो रहे थे। इन्हीं शौक को पूरा करने के लिए वो गलत रास्ते पर उतर गई।
प्रिया अमीर युवकों को अपनी खूबसूरती के जाल में फंसाने लगी। इसके लिए उसने अपनी एक वेबसाइट भी बना ली। कई अमीर युवकों को अपना शिकार बनाकर लूटा।
प्रिया कई बार दिल्ली और नोएडा भी गई। जयपुर में वो महंगे फ्लैट में रहती थी। महंगी शराब पीना और लग्जरी कारों में घूमना उसकी आदत में शुमार हो गया था।
पुलिस ने देह व्यापार करते पकड़ा
जुलाई 2014 में उसे पहली बार श्याम नगर इलाके में देह व्यापार के केस में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वहां से छूटी तो 5 महीने बाद ही अपने एक साथी अनिल जांगिड़ के साथ मानसरोवर इलाके में रजत पथ पर एक एटीएम तोड़ने की कोशिश में पकड़ी गई।
इसके बाद साल 2018 में 8 मार्च को वैशाली नगर पुलिस ने गजराज नाम के शख्स को रेप केस में फंसाने की धमकी देकर उससे 7 लाख रुपए लूटने के मामले में गिरफ्तार किया था।
लक्ष्य(बाएं), प्रिया(बीच में) और दीक्षांत(दाएं) ने मिलकर पहले किडपैनिंग और फिर मर्डर काे अंजाम दिया।
दीक्षांत के साथ लिव-इन में रहती थी
इस बीच उसकी दोस्ती मुंबई में मॉडलिंग करने वाले श्रीगंगानगर के पदमपुर की इंदिरा कॉलोनी में रहने वाले दीक्षांत कामरा से हो गई। दोनों जयपुर में लिव-इन में रहने लगे। दीक्षांत के पिता भी सरकारी टीचर थे।
वहीं मर्डर का तीसरा आरोपी लक्ष्य वालिया मालवीय नगर में तनिश अपार्टमेंट में रहता था। उसकी मां सेल्स टैक्स विभाग में कर्मचारी थी। पिता की पहले ही मौत हो गई थी।
टिंडर पर दुष्यंत से कॉन्टैक्ट हुआ
तीनों आरोपियों प्रिया सेठ, दीक्षांत कामरा और लक्ष्य वालिया से हुई पूछताछ में सामने आया कि प्रिया सोशल मीडिया डेटिंग ऐप टिंडर पर एक्टिव थी। साल 2018 के फरवरी-मार्च महीने में उसका ऐप पर दुष्यंत से कॉन्टैक्ट हुआ था।
दुष्यंत ने खुद को दिल्ली का विवान कोहली बता कर प्रिया सेठ से चैटिंग स्टार्ट की थी। कुछ ही समय में दोनों में दोस्ती भी हो गई और दोनों साथ घूमने भी लग गए थे।
दुष्यंत ने खुद को दिल्ली का अरबपति विवान कोहली बता रखा था और उसका रहन-सहन भी अमीरों जैसा था। प्रिया उससे बड़ी रकम ऐंठना चाह रही थी।
इधर प्रिया के लिव-इन पार्टनर दीक्षांत कामरा पर काफी कर्जा था, जिसे उतारने के लिए वो भी अपने दोस्त के साथ प्रिया के इस प्लान में शामिल हो गया।
इसी सूटकेस में दुष्यंत की लाश डालकर दिल्ली बाईपास पर फेंकी थी।
फ्लैट पर बुलाकर बंधक बनाया, पकड़े जाने के डर से मर्डर
प्रिया ने 2 मई 2018 को विवान कोहली बने दुष्यंत को बजाज नगर वाले अपने फ्लैट पर बुलाया। दुष्यंत पहुंचा तो वहां पहले से मौजूद दीक्षांत और लक्ष्य ने उसे बंधक बना लिया।
प्रिया ने कपड़ों की तलाशी ली तो सामने आया कि वो दिल्ली का विवान कोहली नहीं बल्कि झोटवाड़ा का दुष्यंत शर्मा है और उसके बैंक अकाउंट में भी कोई ज्यादा रकम नहीं है।
पहले तीनों काे लगा कि प्लान फेल हो गया। फिर सोचा अब उन्हें दुष्यंत के घरवालों से ही बड़ी फिरौती वसूलनी होगी।
इसी प्लानिंग के तहत दुष्यंत के मोबाइल फोन से उसके पिता रामेश्वर प्रसाद शर्मा को फोन कर 10 लाख की फिरौती मांगी गई थी। रामेश्वर प्रसाद ने उनके कहे अनुसार 3 लाख रुपए दुष्यंत के अकाउंट में भी जमा करा दिए थे।
इस बीच तीनों को ये डर लगा कि दुष्यंत को छोड़ दिया तो वो पकड़े जाएंगे। इसी डर से तीनों ने चाकू से दुष्यंत की हत्या कर दी और शव सूटकेस में पैक कर दुष्यंत की ही कार से दिल्ली बाईपास पर फेंक दिया।
प्रिया और दीक्षांत का महीने भर का खर्चा था 2 लाख रुपए
तीनों आरोपियों का दुष्यंत के अकाउंट से पूरी रकम को दीक्षांत के ईवॉलेट में ट्रांसफर करने और दुष्यंत की ही कार से दिल्ली भागने का प्लान था।
उन्होंने फर्जी नंबर प्लेट भी तैयार कर ली थी, लेकिन वो ये सब करते उससे पहले ही पुलिस की गिरफ्त में आ गए।
पुलिस ने प्रिया के फ्लैट से चाकू, खून से सनी चादर, कपडे़, बैग, रस्सियां और शराब की बोतलें भी जब्त कर ली।
पड़ताल में पुलिस को ये भी पता चला कि प्रिया और दीक्षांत लिव-इन में लग्जरी लाइफ जी रहे थे। दोनों का महीने भर का खर्चा 2 से 2.50 लाख रुपए होता था।
दीक्षांत 80 हजार रुपए के जूते और 45 हजार रुपए की घड़ी पहनता था। वहीं प्रिया भी 45 हजार रुपए के सैंडल्स पहनती थी और हमेशा हवाई सफर ही करती थी।
प्रिया और दीक्षांत दोनों ने ही अपने-अपने हाथों पर एक-दूसरे के टैटू गुदवा रखे थे।
दुष्यंत की लाश ठिकाने लगाने के बाद तीनों का दिल्ली भागने का प्लान था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
6 साल बाद तीनों को आजीवन कारावास की सजा
6 महीने पहले कोर्ट ने प्रिया सेठ, दीक्षांत कामरा और लक्ष्य वालिया को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
रामेश्वर प्रसाद के वकील राघवेंद्र पारीक ने बताया कि पुलिस की जांच, एफएसएल और डीएनए रिपोर्ट में आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित अन्य जुर्म प्रमाणित पाए गए थे।
प्रिया सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में पुलिस ने पेश चालान में माना था कि इन्होंने एक सोची समझी साजिश के तहत दुष्यंत शर्मा की हत्या की और सबूत मिटाने के लिए उसका शव आमेर की पहाड़ियों में फेंक दिया था।
3 साल पहले हुई थी दुष्यंत की शादी
जयपुर में झोटवाड़ा के शिवपुरी विस्तार में रहने वाले रामेश्वर प्रसाद सहकारिता विभाग में नौकरी करते थे। उनका 28 साल का इकलौता बेटा दुष्यंत शर्मा जयपुर में फ्लाई ऐश और बिल्डिंग मटीरियल से जुड़ा बिजनेस करता था।
साल 2015 में दुष्यंत की जयपुर में ही रहने वाली विनीता से शादी हुई थी। विनीता और दुष्यंत के डेढ़ साल का बेटा कान्हा था।
Add Comment