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अशोक गहलोत की इन योजनाओं ने बदल दिया राजस्थान में खेल, PM मोदी को रोक पाएंगे?

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अशोक गहलोत की इन योजनाओं ने बदल दिया राजस्थान में खेल, PM मोदी को रोक पाएंगे?

राजस्थान में अशोक गहलोत की सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाएं बीजेपी पर भारी पड़ सकती है। पीएम मोदी भले ही इन योजनाओं की मुफ्त की योजना कहकर आलोचना कर रहे है। ये योजनाएं गेमचेंजर साबित हो सकती है।

अशोक गहलोत की इन योजनाओं ने बदल दिया राजस्थान में खेल, PM मोदी को रोक पाएंगे?

:राजस्थान में अशोक गहलोत की सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाएं बीजेपी पर भारी पड़ सकती है। पीएम मोदी भले ही इन योजनाओं की मुफ्त की योजना कहकर आलोचना कर रहे है, लेकिन हकीकत यह है कि राजस्थान में मुफ्त में योजनाएं गेमचेंजर साबित हो सकती है। पुरानी पेंशन स्कीम की बहाली हो या फिर निशु्ल्क इलाज। बीजेपी के पास कोई काट नहीं है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के अंत में होने है। ऐसे में पीएम मोदी ने अजमेर से चुनावी अभियान की शुरुआत कर दी है। सीएम गहलोत ने सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं को मुफ्ता की रेवड़ियां बताने पर पीएम मोदी को निशाने पर लिया है। 

ये योजनाएं हो सकती है गेमचेंजर साबित

इंदिर रसोई योजना, सहकारी बैंकों के ऋण माफ, रोजगार गांरटी योजना, ओल्ड पेंशन स्कीम, वृद्धावस्था पेंशन, चिरंजीवी मुफ्त बीमा योजना, 100 यूनिट बिजली फ्री, महिलाओं को मुफ्त में स्मार्टफोन, 500 रुपये में गैस सिलेंडर और उड़ान योजना।इस योजना में शामिल लोगों को 10 लाख रुपए तक का इलाज पूरी तरह से मुफ्त मिलता है। इनमें इलाज, दवा, जांच आदि सभी मुफ्त हैं। इसके तहत अब तक प्रदेश भर में योजना के शुरू होने के बाद से विगत ढाई वर्ष में 2600 करोड़ रुपयों का मुफ्त इलाज आम लोगों को प्राप्त हुआ है। देश के किसी राज्य में 10 लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त उपलब्ध करवाने वाली कोई और योजना नहीं है।

पुरानी पेंशन बहाली से मिला लाभ

मुख्यमंत्री गहलोत ने मार्च 2022 में पेश किए बजट में प्रदेश के 7 लाख सरकारी कार्मिकों के लिए पेंशन की पुरानी स्कीम (ओपीएस) जारी की। नई स्कीम 2004 में प्रदेश सहित देश भर में लागू की गई थी, जिसके तहत कार्मिकों को सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन नहीं मिलने का प्रावधान था। अब गहलोत ने उसे बदलकर पेंशन देने का निर्णय किया है। धीरे-धीरे देश के अन्य राज्यों में भी सरकारी कार्मिकों के बीच यह मांग उठने लगी है। कांग्रेस ने पुरानी पेंशन स्कीम योजना की बहाली कर चुनावी सफलता भी प्राप्त की है महज चार महीने में हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक बीजेपी से छिन लिए। कांग्रेस ने चुनावी घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन बहाली का वादा किया था। सीएम गहलोत का यह नवाचार कांग्रेस में काफी हिट रहा है।

रेवड़ियां बताने पर गहलोत का निशाना

सीएम गहलोत ने सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं को मुफ्त की रेवड़ियां बताने पर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। सीएम गहलोत ने अजमेर रैली में पीएम मोदी के दिए  भाषण पर  कहा- हमारी इतनी बड़ी घोषणाएं हुई हैं। काम बहुत हैं, लेकिन कुछ लोग इन्हें रेवड़ियां बताते हैं। आप बताइए रेवड़ियां कैसे हुई? रेवड़ियां तो कल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने साड़ी बांटने और पता नहीं क्या-क्या देने की घोषणा की है। हमारी यहां तो जो भी स्कीम बनती है वह परमानेंट बन रही है। चाहे सोशल सिक्योरिटी की स्कीम हो या 25 लाख का चिरंजीवी बीमा या दूसरी स्कीम। ये सब पक्की स्कीम हैं। हमारे यहां तो जो योजना एक बार बन जाती है वह स्थायी है और आगे इन्हें और मजबूत करेंगे।

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