Warship की कमान संभालने वाली देश की बेटी !
देश की रक्षा में महिलाओं की भागीदारी में एक अहम पड़ाव आ गया है. पहली बार देश की एक बेटी भारतीय नौसेना के युद्धपोत पर कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) के तौर पर तैनात होने जा रही हैं. इस बात का ऐलान खुद नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने किया है. इसके साथ ही महिलाओं के लिए भारतीय नौसेना की पनडुब्बियों में तैनाती के दरवाजे भी खुल गए हैं.
भारतीय नौसेना की पश्चिमी कमान की फ्लीट (‘स्वार्ड आर्म’) के मुताबिक, लेफ्टिनेंट कमांडर प्रेरणा देओस्थली को फ्लीट कमांडर, रियर एडमिरल प्रवीण नायर ने शनिवार को नियुक्ति-पत्र सौंप दिया है. इसके साथ ही लेफ्टिनेंट कमांडर देओस्थली वॉरजेट एफसीटी (फास्ट अटैक क्राफ्ट) आईएनएस त्रिंकेट की कमान संभालने के लिए तैयार हैं.
ये खबर ऐसे समय में आई है जब हाल ही में अमेरिका की नौसेना को पहली वूमेन चीफ मिली है. एडमिरल लिसा फैंचटी ने पिछले महीने ही अमेरिका के नेवल ऑपरेशन्स चीफ (फॉर स्टार जनरल) का पद ग्रहण किया है.
शुक्रवार को नौसेना दिवस (4 दिसंबर) से पहले खुद एडमिरल हरि कुमार ने बताया था कि इंडियन नेवी की एक फास्ट अटैक-क्राफ्ट (छोटे युद्धपोत) में महिली सीओ तैनात होने जा रही हैं. नौसेना प्रमुख के मुताबिक, महिला ऑफिसर की फिलहाल प्री-कमीशनिंग ट्रेनिंग चल रही है. ट्रेनिंग खत्म होते ही उन्हें फास्ट अटैक क्राफ्ट का सीओ बना दिया जाएगा. नौसेना की पश्चिमी कमान के तहत उनकी तैनाती की जाएगी. हालांकि, एडमिरल हरि कुमार ने महिला ऑफिसर के बारे में ज्यादा जानकारी साझा नहीं दी थी. लेकिन पश्चिमी कमान ने महिला ऑफिसर से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक कर दी है. महिला ऑफिसर लेफ्टिनेंट कमांडर (थलसेना के मेजर रैंक के बराबर) प्रेरणा देओस्थली हैं और उनकी तैनाती नौसेना की आईएनएस त्रिंकेट क्राफ्ट (शिप) पर हो रही है. इस शिप पर करीब 50 क्रू मेंबर तैनात रहते हैं. ये शिप एंटी-सर्फेस और एंटी एयरक्राफ्ट गन सहित मशीन गन से लैस है.
समंदर में महिला सीओ की तैनाती के साथ ही एडमिरल हरिकुमार ने ये भी ऐलान कर दिया है कि पनडुब्बियों के दरवाजे भी अब महिलाओं के लिए खोल दिए गए हैं. शुक्रवार को नौसेना की सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए इस सवाल पर कि क्या अब महिलाओं की तैनाती सबमरीन पर भी हो सकती है, नौसेना प्रमुख ने साफ तौर से कहा कि “ऑल रोल्स ऑर ओपन” यानी महिलाएं नौसेना के किसी भी फ्लीट का हिस्सा हो सकती हैं.
नौसेना में फिलहाल करीब 600 महिला अधिकारी हैं. नौसैनिकों (नॉन-कमीशन) के रैंक पर अभी नौसेना में महिलाओं के दरवाजे नहीं खुले हैं. लेकिन अग्निवीर स्कीम के तहत महिलाओं की तैनाती नौसेना में शुरु हो चुकी है. ऐसे में माना जा रहा है कि अगले कुछ सालों में महिलाएं नौसैनिकों के तौर पर भी कार्यरत हो सकती हैं.
फिलहाल नौसेना में 1100 महिला अग्निवीर हैं. इसी हफ्ते मुंबई से ये खबर आई थी कि एक महिला अग्निवीर ने ट्रेनिंग के दौरान आईएनएस हमला नेवल बेस पर अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. शुक्रवार को नौसेना प्रमुख ने बताया था कि नेवी हॉस्पिटल में 24-7 मनोवैज्ञानिक और मनोचिकित्सक तैनात रहते हैं. इसके अलावा इन मिलिट्री हॉस्पिटल में हेल्पलाइन नंबर भी हैं. लेकिन इस तरह की घटनाओं के बाद नौसेना अब अपनी फॉर्मेशन्स पर भी मनोचिकित्सकों की तैनाती पर विचार कर रही है.
Add Comment