एयरपोर्ट डेवलपमेंट पर ₹60,000 करोड़ खर्च करेगा अडाणी ग्रुप:नवी मुंबई एयरपोर्ट पर ₹18,000 करोड़ का इन्वेस्टमेंट, ग्रुप के पास अभी 7 एयरपोर्ट
नई दिल्ली
मुंबई एयरपोर्ट
अडाणी ग्रुप एयरपोर्ट बिजनेस में 60,000 करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। अडाणी ग्रुप यह खर्च अगले 10 साल में रनवे, टैक्सीवे, एयरक्राफ्ट पार्किंग स्टैंड और टर्मिनल के साथ सिटी साइड इंफ्रास्ट्रक्चर पर करेगा।
इस बात की जानकारी अडाणी पोर्ट्स एंड सेज (SEZ) के CEO करण अडाणी ने दी है। अडाणी ग्रुप ने कहा है कि एयरपोर्ट टर्मिनल और रनवे कैपेसिटी में अगले 5 साल में 30,000 करोड रुपए और सिटी साइड डेवलपमेंट के लिए अगले 10 साल में 30,000 करोड रुपए का निवेश किया जाना है।
टोटल ₹78 हजार करोड़ खर्च करेगा अडाणी ग्रुप
यह इन्वेस्टमेंट नवी मुंबई एयरपोर्ट के पहले फेज के डेवलपमेंट के लिए 18,000 करोड रुपए के खर्चे से अलग होगा। इसके मार्च 2025 तक चालू हो जाने की उम्मीद है। इस इन्वेस्टमेंट को मिलाकर आडाणी ग्रुप एयरपोर्ट डेवलपमेंट के लिए टोटल 78,000 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
इंटरनल सोर्स से फंड जुटाएगी कंपनी
अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) अरुण बंसल ने कहा है कि अडाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड इस फंड की व्यवस्था इंटरनल सोर्स से करने जा रही है।
मुंबई एयरपोर्ट 2 करोड़ कैपेसिटी से ऑपरेशनल होगा
बंसल ने कहा है कि हम गुवाहाटी में नया टर्मिनल बना रहे हैं और अहमदाबाद में एक नए टर्मिनल बनाने की योजना भी बना रहे हैं। वहीं नवी मुंबई एयरपोर्ट अगले साल की शुरुआत में मुंबई एयरपोर्ट 2 करोड़ सालाना पैसेंजर के साथ ऑपरेशनल हो जाएगा।
2040 तक 25 से 30 करोड़ कैपेसिटी डेवलप करेगी कंपनी
वहीं, साल 2021 में कंपनी ने मुंबई एयरपोर्ट का अधिग्रहण किया और JVK ग्रुप से नवी मुंबई एयरपोर्ट लिया है, ये अभी कंस्ट्रक्शन फेज में हैं। इनकी कैपेसिटी अभी 10 करोड़ से 11 करोड़ पैसेंजर्स की है। ग्रुप अगले 16 साल यानी 2040 तक इनकी कैपेसिटी 25 से 30 करोड़ यात्रियों की करने पर फोकस कर रहा है।
अडाणी एयरपोर्ट्स के पास मुंबई एयरपोर्ट में 73% हिस्सेदारी
- 2019 में अडाणी ग्रुप की फुली सब्सिडियरी के रूप में शामिल किया गया।
- कंपनी देश के 6 एयरपोर्ट्स का ऑपरेशन, मैनेजमेंट और डेवलपमेंट देखती है।
- कंपनी के पास मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट में 73% की हिस्सेदारी है।
- नवी मुंबई एयरपोर्ट में अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स की 74% की हिस्सेदारी है।
- देश के टोटल पैसेंजर मूवमेंट में 25% और एयर कार्गो ट्रैफिक में 33% कॉन्ट्रीब्यूशन करती है।
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