सीएचसी महाजन का स्टाफ समय से पहले हुआ रवाना, किया बीकानेर जवाब तलब
सीएचसी लूणकरणसर में लू ताप घात व मौसमी बीमारियों के नियंत्रण का किया मूल्यांकन
बीकानेर, 18 मई। राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन ब्लैक थंडर के अंतर्गत संयुक्त निदेशक बीकानेर जोन डॉ देवेंद्र चौधरी और सीएमएचओ डॉ मोहित सिंह तंवर ने लूणकरणसर क्षेत्र में तीन बड़ी कार्रवाइयां की है। लूणकरणसर मेन बाजार में जेडी हेल्थ केयर नाम से चल रहे फिजियोथैरेपी सेंटर के संचालक के पास किसी प्रकार का रजिस्ट्रेशन और डिग्री नहीं पाई गई जिसे मौके पर ही सीज कर दिया गया और समस्त कागजात सहित बीकानेर प्रस्तुत होने के निर्देश दिए गए। वहीं एक बिना नाम के झोलाछाप चिकित्सक द्वारा चलाई जा रही दुकान को भी सीज किया गया। संचालक पर अधिनियम अनुसार कार्यवाही अमल में लाई जावेगी। सीएचसी लूनकरणसर इंचार्ज को अग्रिम कार्यवाही हेतु पाबंद किया गया। लूणकरणसर में ही एक मेडिकल स्टोर जिसका लाइसेंस पूर्व में निरस्त कर दिया गया था, बावजूद इसके संचालित पाया गया। इसे मौके पर ही बंद करवाया गया और नियमानुसार आगामी कार्यवाही भी की जाएगी। इसी प्रकार श्रीनाथ आइस फैक्ट्री में औचक निरीक्षण के दौरान दूषित पानी से बर्फ जमाना तथा अनहाइजीनिक सामग्री से आइसक्रीम बनाना पाया गया। उक्त फैक्ट्री को भी मौके पर ही सीज करने की कार्रवाई की गई। कार्रवाई दल में एपिडेमियोलॉजिस्ट नीलम प्रताप सिंह राठौड़ भी शामिल रहे।
जांच दल द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महाजन का औचक निरीक्षण किया गया जिसमें चिकित्सक सहित स्टाफ नदारद मिला। चिकित्सक एवं स्टाफ समय से पहले ही घर जा चुका था। डॉ चौधरी ने सभी को कारण बताओं नोटिस जारी करते हुए जवाब सहित बीकानेर तलब किया है। संतोष जनक प्रत्युत्तर न मिलने पर विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जावेगी।
दल द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लूणकरणसर का गहन निरीक्षण भी किया गया। यहां लू ताप घात, मलेरिया, डेंगू व अन्य मौसमी बीमारियों के नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यों का मूल्यांकन किया। जेडी डॉ चौधरी ने बंद पड़े कूलरों को निकलवा कर साफ करवाकर वार्डों में लगाने के निर्देश दिए। दवाइयां और जांचों की उपलब्धता तथा सेवाओं की गुणवत्ता की जांच की। महीने की 18 तारीख होने के कारण यहां प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के रूप में चल रहे गर्भवतियों के लिए प्रसव पूर्व जांच शिविर का भी निरीक्षण किया गया। सीएमएचओ डॉ तंवर ने उपस्थित गर्भवतियों से उन्हें मिल रही सेवाओं, दवाओं व जांचों के संबंध में फीडबैक लिया। संस्थागत प्रसव, टीकाकरण व परिवार कल्याण के लक्ष्य अनुरूप प्रगति हासिल करने के निर्देश इंचार्ज को दिए। एपिडेमियोलॉजिस्ट राठौड़ द्वारा स्टाफ को सघन एंटी लारवा गतिविधियां करवाने, कस्बे में नियमित सर्वे करवाने, गंबूसिया मछली की हैचरी का प्रबंधन रखने के बारे में बताया गया।
टीम द्वारा यहां मौजूद 108 एंबुलेंस का चेकलिस्ट अनुसार निरीक्षण किया गया। पायलट व ईएमटी से किए जा रहे फेरो तथा सेवाओं की पड़ताल की।
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