*कतर ने भारतीय सेना के 8 पूर्व अधिकारियों को क्यों किया अरेस्ट? भारत ने उठाया ये कदम*
कतर ने कुछ दिनों पहले भारत के 8 पूर्व नेवी ऑफिसर्स को गिरफ्तार किया था. ये सभी कतर की एक प्राइवेट कंपनी में नेवी को ट्रेनिंग दे रहे थे. गिरफ्तार किए गए ऑफिसरों में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित कमांडर पूर्णंदू तिवारी (रि.) भी शामिल हैं. भारत सरकार ने कहा है कि इन सभी को सुरक्षित वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
कतर में गिरफ्तार किए गए 8 पूर्व नेवी ऑफिसर पर गुरुवार को भारत सरकार ने जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय उच्चायोग कतर के उच्चायोग के संपर्क में है. उन्होंने कहा कि कतर सरकार की ओर से काउंसलर एक्सेस मिलने के बाद हमने उन लोगों से हाल-चाल जाना है. सरकार को अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि इन लोगों को किन आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सरकार इन सभी लोगों को सुरक्षित वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
*गिरफ्तार में एक राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित ऑफिसर भी*
कतर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 8 पूर्व नौसैनिकों में से राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित कमांडर पूर्णंदू तिवारी (रि.) भी शामिल हैं. इन्हें 2019 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रवासी भारतीय पुरस्कार से सम्मानित किया था. कंपनी की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार पूर्णंदू तिवारी भारतीय नौसेना में कई बड़े जहाजों की कमान संभाल चुके हैं.
*भारतीय उच्चायोग संपर्क में*
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, भारतीय उच्चायोग कतर सरकार के संपर्क में है. उन्होंने बताया कि अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि इन्हें क्यों गिरफ्तार किया गया है. बागची ने यह भी बताया है कि सरकार इन सभी लोगों को सुरक्षित वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
*कतर के एक निजी कंपनी में कर रहे थे काम*
विदेश मंत्रालय ने बताया है कि ये सभी लोग कतर की एक निजी कंपनी में काम कर रहे थे. यह कंपनी कतरी एमिरी नौसेना को ट्रेनिंग और अन्य सेवाएं प्रदान करती है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, कंपनी का नाम दहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजी एवं कंसल्टेंसीज सर्विसेज है. कंपनी खुद को कतर रक्षा, सुरक्षा एवं अन्य सरकारी एजेंसी की स्थानीय भागीदार बताती है. रॉयल ओमान वायु सेना रिटायर्ड स्क्वाड्रन लीडर खामिस अल अजमी इस कंपनी के सीईओ हैं.
*पीएम मोदी से लगाई थी मदद की गुहार*
करीब एक सप्ताह पहले सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर एक ट्विटर हैंडल से पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत कई मंत्री को टैग करते हुए मदद की गुहार लगाई थी.
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