करणीमाता की आरती करके परेड में शामिल होगी कैमल टुकड़ी:महिलाओं के हाथ में होगी इंसास राइफल; बीएसएफ के जवान सुबह 3 बजे उठकर तैयार करेंगे ऊंट
रंग-रंगीले और शौर्य से लबरेज राजस्थान की छवि के साथ बीएसएफ की कैमल कंटिजेंट 26 जनवरी को दिल्ली में कर्तव्यपथ पर परेड करेगी। इसमें बीएसएफ की 21 महिला जवान भी हिस्सा ले रही है। पिछली बार 12 महिलाएं शामिल थी।
बीएसएफ जवान सुबह 3 बजे उठकर ऊंटों को तैयार करेंगे। ऊंटों के सेवती, गादी, मोरा आदि बांधने के बाद उनके पांव में घुंघरू और नेवरी बांधी जाएगी। कलरफुल गोरबंध से ऊंटों को सजाया जाएगा। इसके बाद करणी माता की आरती होगी। इसके बाद टुकड़ी विजय चौक के लिए रवाना होगी। विजय चौक पर चैकिंग के बाद कर्तव्यपथ पर एंट्री दी जाएगी।
ऊंटों को सेवती, गादी, मोरा आदि से सजाने के बाद पांव में घुंघरू और नेवरी बांधी जाएगी।
चेतक पर होगा नेतृत्व
कैमल कंटीजेंट का नेतृत्व जोधपुर निवासी उप कमांडेंट मनोहर सिंह खींची अपने चेतक ऊंट पर करेंगे। इनके पीछे निरीक्षक शैतान सिंह कैंटीजेंट 21C और दो उप निरिक्षक सविता आर्या, मनोहर सिंह होंगे। इस कंटीजेंट में पुरुष कैमल राइडर के साथ कंधे से कंधा मिलाकर महिला कैमल राइडर भी अपने सजे-धजे ऊंटों पर सवार रहेगी।
47 साल बाद महिलाएं हुई शामिल
1976 से यह कंटीजेंट गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में होने वाली परेड में हिस्सा ले रही हैं। पहले इस कंटीजेंट में केवल पुरुष जवान ही हिस्सा लेते थे। करीब 47 साल बाद 2023 से इस बेड़े में महिलाओं को भी शामिल किया। इस बार यह दूसरा साल है, जब महिलाएं शामिल हुई है।
10 राज्यों से आई महिलाओं को ट्रेनिंग
10 राज्यों से आई 50 महिला जवानों को कैमल राइडिंग और हैंडलिंग की जोधपुर में ट्रेनिंग दी गई थी। केरल की महिला जवानों ने ऊंट देखा तक नहीं था। इन महिला जवानों को ट्रेनिंग दी गई। उसके बाद सफल 27 महिलाओं को इस कंन्टीजेंट में शामिल किया गया है। 27 महिलाओं में से 21 बेड़े में शामिल है और 6 को रिजर्व रखा गया हैं। बीएसएफ की यह महिला जवान केरल, महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात सहित अन्य राज्यों से हैं। पिछले दो महीने से परेड की दिल्ली में ट्रेनिंग कर रही हैं।
कैमल कंटीजेंट का नेतृत्व जोधपुर निवासी उप कमांडेंट मनोहर सिंह खींची अपने चेतक ऊंट पर करेंगे।
कैमल माउंटेड बैंड
सीमा सुरक्षा बल का कैमल माउंटेड बैंड सलामी के दौरान ‘हम है सीमा सुरक्षा बल…’ की धुन बजाएगा। इस धुन पर बल के कैमल भी ड्रम की धुन पर कदम ताल करते हुए परेड करेंगे। इस बैंड में 35 वादक और एक मास्टर होगा। 36 ऊंटों के दल का यह बैंड सीमा सुरक्षा बल की स्वर लहरियों से कर्तव्यपथ को गुंजायमान करेगा।
केसरिया साफा अचकन पहने जवानों के हाथ में इंसास राइफल होगी।
हाथों में होगी 5.56mm इंसास राइफल
केसरिया साफा अचकन पहने जवानों के हाथों में इंसास राइफल होगी। महिला जवान भी ऊंटों पर बैठ कर मार्चपास्ट करेंगी और इनके हाथ में भी 5.56mm इंसास राइफल होगी।
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