गैंगस्टर अर्श डल्ला का क्राइम चिट्ठा, कनाडा में बैठकर कैसे देश में फैला रहा है आतंक और दहशत?
कनाडा में बैठकर कभी देश में बम ब्लास्ट की साजिश, कभी किसी की हत्या तो कभी पाकिस्तान से हथियारों की सप्लाई। पंजाब का गैंगस्टर अर्श डल्ला दहशत का दूसरा नाम बन गया है। कौन है ये अर्श डल्ला जिसके गुर्गों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है? कनाडा में बैठे इस गैंगस्टर की पूरा क्राइम चिट्ठा।
हाइलाइट्स
- पंजाब के गैंगस्टर अर्श डल्ला की क्राइम कुंडली
- पाकिस्तान की आईएसआई से भी इस गैंगस्टर के कनेक्शन
- कनाडा में बैठकर देश में करवा चुका है कई हत्याएं
- बॉर्डर पार से करवाता है देश में हथियारों की सप्लाई
एक बार फिर दिल्ली में दो शूटर गिरफ्तार हुए है, प्लानिंग थी पंजाबी सिंगर की हत्या की और प्लानिंग की गई थी सात समंदर पार बैठकर। कनाडा में बैठकर दिल्ली में दहशत फैलाने के काम कर रहा है गैंगस्टर अर्श डल्ला। पिछले महीने भी दिल्ली से दो शूटर गिरफ्तार हुए थे। ये दो शूटर भी पंजाब के गैंगस्टर अर्शदीप डल्ला के ही थे। इनका प्लान था दिल्ली में बम बलास्ट करना। दिल्ली पुलिस को खुफिया एजेंसियों से इनके बारे में सूचना मिली थी जिसके बाद जाल बिछाया गया था और फिर अर्श डल्ला के शूटर्स गिरफ्तार हुए थे। इनके पास से पुलिस ने हैंड ग्रेनेड, एक पिस्टल और पांच कारतूस बरामद किए थे।
कौन है अर्शदीप उर्फ अर्श डल्ला?
एक के बाद एक रोज नई घटनाओं में अर्श डल्ला का नाम जुड़ रहा है। दिल्ली से अर्श के शूटर गिरफ्तार हो रहे हैं। जान लीजिए ये खतरनाक गैंगस्टर कौन है और क्यों ये दिल्ली और इसके आसपास दहशत फैलान चाहता है। अर्शदीप पंजाब में मोगा के डल्ला गांव का रहने वाला है। डल्ला गांव की वजह से ही इसका नाम अर्श डल्ला पड़ गया। कनाडा में अर्शदीप के साथ इसकी पत्नी और एक बेटी भी रहते हैं, जबकि इसके माता-पिता आज भी मोंगा में गांव में ही हैं।
कब हुआ कनाडा फरार?
अर्श डल्ला एनआईए की हिट लिस्ट में शामिल गैंगस्टर है। देश के कुछ खतरनाक गैंगस्टर और आतंकियों की लिस्ट एनआईए ने तैयार की है जो विदेशों में रहकर देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं और इस लिस्ट में अर्शदीप का नाम भी है। अर्श डल्ला साल 2020 में पंजाब के मोगा से कनाडा फरार हो गया था। इसपर हत्या के आरोप थे, जिसके बाद इसने फर्जी पासपोर्ट तैयार किया और फिर कनाडा चला गया। तब से ये वही खुद को छुपाए हुए है। इसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी है, लेकिन ये बेखौफ अपने परिवार के साथ वहां रह रहा है और और आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।
खालिस्तान आतंकियों से संबंध
कनाडा में रहकर अर्श डल्ला ने अपना गैंग तैयार किया और साथ ही वो कट्टरपंथी संगठनों से जुड़ने लगा। खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) से अर्श डल्ला के रिश्ते कई बार सामने आए हैं। वह मुख्य रूप से आतंकी मॉड्यूल को खड़ा करने, सीमा पार से हथियारों की सप्लाई की व्यवस्था करने, धन जुटाने का काम करता है। टारगेट किलिंग, एक्सटॉर्शन, टेरर फंडिंग, हत्या की कोशिश, अलग-अलग समुदायों में नफरत और पंजाब के लोगों में दहशत फैलाने के कई मामलों में इसका नाम जुड़ चुका है।
निज्जर के साथ आतंकी मॉड्यूल
अर्श डल्ला जब से कनाडा गया वो खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर से जुड़ा हुआ था। निज्जर अर्शदीप उर्फ डल्ला के साथ मिलकर एक टेरर कंपनी चला रहा था। निज्जर खालिस्तानी टाइगर फोर्स का चीफ था, जिसकी इसी साल हत्या हो गई थी। निज्जर के साथ मिलकर अर्श डल्ला ने कई हत्याएं करवाई। जनवरी 2022 में अर्श डल्ला और निज्जर ने 4 सदस्यों वाला केटीएफ मॉड्यूल स्थापित किया था। इसका मकसद था ग्रेनेड हमलों को देश में अंजाम देना। इसके अलावा अर्श डल्ला और हरदीप निज्जर ने मोगा के एसएसपी हरमन वीर सिंह गिल और मोगा में क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA) विंग के दो इंस्पेक्टरों को निशाना बनाने की भी प्लानिंग की थी।
शूटर्स को करते थे फंडिंग
निज्जर के साथ मिलकर अर्श डल्ला एक आतंकी संगठन तैयार किया था। इसमें 700 से ज्यादा शूटर हैं। पंजाब के लड़कों को बहला फुसलाकर ये अपने गैंग का हिस्सा बनाते थे। इन लड़कों को कनाडा बुलाने का लालच दिया जाता और फिर उनसे देश में हत्या और किडनैपिंग जैसे दूसरे काम करवाए जाते। बॉर्डर पार से ये उन्हें मॉडर्न हथियार भी मुहैया करवाते। आतंक फैलाने के लिए MTSS चैनल के जरिए शूटर्स को अलग-अलग तरह से फंड्स भी मुहैया कराया जाता। बाद में एक्सटॉर्शन का पैसा हवाला के जरिए अर्शदीप तक कनाडा पहुंचता। निज्जर की हत्या के बाद खालिस्तानी टाइगर फोर्स को पूरी तरह से अर्श डल्ला ही चला रहा है।
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के साथ भी रिश्ते
कनाडा में ही बसे एक और गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के साथ भी अर्श डल्ला का संबंध रहा है। अक्टूबर 2021 में गैंगस्टर बिक्रम बराड़ और गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर इसने 4 सदस्यीय केटीएफ मॉड्यूल बनाया था। इसका काम पंजाब में कुछ लोगों को टारगेट करना था और इस काम के लिए इसने अपने शूटर्स को दो 9 एमएम, एक .30 बोर और एक .315 बोर पिस्तौल और चार मैगजीन भी डिलीवर कीं। इस मॉड्यूल के तहत पंजाब के बिट्टू प्रेमी, शम्मा बदमाश और सिरसा स्थित डीएसएस अनुयायी शक्ति सिंह को निशाना बनाना था।
डेरा सच्चा सौदा के सदस्य की हत्या
अर्श डल्ला ने डेरा सच्चा सौदा के एक सदस्य मनोहर लाल की भी हत्या करवाई थी। नवंबर 2020 में बठिंडा में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी मनोहर लाल को मारा गया था। इसके अलावा एक अपराधी सुखप्रीत सिंह की हत्या के जिम्मेदारी भी कनाडा में बैठकर अर्श डल्ला ने ही ली थी। अपने फेसबुक अकाउंट के जरिए अर्श ने हत्या की जानकारी दी थी।
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