REPORT BY SAHIL PATHAN
सरकार ने विक्रम मिसरी को डेप्युटी एनएसए नियुक्त किया है। वह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को रिपोर्ट करेंगे। मिसरी को चीन के मामलों का एक्सपर्ट माना जाता है
नई दिल्ली
‘जेम्स बॉन्ड’ अजीत डोभाल को अपना दाहिना हाथ मिल गया है। सरकार ने विक्रम मिसरी को डेप्युटी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) नियुक्त किया है। मिसरी चीन की रग-रग से वाकिफ हैं। देश में चीन के मामलों की गहरी समझ रखने वाले कुछ गिने-चुने लोगों में वह शुमार हैं। अब तक वह चीन में भारतीय राजदूत के तौर पर सेवाएं दे रहे थे। श्रीनगर में जन्म होने के कारण वह कश्मीर के मुद्दों और उनकी बारीकियों को भी काफी अच्छे से समझते हैं।
विक्रम मिसरी को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में तैनात किया गया है। डेप्युटी एनएसए बनने के बाद अब वह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को रिपोर्ट करेंगे। डेप्युटी एनएसए के तौर पर उनकी नियुक्ति काफी अहम है। चीन से भारत के रिश्ते पटरी से उतरे हुए हैं। पाकिस्तान तो भारत पर वैसे भी घात लगाए बैठा ही रहता है।
ऐसे में इस दोहरी चुनौती को समझते हुए सरकार को रणनीतिक रूप से दिशा देने के लिए किसी बेहद जानकार शख्स की जरूरत थी। सरकार ने मिसरी पर दांव लगाया है। अब देखना यह होगा कि वो अपने सीनियर अजीत डोभाल के साथ कैसे केमिस्ट्री बैठाते हैं और सुरक्षा के मामले में देश के हाथ मजबूत करते हैं।
तीन प्रधानमंत्रियों के साथ कर चुके हैं काम
मिसरी साल 1989 बैच के आईएफएस अधिकारी हैं। उन्हें चीन के मामलों का एक्सपर्ट माना जाता है। वह इंद्र कुमार गुजराल, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी के निजी सचिव के तौर पर काम कर चुके हैं। वह स्पेन और म्यांमार में भारत के राजदूत भी रहे हैं। उन्होंने विदेश मंत्रालय में विभिन्न भूमिकाओं में सेवाएं दीं।
कश्मीर में जन्मे, ऐड इंडस्ट्री में शुरू किया करियर
मिसरी की शुरुआती शिक्षा श्रीनगर (बर्न हॉल स्कूल और डीएवी स्कूल) और जम्मू-कश्मीर के उधमपुर (कारमल कॉन्वेंट स्कूल) में हुई। उन्होंने ग्वालियर के सिंधिया स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। हिंदू कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय) से इतिहास में ऑनर्स के साथ स्नातक की डिग्री हासिल की। फिर XLRI, जमशेदपुर से एमबीए किया।
एक दिलचस्प बात यह है कि विदेश सेवा में आने से पहले उन्होंने प्राइवेट सेक्टर में विज्ञापन (लिंटास इंडिया – बॉम्बे और कॉन्ट्रैक्ट एडवरटाइजिंग – दिल्ली) और विज्ञापन फिल्म निर्माण के क्षेत्र में तीन साल तक काम किया। मिसरी एस्पेन इंस्टीट्यूट, यूएसए के इंडिया लीडरशिप इनिशिएटिव के फेलो हैं। वह धाराप्रवाह हिंदी, अंग्रेजी और कश्मीरी बोल लेते हैं। उन्हें फ्रेंच भी आती है।
विक्रम मिसरी ने अब तक क्या-क्या किया है काम?
- विदेश मंत्री कार्यालय में अंडर सेक्रेटरी (आई.के. गुजराल – नवंबर 1996 – अप्रैल 1997)
- प्रधानमंत्री के निजी सचिव (आई.के. गुजराल – अप्रैल 1997 – मार्च 1998)
- नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान डेस्क के लिए अंडर सेक्रेटरी / उप सचिव (अप्रैल 1998 – अगस्त 2000);
- विदेश मंत्री के कार्यालय के निदेशक (प्रणब मुखर्जी – नवंबर 2006 – सितंबर 2008)
- प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में संयुक्त सचिव (मार्च 2012-अक्टूबर 2012)
- प्रधानमंत्री के निजी सचिव (डॉ मनमोहन सिंह – अक्टूबर 2012-मई 2014)
- प्रधानमंत्री के निजी सचिव (नरेंद्र मोदी – मई 2014-जुलाई 2014)
मिसरी ने विदेश में कई भारतीय मिशनों में भी काम किया है। आइए, यहां उनके बारे में जानते हैं
- ब्रुसेल्स में भारत के दूतावास में तीसरे/द्वितीय सचिव (जनवरी 1991 से सितंबर 1993)
- ट्यूनिस में भारत के दूतावास में द्वितीय/प्रथम सचिव (सितंबर 1993 – अक्टूबर 1996)
- इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग में प्रथम सचिव/परामर्शदाता/सीडीए (अगस्त 2000 – सितंबर 2003)
- वाशिंगटन में भारतीय दूतावास में राजनीतिक परामर्शदाता (सितंबर 2003 – अक्टूबर 2006)
- श्रीलंका में भारत के उप उच्चायुक्त (सितंबर 2008 – सितंबर 2011)
- म्यूनिख में भारत के महावाणिज्य दूत (सितंबर 2011-फरवरी 2012)
- स्पेन में भारत के राजदूत (अगस्त 2014 से अगस्त 2016)
- म्यांमार में भारत के राजदूत (अगस्त 2016 से दिसंबर 2018)
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